डॉक्टर्स दिल के मरीजों को आइसक्रीम खाने से करते हैं मना

आखिर क्यों डॉक्टर्स दिल के मरीजों को आइसक्रीम खाने से करते हैं मना, जानने के लिए यहाँ पढ़ें

आखिर क्यों डॉक्टर्स दिल के मरीजों को आइसक्रीम खाने से करते हैं मना

डॉक्टर्स दिल के मरीजों को आइसक्रीम खाने से करते हैं मना

नई दिल्ली। दुनियाभर में कार्डियोवैस्कुलर रोग से पीड़ित मरीजों की संख्या में रोजाना इजाफा हो रहा है। भारत में कार्डियोवैस्कुलर रोग के मरीजों की संख्या 5 करोड़ से बहुत अधिक है। इस बीमारी से बचाव के लिए लोगों को अपने खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। डॉक्टर्स भी दिल के मरीजों को कई चीजें न खाने की सलाह देते हैं। इनमें एक आइसक्रीम भी है। अक्सर डॉक्टर्स शुगर के मरीजों को आइसक्रीम न खाने की सलाह देते हैं। इसमें शुगर की मात्रा अधिक होती है। इसके सेवन से रक्त में शर्करा स्तर बढ़ने लगता है। इसके लिए शुगर के मरीजों को आइसक्रीम खाने की मनाही होती है। साथ ही दिल के मरीजों को भी आइसक्रीम से परहेज करनी चाहिए। अगर आप भी दिल के मरीज हैं और दिल को सेहतमंद रखना चाहते हैं, तो आइसक्रीम से जरूर परहेज करें। इसके अलावा, इन चीजों से भी जरूर दूरी बनाएं। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-

आइसक्रीम

जैसा कि हम सब जानते हैं कि आइसक्रीम में शुगर अधिक मात्रा में होती है। साथ ही आइसक्रीम में कोलेस्ट्रॉल भी अधिक होता है। इसके लिए डॉक्टर्स दिल के मरीजों को आइसक्रीम न खाने की सलाह देते हैं। डॉक्टर्स की मानें तो 1 दिन में 300 मिलीग्राम से अधिक कोलेस्ट्रॉल का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि एक आइसक्रीम में 100 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल होता है। इसके लिए आइसक्रीम खाने से परहेज करें। साथ ही कैंडी से भी दूरी बनाएं। इसमें चीनी होती है। इससे शरीर में फैट जमा हो सकता है, जो हार्ट डिजीज को न्योता दे सकता है। अगर खाते भी हैं, तो कोलेस्ट्रॉल काउंट पर जरूर ध्यान दें।

फ्राइड चिकन

ग्रील चिकन को वजन कम करने के लिए बेहतर माना जाता है। हालांकि, डॉक्टर्स की मानें तो चिकन को डीप फ्राई कर सेवन करने से सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसमें कोलेस्ट्रॉल अधिक होता है। इसके लिए डॉक्टर्स दिल के मरीजों को फ्राइड चिकन को डाइट में शामिल न करने की सलाह देते हैं। वहीं, सामान्य व्यक्ति भी दिल को स्वस्थ रखने के लिए इन चीजों का सीमित मात्रा में सेवन करें।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।