नोएडा-ग्रेनो के 6 बिल्डरों पर गिरी गाज, यमुना अथॉरिटी ने करीब 18 करोड़ रुपये किए जब्तगौतमबुद्ध नगर: नोएडा और ग्रेटर नोएडा में एक के बाद एक बिल्डरों पर आफत टूट रही है. गुरुवार को यमुना एक्सप्रेस-वे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी ने छह बिल्डरों पर बड़ी कार्रवाई की है. यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे इन बिल्डरों को आवंटित जमीनों का आवंटन रद्द कर दिया गया है. अथॉरिटी ने बिल्डरों से 1,60,000 वर्ग मीटर जमीन वापस ली है. भूमि आवंटन की एवज में जमा किया गया पैसा भी जब्त कर लिया गया है. अब इन भूखंडों का अथॉरिटी नए सिरे से आवंटन करेगी. अथॉरिटी के सीईओ ने लिया कड़ा फैसला इन बिल्डरों के करीब 18 करोड़ रुपये जब्त कर लिए गए हैं. गुरुवार को यह कड़ा फैसला प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ.अरुणवीर सिंह ने लिया है. डॉ. अरुणवीर सिंह के मुताबिक भूमि का आवंटन लेने के बाद इन बिल्डरों ने प्राधिकरण की बकाया धनराशि नहीं चुकाई है. आवंटित भूमि पर परियोजनाएं शुरू नहीं की गई हैं. बिल्डरों को बार-बार बकाया पैसा चुकाने के लिए नोटिस भेजे गए, लेकिन कोई जवाब नहीं दिया गया. अब इनके आवंटन रद्द कर दिए गए हैं. LSG vs CSK Dream11 prediction: इन 11 प्लेयर्स पर लगा सकते हैं दांव किस बिल्डर की कितनी संपत्ति जब्त:- 1. सन वाइट इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड, सेक्टर-D 11,253 - वर्ग मीटर 1.33 करोड़ जब्त 2. प्रथम रियल वेंचर्स, सेक्टर-D 11,610 - वर्ग मीटर 1.36 करोड़ जब्त 3. ग्रोथ इंफ्राटेक, सेक्टर-D 18,440 - वर्ग मीटर 12.16 - करोड़ जब्त इस तस्वीर में छुपी है एक बिल्ली, खोज लिया तो आपकी नजरों का नहीं है कोई जवाब 4. यूजी इंफ्रा स्ट्रेचर, सेक्टर-D 10,103 - वर्ग मीटर 1.18 - करोड़ जब्त 5. तृवली प्रोजेक्ट, सेक्टर-D 11,610 - वर्ग मीटर 1.36 करोड़ जब्त

नोएडा-ग्रेनो के 6 बिल्डरों पर गिरी गाज, यमुना अथॉरिटी ने करीब 18 करोड़ रुपये किए जब्त

नोएडा-ग्रेनो के 6 बिल्डरों पर गिरी गाज

नोएडा-ग्रेनो के 6 बिल्डरों पर गिरी गाज, यमुना अथॉरिटी ने करीब 18 करोड़ रुपये किए जब्तगौतमबुद्ध नगर:

ग्रेटर नोएडाl बिल्डरों की देनदारी बढ़ने पर यमुना प्राधिकरण ने कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। बृहस्पतिवार को आठ बिल्डरों के नौ भूखंडों के आवंटन को निरस्त कर दिया है। वहीं बकाया जमा नहीं करने पर बिल्डरों द्वारा जमा किए गए 28 करोड़ रुपये भी जब्त कर लिए हैं। इन बिल्डरों को ढाई लाख वर्गमीटर जमीन आवंटित की गई थी, जिस पर प्राधिकरण कब्जा ले लेगा। आठ भूखंड सेक्टर 22डी व एक भूखंड सेक्टर 22ए में हैं। इनमें से चार बिल्डर लाजिक्स बिल्डर के सबलीज हैं। हाल ही में लाजिक्स बिल्डर के खिलाफ दिवालिया की कार्रवाई शुरू हुई है।

बिल्डरों पर यमुना प्राधिकरण का करीब 7500 करोड़ रुपये बकाया है। इनकी वसूली को लेकर प्राधिकरण कई बार बिल्डरों से संपर्क कर चुका है, लेकिन बकाया जमा नहीं किया गया। बिल्डर किस्तें तक जमा नहीं कर रहे हैं, जिस कारण वे डिफाल्टर हो गए हैं। कुछ बिल्डरों ने तो नक्शा तक पास नहीं कराया। प्राधिकरण ने ऐसे में कार्रवाई की है। इन सभी को ग्रुप हाउसिंग के तहत जमीन आवंटित की गई थी। जानकारी के मुताबिक, बिल्डर सन व्हाइट इंफ्राटेक को मई 2014 में सेक्टर-22डी में जमीन आवंटित की थी। यह जमीन लाजिक्स बिल्डर ने सबलीज की थी।

आज तक इसका नक्शा पास नहीं कराया गया। प्रथम रियलवेंचर्स को वर्ष 2014 में जमीन आवंटित हुई थी। यह जमीन एससी इंफ्राटेक ने सबलीज की थी। ग्रोथ इंफ्रा डेवलपर्स को 2011 में करीब 4.5 एकड़ जमीन आवंटित हुई थी। जमीन लाजिक्स बिल्डर ने सबलीज की थी। लाजिक्स ने यूजी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा. लि. को 10103 वर्ग मीटर जमीन सबलीज की थी।

टिवेली प्रोजेक्ट्स को भी 2.5 एकड़ से अधिक जमीन आवंटित की गई थी। ओमनिस डेवलपर्स ने भी जमीन आवंटित कराने के बाद कोई कार्रवाई नहीं की। इनमें किसी में भी बिक्री नहीं हुई है। यमुना प्राधिकरण ने लाजिक्स बिल्डर को 200 एकड़ अधिक जमीन आवंटित की थी। इसमें से लाजिक्स एक भूखंड छोड़ चुका है।