Ahmedabad awaits another magical innings of King Kohli

अहमदाबाद को किंग कोहली की एक और जादुई पारी का इंतजार

Ahmedabad awaits another magical innings of King Kohli

Ahmedabad awaits another magical innings of King Kohli

Ahmedabad awaits another magical innings of King Kohli- अहमदाबाद। भारत ने बुधवार को न्यूजीलैंड को हराकर आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप 2023 के फाइनल में प्रवेश किया। इसी मैच में विराट कोहली ने एकदिवसीय करियर का अपना 50वां शतक जड़कर महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के सर्वाधिक वनडे शतकों का रिकॉर्ड तोड़ दिया।

कोहली ने अपना पहला वनडे शतक 2009 में श्रीलंका के खिलाफ कोलकाता में बनाया था। उस समय बहुतों ने सोचा भी नहीं था कि वह इतने लंबे समय तक क्रिकेट खेलेंगे। क्रिकेट पंडितों को भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि कोहली जैसा कोई व्यक्ति आधुनिक क्रिकेट में तेंदुलकर से आगे निकल सकता है।

कोहली 2012 आते-आते भारतीय बल्लेबाजी लाइनअप का अभिन्‍न और महत्‍वपूर्ण हिस्‍सा बन चुके थे, लेकिन मास्टर ब्लास्टर के रिकॉर्ड को पार करना अभी भी एक कठिन काम था, यह देखते हुए कि खिलाडि़यों के लिए तीनों प्रारूपों में खेलना कितना मुश्किल है।

हालाँकि, तेंदुलकर को पता था कि अगर कोई उनके रिकॉर्ड के करीब पहुंच सकता है तो वह कोहली या रोहित शर्मा होंगे। पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने 11 साल पहले भविष्यवाणी की थी कि कोहली भविष्य में उनका रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। और जब बुधवार को कोहली ने उनका रिकॉर्ड तोड़ा, तो वह वानखेड़े में तेंदुलकर को सम्मान देने के लिए झुक गए, जहां मास्टर ब्लास्टर ने अपने शुरुआती वर्षों के दौरान क्रिकेट खेला था।

कोहली ने इस विश्‍वकप में तेंदुलकर का एक और रिकॉर्ड तोड़ा है। वह अब तक 711 रन के साथ वनडे विश्व कप के एक संस्करण में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने रिकॉर्ड तोड़े नहीं बल्कि इतिहास फिर से लिखा क्योंकि दोनों रिकॉर्ड एक भारतीय खिलाड़ी के ही नाम थे।

इस 'विराट' कारनामे के बाद तेंदुलकर ने कहा कि उन्हें इससे ज्यादा खुशी नहीं हो सकती कि एक भारतीय खिलाड़ी ने उनका रिकॉर्ड तोड़ा, और वह भी सबसे बड़े मंच पर। उन्‍होंने कहा, "मैं बहुत खुश हूं कि वह युवा लड़का 'विराट' खिलाड़ी बन गया है। मैं इससे ज्यादा खुश नहीं हो सकता कि एक भारतीय ने मेरा रिकॉर्ड तोड़ा। और सबसे बड़े मंच पर - विश्व कप सेमीफाइनल में - और मेरा घरेलू मैदान सोने पर सुहागा है।"

वर्ष 2008 में पदार्पण करने से लेकर 2022 में कप्तानी से हटाए जाने तक कोहली के अंतर्राष्‍ट्रीय करियर में कई चुनौतियां आईं। फिर भी, प्रत्येक झटके के बाद वह पहले से कहीं अधिक मजबूत होकर उभरे, और कई मौकों पर भारत को तब जीत दिलाई जब परिस्थितियां 'मेन इन ब्लू' के खिलाफ थीं।

चाहे वह पाकिस्तान के खिलाफ 2022 टी20 विश्व कप में उनकी आक्रामक पारी हो या चल रहे शोपीस इवेंट के लीग मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ उनकी मैच बचाने वाली 104 गेंदों में 95 रन की पारी - कोहली ने टीम को तब आगे बढ़ाया है जब इसकी बहुत जरूरत थी।

लक्ष्य का पीछा करने की कला के लिए जाने जाने वाले कोहली ने बाद में बल्लेबाजी करते हुए 27 शतक बनाए हैं। उनके 50 एकदिवसीय शतकों में से 42 बार टीम जीती है जो यह बताता है कि कैसे वह भारतीय बल्लेबाजी लाइनअप में मुख्य आधार रहे हैं।

विभिन्न देशों के खिलाफ असाधारण प्रदर्शन के साथ, कोहली की एकदिवसीय बल्लेबाजी की प्रतिभा लगभग हर देश के खिलाफ निखरकर सामने आई है। श्रीलंका के खिलाफ 51 पारियों में 10 शतक बनाकर वह एक प्रमुख खिलाड़ी रहे हैं।

वेस्टइंडीज ने 41 पारियों में नौ शतकों के साथ कोहली का कौशल देखा है जबकि ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्‍होंने क्रमश: 46 पारियों में आठ और 31 पारियों में छह शतक लगाये हैं।

किंग कोहली 2018 में जबरदस्त फॉर्म में थे। उन्होंने उस साल केवल 14 पारियों में छह शतक बनाए। अगले साल 2019 में भी उनकी असाधारण रन-स्कोरिंग जारी रही। उन्होंने 25 पारियों में पांच शतक बनाए। उनके करियर के शुरुआती वर्षों में 2012 (17 पारियों में पांच शतक), 2013 (30 पारियों में चार शतक), और 2014 (20 पारियों में चार शतक) में उल्लेखनीय प्रदर्शन के साथ लगातार वृद्धि देखी गई।

2011 में उन्होंने 34 पारियों में चार शतक लगाकर अपना दमखम दिखाया। वर्ष 2023 में एक बार फिर कोहली का उदय हुआ है। इस बल्लेबाज ने 23 पारियों में छह शतक लगाए हैं, जिससे भारत को मौजूदा आईसीसी ए‍कदिवसीय विश्व कप में उनके शानदार प्रदर्शन पर भरोसा है।

चूंकि यह (2023 संस्करण) उनका अब तक का सर्वश्रेष्ठ विश्व कप रहा है, क्या कोहली अपना 51वां शतक बना पाएंगे? रविवार का इंतजार करना होगा।