Chandigarh Civil Hospital and Manimajra will soon get radiologists

चंडीगढ़ सिविल अस्पताल और मनीमाजरा को जल्द मिलेगा रेडियोलॉजिस्ट

Chandigarh Civil Hospital and Manimajra will soon get radiologists

Chandigarh Civil Hospital and Manimajra will soon get radiologists

Chandigarh Civil Hospital and Manimajra will soon get radiologists- चंडीगढ़I चंडीगढ़ के सिविल अस्पताल-22 और मनीमाजरा में लंबे समय से बंद पड़ी अल्ट्रासोनोग्राफी और अन्य स्कैनिंग सेवाओं को पुन: शुरू करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कदम उठाने की योजना बनाई है। जल्द ही इन अस्पतालों में रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति की जाएगी। हेल्थ डिपार्टमेंट के अनुसार, पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड पर रेडियोलॉजिस्ट नियुक्त किए जाएंगे।

इससे मरीजों को अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे, सीटी स्कैन, एमआरआई जैसी जांच के लिए निजी अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सिविल अस्पताल, मनीमाजरा में 2022 से अल्ट्रासोनोग्राफी सेवाएं उपलब्ध नहीं हैं। मशीन खराब होने और रेडियोलॉजिस्ट की कमी के कारण मरीजों को अन्य अस्पतालों में जाना पड़ता है। हर महीने करीब 300-350 मरीज इससे प्रभावित होते हैं। सिविल अस्पताल-22 में भी अल्ट्रासोनोग्राफी सेवा 2023 से ठप पड़ी है।

यहां पहले महीने में एक बार अल्ट्रासोनोग्राफी की सुविधा उपलब्ध होती थी, लेकिन मशीन खराब होने के कारण यह सेवा भी बंद हो गई। पिछले साल जीएमसीएच-16 में पीपीपी मोड पर एमआरआई स्कैन सेंटर शुरू किया गया था, जिसकी सफलता ने स्वास्थ्य विभाग को अन्य अस्पतालों में भी इसी मॉडल को अपनाने के लिए प्रेरित किया। विभाग अब सिविल अस्पताल-22 और मनीमाजरा में भी इस मॉडल को लागू कर रहा है।

जीएमएसएच में रेडियोलॉजिस्ट की कमी

मौजूदा समय में जीएमएसएच में केवल तीन रेडियोलॉजिस्ट हैं, जो डेपुटेशन पर पंजाब और हिमाचल से आए हैं। ये रेडियोलॉजिस्ट रोटेशन और शिफ्ट के अनुसार सेवाएं दे रहे हैं। हालांकि, इनकी संख्या कम होने के कारण मरीजों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। हेल्थ डायरेक्टर डॉ. सुमन सिंह ने कहा कि सिविल अस्पताल-22 और मनीमाजरा में रेडियोलॉजिस्ट नियुक्त करने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। इसके तहत अल्ट्रासोनोग्राफी, एक्स-रे, सीटी स्कैन और एमआरआई जैसी डायग्नोस्टिक सेवाएं जल्द बहाल हो जाएंगी। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि पीपीपी मोड के तहत निजी कंपनियों को आमंत्रित किया जाएगा ताकि डायग्नोस्टिक सेवाओं की वेटिंग लिस्ट कम हो और मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।