Budget 2024-25 will play an unmatched role in building a progressive, happy and colorful Punjab

Punjab: 2024-25 का बजट प्रगतिशील, ख़ुशहाल और रंगीले पंजाब के निर्माण में बेमिसाल भूमिका निभाएगा - मुख्यमंत्री

Budget 2024-25 will play an unmatched role in building a progressive, happy and colorful Punjab

Budget 2024-25 will play an unmatched role in building a progressive, happy and colorful Punjab

Budget 2024-25 will play an unmatched role in building a progressive, happy and colorful Punjab- चंडीगढ़I पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने बुधवार को 2024- 25 बजट को सिर्फ़ पुस्तिका ही नहीं, बल्कि एक पवित्र दस्तावेज़ करार देते हुये कहा कि यह बजट एक प्रगतिशील, ख़ुशहाल और रंगीले पंजाब के निर्माण में अहम भूमिका निभाएगा। 

पंजाब विधान सभा में बजट 2024-25 पर चर्चा में हिस्सा लेते हुये मुख्यमंत्री ने मंगलवार को पेश किये गए बजट को राज्य का अब तक का सबसे बढ़िया बजट बताया। उन्होंने कहा कि सेहतमंद लोकतंत्र में चुने हुए नुमायंदों के सुझावों और विचारों का हमेशा स्वागत किया जाता है, परन्तु सिर्फ़ मीडिया का ध्यान खींचने के लिए अनावश्यक आलोचना करना दुर्भाग्यपूर्ण बात है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह बजट सिर्फ़ पुस्तिका ही नहीं है बल्कि यह पंजाब सरकार की लोगों की भलाई और विकास के प्रति वचनबद्धता को दर्शाता है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह तथ्यों और आंकड़ों का संग्रह नहीं बल्कि यह राज्य की तरक्की और ख़ुशहाली का मसौदा है। उन्होंने कहा कि लोगों को आकर ठोस और सेहतमंद राजनीति में शामिल होना चाहिए और नौजवानों को भारतीय राजनीति के कायाकल्प में अहम भूमिका निभानी चाहिए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राजनीति को बदलने और आम आदमी को राजनैतिक पार्टियों के एजंडे पर लाने का सेहरा अरविन्द केजरीवाल को जाता है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि संकल्प पत्रों या चुनाव घोषणा पत्रों की बजाय अब राजनैतिक पार्टियाँ लोगों को भलाई की गारंटियां दे रही हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह हमेशा ही किसी भी पार्टी के चुनाव घोषणा पत्र को कानूनी दस्तावेज़ बनाने के पक्षधर रहे हैं जिससे राजनैतिक पार्टियाँ आम आदमी के साथ धोखा न कर सकें। उन्होंने कहा कि लोगों को बार- बार ‘ अच्छे दिन’ या ‘ मैं चौकीदार हूं’ बता कर गुमराह किया गया है और अब मेरे परिजन ( परिवार) कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसी तरह केंद्र में सत्ता में बैठी पार्टी के हक में दल बदली विरोधी कानून का दुरुपयोग किया गया है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि घोषणा पत्र की बजाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने गारंटी दे कर अरविन्द केजरीवाल के विजन की नकल की है। उन्होंने कहा कि अरविन्द केजरीवाल विभाजनकारी राजनीति को नकार कर मूल्य आधारित राजनीति की शुरुआत करके राजनीति में एक नया बदलाव लाये हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह बजट लोगों की भलाई को यकीनी बनाने के लिए राज्य सरकार की वचनबद्धता को दर्शाता है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने नौजवानों के सशक्तिकरण के लिए राज्य के नौजवानों को अलग- अलग विभागों में 40,437 नौकरियाँ दीं हैं। इसी तरह उन्होंने बताया कि गुरूवार को संगरूर में एक समागम के दौरान 2487 नौजवानों को सरकारी नौकरियाँ दीं जाएंगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि विरोधी पक्ष इस मुद्दे पर अनावश्यक शौर मचा रहा है क्योंकि उन्होंने कभी भी नौजवानों को सरकारी नौकरियाँ नहीं दीं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि वह लोगों को मुफ़्त बिजली, मुफ़्त शिक्षा, मुफ़्त सेहत सेवाएं देना अच्छी तरह जानते हैं, परन्तु विरोधी पक्ष को सिर्फ़ बुनियादी मुद्दों से भागने की कला में महारत हासिल है। उन्होंने कहा कि विरोधी पक्ष ख़ास तौर पर कांग्रेस को ग़ैर- जिम्मेदाराना काम करने की आदत है और सिर्फ़ मीडिया में मुख्य समाचार बटोरने के लिए वॉकआउट कर रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि कांग्रेस अक्सर कहती है कि ‘ आप’ के कई विधायक उनके संपर्क में हैं जबकि यह हकीकत है कि वह एक दूसरे के संपर्क में नहीं हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग कांग्रेसी नेताओं के इस ग़ैर-जिम्मेदाराना व्यवहार को देख रहे हैं और वह दिन दूर नहीं जब उनको जल्दी ही राजनैतिक पदों से किनारे कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि जनहितैषी बजट के कारण अब राज्य के कोने- कोने में खुशी के समागम हो रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पहले राज्य सरकार की नकारात्मक पहुँच के कारण नौजवान रोज़गार की खोज में विदेश जाने के लिए मजबूर थे परन्तु अब हर दिन नियुक्ति पत्र देने के साथ-साथ नये हस्पताल और स्कूल खोलने जैसी पहलकदमियां की जा रही हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के अथक यत्नों के कारण आबकारी और जीएसटी में भारी विस्तार हुआ है और राज्य सरकार व्यापारियों की भलाई के लिए उनके साथ लगातार विचार-विमर्श कर रही है। 

उन्होंने कहा कि इसके उलट केंद्र सरकार की तरफ से लोगों को तंग परेशान करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का प्रयोग किया जाता है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि भारत रत्न डा. आर. बी. आर. अम्बेदकर भारतीय संविधान के मुख्य निर्माता थे परन्तु अब केंद्र सरकार सभी संवैधानिक मूल्यों को ताक पर रख कर इस दस्तावेज़ को नुकसान पहुंचा कर बाबा साहेब का घोर निरादर कर रही है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में यह रुझान लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं है। उन्होंने कहा कि देश के लोकतंत्र को बचाना समय की मुख्य ज़रूरत है, जिसके लिए वह लगातार यत्नशील है और इसलिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उन्होंने वायदा किया था कि सरकार चंडीगढ़ से नहीं गाँवों से चलेगी, जिसके लिए ‘ सरकार तुहाडे द्वार’ योजना शुरू की गई है। 

इसी तरह मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को अलग-अलग तीर्थ स्थानों पर माथा टेकने की सुविधा देने के लिए ‘ मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा स्कीम’ शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि सरहदों की रक्षा करते हुये अपनी जानें न्यौछावर करने वाले बहादुर जवानों के सम्मान के तौर पर राज्य सरकार की तरफ से ड्यूटी के दौरान शहीदी प्राप्त करने वाले जवानों के वारिसों को एक करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता दी जा रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब के कुदरती स्त्रोतों को विश्व के समक्ष उजागर करके पंजाब में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए ठोस प्रयास कर रही है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से आम लोगों को लाभ पहुँचाने के लिए रास्ते से हट कर नवीन प्रयास किये गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 1080 करोड़ रुपए की लागत के साथ निजी कंपनी जी. वी. के. पावर से गोइन्दवाल पावर प्लांट खरीद कर सफलता की नयी कहानी लिखी है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य का ख़ज़ाना कभी भी खाली नहीं रहा परन्तु पिछली सरकारों में आम जनता की भलाई को यकीनी बनाने की नीयत नहीं है जिस कारण उन्होंने लोगों की भलाई के लिए कोई काम नहीं किया। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि विरोधी पक्ष के नेता बेरोज़गारों का एक नया रूप हैं, जिनको लोगों ने उनकी कारगुज़ारी के कारण सत्ता से बाहर कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह नेता उनके साथ ईर्ष्या करते हैं क्योंकि वह एक साधारण परिवार से सम्बन्धित हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह नेता हमेशा सत्ता पर अपना बुनियादी हक समझते रहे हैं, जिस कारण उनको यह हज़म नहीं हो रहा कि एक आम आदमी राज्य के प्रशासन को सही ढंग क्यों चला रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन नेताओं ने लम्बा समय लोगों को मूर्ख बनाया है परन्तु अब लोग इनके भ्रामक प्रचार से अच्छी तरह अवगत हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल के दौरान पंजाब सरकार की तरफ से राज्य की भलाई के लिए व्यापक प्रयास किये गए हैं और इस बजट के द्वारा ऐसे और प्रयास किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि चाहे पिछली सरकारों ने राज्य को बुरी तरह लूटा था परन्तु लोगों के विनम्र सेवक के तौर पर राज्य सरकार और हर विधायक लोगों की भलाई के लिए समर्पित है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस बजट की तरह अगला बजट और भी शानदार होगा क्योंकि इसमें कोई भी टैक्स नहीं लगाया जायेगा बल्कि लोगों को अधिक से अधिक सहूलतें दीं जाएंगी। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के साथ खड़ी है और उनकी भलाई के लिए बड़े स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहली बार शिक्षा क्षेत्र के लिए बजट में बड़ी रकम आरक्षित रखी गई है क्योंकि राज्य सरकार इस बजट के द्वारा आम आदमी के सशक्तिकरण के लिए वचनबद्ध है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह प्रयास शिक्षा के प्रसार के द्वारा लोगों की खुशहाली को यकीनी बनाने के साथ-साथ लोगों की किस्मत को बदलने में अहम भूमिका निभाएगा।