Aaj Ka Panchang 22 May 2024 : आज वैशाख शुक्ल चतुर्दशी तिथि, जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय
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Aaj Ka Panchang 3 May 2025 : आज वैशाख शुक्ल षष्ठी तिथि,जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय हिमाचल में बम धमाकों की धमकी; सरकारी अधिकारियों और सार्वजनिक स्थानों को निशाना बनाने की बात, हाई अलर्ट पर पुलिस, मचा हड़कंप मां वैष्णो देवी के त्रिकुट पर्वत पर बिजली गिरने का विहंगम दृश्य; श्रद्धालु लगाने लगे माता के जयकारे, यहां देखिए कैमरे में कैद पूरा मंजर अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप की दुनिया को धमकी; कहा- ईरान से अगर तेल लिया तो फिर अमेरिका... जानिए किस बड़े एक्शन की बात कही दिल्ली एयरपोर्ट पर हादसा; आंधी-बारिश से टर्मिनल-3 का टीन शेड गिरा, द्वारका में पेड़ गिरने से 4 लोगों की मौत, CM खुद सड़कों पर

Aaj Ka Panchang 22 May 2024 : आज वैशाख शुक्ल चतुर्दशी तिथि, जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

Aaj Ka Panchang 22 May 2024

Aaj Ka Panchang 22 May 2024

Aaj Ka Panchang 22 May 2024: हिंदू कैलेंडर में पंचांग एक जरूरी हिस्सा होता है. यह महीने की तीस तिथियों और पांच अंगों (वार, योग, तिथि, नक्षत्र और करण) से मिलकर बनता है. दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में हर प्रकार की जानकारी प्रदान करता है. आइये जानते हैं 22 May 2024 का पंचाग... 

22 मई 2024 व्रत-त्योहार-वार
 शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी

सूर्योदय-सूर्यास्त का समय
सूर्योदय: सुबह 5:26 एएम
सूर्यास्त: शाम 7:08 पीएम

दिन-बुधवार

22 मई 2024 का शुभ मुहूर्त

वैशाख शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि: 22 मई 2024 को शाम 6 बजकर 48 मिनट तक
वरीयान योग: 22 मई 2024 को दोपहर 12 बजकर 37 मिनट तक 
स्वाती नक्षत्र: 22 मई 2024 को सुबह 7 बजकर 48 मिनट तक स्वाती नक्षत्र रहेगा, उसके बाद विशाखा नक्षत्र लग जाएगा.

राहुकाल का समय

दिल्ली: दोपहर 12:18 से दोपहर 02:00 PM
मुंबई: दोपहर 12:35 से दोपहर 02:13 PM
लखनऊ: दोपहर 12:03 से दोपहर 01:44 PM
भोपाल: दोपहर 12:16 से दोपहर 01:57 PM

चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय 

चन्द्रोदय: 6:06 PM,22 मई 2024
चन्द्रास्त: 5:10 AM 23 मई 2024

सूर्य -सूर्य वृष राशि पर है

ग्रेगोरियन कैलेंडर के हिसाब से किसी महीने में 31 और किसी महीने में 1 दिन होते हैं. अगर हम हिंदू कैलेंडर की बात करें तो उसके हिसाब से हर माह में 1 दिन ही होते हैं, जिन्हें तिथि कहा जाता है. ये तिथियां दो पक्षों में होती हैं. इनमें से एक पक्ष को शुक्ल और एक पक्ष को कृष्ण कहा जाता है. ये 15-15 दिन के होते हैं. हिंदू कैलेंडर के हिसाब से इन तिथियों को प्रतिप्रदा, द्वितीया, तृतीया, चतुर्थी, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी और एक पक्ष की आखिरी तिथि को अमावस्या और दूसरे पक्ष की अंतिम तिथि को पूर्णिमा कहा जाता है. इन्हीं सब के आधार पर पंचांग बनता है.