Ayodhya Security| अभेद्य किले में तब्दील हुई अयोध्या; जमीन-पानी से लेकर आसमान तक कड़ा पहरा, ब्लैक कैट कमांडोज अलर्ट मोड में

घातक हथियार, ब्लैक कैट कमांडोज और बख्तरबंद गाड़ियां... अभेद्य किले में तब्दील हुई अयोध्या, बाहरी लोगों की NO ENTRY

Ayodhya Security Update NSG ATS Commandos On Alert Mode For Ramlala Pran-Pratishtha

Ayodhya Security Update NSG ATS Commandos On Alert Mode

Ayodhya Security Update: राम नगरी अयोध्या अब अभेद्य किले में तब्दील हो चुकी है। सुरक्षा के लिहाज से अयोध्या में जमीन और पानी से लेकर आसमान तक कड़ा पहरा तैयार किया गया है। यानि चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा को लेकर बेहद कड़ी निगरानी रहने वाली है। अयोध्या की चौतरफा घेराबंदी करते हुए सभी सीमाएं सील कर दी गईं हैं। ऐसे में अयोध्या की सुरक्षा को भेद पाना किसी भी तरह से संभव नहीं होगा। अयोध्या में सुरक्षा के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बल के हजार से ज्यादा जवानों को अलग-अलग जोन में तैनात किया गया है। मतलब अयोध्या में अंदरूनी और बाहरी सुरक्षा पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों के बीच बंटी रहेगी। सुरक्षा की निगरानी और नेतृत्व के लिए सीनियर आईएएस और आईपीएस अफसरों की ड्यूटी तय की गई है।

जमीन पर ब्लैक कैट कमांडोज, पानी में स्नाइपर

रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के चलते अयोध्या में सुरक्षा इस कदर अलर्ट है कि अर्धसैनिक बल के जवानों में CISF और NSG  के ब्लैक कैट कमांडोज (Black Cat Commando) मोर्चा संभालेंगे। इस दौरान UP ATS के तकरीबन 100 कमांडोज भी साथ रहेंगे। NSG के ब्लैक कैट कमांडोज UP ATS कमांडोज ने साथ मिलकर अयोध्या में बुलेटप्रूफ बख्तरबंद गाड़ियों के साथ गस्त कर रहे हैं। इस दौरान कमांडोज बेहद घातक हथियारों से लैस हैं। अयोध्या में कई बख्तरबंद गाड़ियां तैनात की गईं हैं। यानि कमांडोज अयोध्या वासियों को यह संदेश दे रहे हैं कि वह किसी भी स्थिति से निपटने के लिए एकदम तैयार हैं। इसी के साथ कमांडोज उन दुश्मनों को सावधान कर रहे हैं जो माहौल बिगाड़ने की कोशिश में हैं। यहां यह भी जान लीजिये कि NSG, CISF और ATS कमांडोज के अलावा घातक SPG कमांडोज भी राम मंदिर के एक तय दायरे में तैनात रहेंगे। क्योंकि पीएम मोदी भी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में मुख्य रूप से शामिल हो रहे हैं।

गस्त करते हुए ब्लैक कैट कमांडोज

 

आसमान में ड्रोन और हेलीकॉप्टर

अयोध्या में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। आसमान में ड्रोन और हेलीकॉप्टर से अयोध्या पर नजर रखी जाएगी। इसके अलावा सरयू नदी में स्नाइपर मौजूद रहेंगे। ADG जोन लखनऊ पीयूष मोर्डिया ने कहा कि हमारा जो भी पुलिस बल आना था वो जनपद में आ चुका है। पुलिस बलों को लगातार दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं। ड्रोन के माध्यम से पूरे जिले में निगरानी रखी जा रही है। नदी के किनारे नाव की सहायता से गश्त की जा रही है...जिन स्थानों पर मेहमान ठहरेंगे वहां भी व्यवस्थाएं की गई हैं। कार्यक्रम स्थल पर भी भारी फोर्स लगाई गई है।

ADG ने बताया कि अयोध्या में सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम के लिए एंटी टेरर स्क्वायड की कमांडो टीम ने अयोध्या में डेरा डाल दिया है। ATS की कमांडो टीम को विभिन्न टीम में बांटकर महत्वपूर्ण जगहों पर तैनात किया जा रहा है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले सुरक्षा के मद्देनजर लता मंगेशकर चौक पर यूपी आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) के कमांडो को तैनात किया गया है।यह टीम अयोध्या के प्रमुख स्थलों पर लगातार गश्त कर रही है। इधर अयोध्या जोन के आईजी प्रवीण कुमार का कहना है कि हम सभी एजेंसियों के साथ समन्वय बना रहे हैं। इंटेलिजेंस इनपुट पर बारीकी से ध्यान दिया जा रहा है। खुफिया ऐजेंसियाँ भी अलर्ट हैं। आईजी ने लोगों से अपील की है कि वह 23 जनवरी के बाद ही रामलला के दर्शन करने के लिए आए।

अयोध्या में NDRF की 3 टीमें तैनात

पुलिस, NSG, CISF और ATS व SPG कमांडोज के अलावा NDRF की 3 टीमें भी अयोध्या में अलर्ट मोड में तैनात रहेंगी। NDRF वाराणसी के DIG मनोज कुमार शर्मा ने कहा कि 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मद्देजनर हमारी 3 टीमें यहां तैनात हैं...स्थानीय प्रशासन और पुलिस के साथ समन्वय बनाकर हमने टीमें तैनात की हैं...हमारी एक टीम घाटों पर तैनात है...हम हर तरीके की चुनौती से निपटने के लिए सक्षम हैं। NDRF ने श्री राम जन्मभूमि के पास शिविर लगाया है।

अयोध्या में बाहरी लोगों की NO ENTRY

आज से 22 जनवरी तक अयोध्या में बाहरी लोगों की एंट्री बैन रहेगी। यानि रामनगरी में बाहरी लोगों को प्रवेश नहीं मिलेगा। सिर्फ उन्हीं बाहरी लोगों को एंट्री मिलेगी, जिनके पास निमंत्रण कार्ड होगा। इसके अलावा अयोध्या धाम व शहर के भीतर रहने वालों को उनके घर तक पहुंचने की अनुमति दी जाएगी। इसके लिए उन्हें भी पहचान पत्र दिखाना होगा। अयोध्या धाम के भीतर रहने वाले लोगों से पुलिस प्रशासन ने 21 और 22 जनवरी को बाहर न निकलने की अपील की है। वहीं जिला प्रशासन ने कड़ाके की ठंड को देखते हुए स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए व्यवस्था की है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले शहर, जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलजों में बिस्तर आरक्षित किए गए हैं तथा एम्स के विशेषज्ञों ने अयोध्या में स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों में डॉक्टरों को आपातकालीन प्रतिक्रिया पर केंद्रित प्रशिक्षण प्रदान किया है। दरअसल, रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हजारों लोग पहुँचने वाले हैं।

कुछ राज्यों में पूरे दिन की छुट्टी तो कहीं 'हाफ डे'

अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर केंद्र सरकार ने अपने सभी दफ्तरों और संस्थानों में 22 जनवरी को आधे दिन की छुट्टी कर दी है। वहीं केंद्र सरकार के साथ-साथ गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, त्रिपुरा, हरियाणा, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, असम में आधे दिन की छुट्टी रहेगी। जबकि उत्तर प्रदेश, गोवा, पुडुचेरी, महाराष्ट्र और चंडीगढ़ में पूरे दिन की सरकारी छुट्टी घोषित की गई है।

एएनआई के हवाले से अयोध्या के ये वीडियो