किसानों के रेल रोको आंदोलन से पहले पुलिस कर्मियों की छुट्टियां रद्द

किसानों के रेल रोको आंदोलन से पहले पुलिस कर्मियों की छुट्टियां रद्द, 20 IPS अफसरों को सौंपी 13 जिलों की जिम्मेदारी

किसानों के रेल रोको आंदोलन से पहले पुलिस कर्मियों की छुट्टियां रद्द

किसानों के रेल रोको आंदोलन से पहले पुलिस कर्मियों की छुट्टियां रद्द

लखनऊ। नवरात्र व दशहरा के त्योहारों और संयुक्त किसान मोर्चा के तल्ख तेवरों के मद्देनजर 18 अक्टूबर तक उत्तर प्रदेश में पुलिस अधिकारियों और कार्मिकों को छुट्टी नहीं मिलेगी। इस अवधि में केवल अपरिहार्य कारणों से मुख्यालय से अवकाश की अनुमति दी जाएगी। अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार की ओर से रविवार को इस बारे में आदेश जारी कर दिया गया है।

शारदीय नवरात्र चल रहे हैं। नवरात्र में जगह-जगह दुर्गा पूजा पंडाल स्थापित किये जा रहे हैं। रामलीला का भी मंचन हो रहा है। 15 अक्टूबर को दशहरे का त्योहार है। त्योहारों के मद्देनजर मंदिरों, दुर्गा पूजा पंडालों, रामलीलाओं, बाजारों और सार्वजनिक स्थलों पर भीड़भाड़ बढ़ना तय है। उधर संयुक्त किसान मोर्चा ने 15 अक्टूबर को दशहरा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का पुतला फूंकने और 18 अक्टूबर को रेल रोको आंदोलन की घोषणा की है। इससे कानून व्यवस्था के मोर्चे पर चुनौती और बढ़ गई है।

इस संदर्भ में अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने सभी जोनल अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस आयुक्त, परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उप महानिरीक्षक, जिला पुलिस प्रभारी, पुलिस अधीक्षक रेलवे को 18 अक्टूबर तक पुलिस कार्मिकों को अवकाश की अनुमति न देने का आदेश दिया है।

बता दें कि लखीमपुर खीरी में हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में भी शांति-व्यवस्था की चुनौती बढ़ती जा रही है। खुफिया तंत्र को सक्रिय किए जाने के साथ ही कई जिलों में अतिरिक्त सतर्कता बरते जाने के दिश-निर्देश दिए गए हैं। खासकर सात अक्टूबर से शुरू हो रही नवरात्रि और 15 अक्टूबर को दशहरा की शांति-व्यवस्था किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगी। यही वजह है कि इस बाद दुर्गापूजा, रामनवमी व दशहरा की सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर कड़े बंदोबस्त किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।

उत्तर प्रदेश के एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि दुर्गा पूजा, राम नवमी व दशहरा की सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर कड़े बंदोबस्त किए जा रहे हैं। कहीं भी अफवाह फैलाने अथवा गड़बड़ी करने वालों से पुलिस पूरी सख्ती से निपटेगी। संवेदनशील स्थलों पर अतिरिक्त पुलिस और पीएसी मुस्तैद की जाएगी। इस दौरान पांच कंपनी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल भी अलग-अलग स्थानों पर तैनात रहेगा। इंटरनेट मीडिया की निगरानी के कड़े निर्देश दिए गए हैं।