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vigilance bureau: विजीलैंस ने मार्कफैड का सीनियर ब्रांच अधिकारी को किया गिरफ्तार, देखें क्या है मामला

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चंडीगढ़। Vigilance Bureau: राज्य में भ्रष्टाचार को रोकने के मद्देनजर विजीलैंस ब्यूरो पंजाब ने बुधवार को पंजाब मार्कफैड (Punjab Markfed) के एम. आर. एम कंपलैक्स राजपुरा, जिला पटियाला (Patiala) में गेहूं के स्टाक में बड़ा गबन करने के दोष अधीन सीनियर ब्रांच अधिकारी राजबीर सिंह बैंस (Rajbir Singh Bains) को गिरफ्तार कर लिया है। उक्त मामले में राजबीर सिंह बैंस (Rajbir Singh Bains) सहित शामिल मार्कफैड के चार मुलजिमों ने एम. आर. एम. कम्पलैक्स में भंडारित की 6097 क्विंटल गेहूं की   12,194 बोरियों की हेरा-फेरी करके सरकारी खजाने को 1,24,61,658 रुपए का भारी नुकसान पहुंचाया है।

इस संबंधी जानकारी देते हुये आज यहाँ स्टेट विजीलैंस ब्यूरो (vigilance bureau) के प्रवक्ता ने बताया कि इस सम्बन्ध में आई. पी. सी. की धारा 409, 120-बी और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की धारा 13(1) डी, 13(2) के अंतर्गत (FIR number) एफआईआर नंबर 7 तारीख़ 13-05- 2016 को विजीलैंस ब्यूरो (Vigilance Bureau) के थाना पटियाला (Thana Patiala) में पहले ही मामला दर्ज किया हुआ था। इस केस में राजबीर सिंह बैंस (Rajbir Singh Bains) सीनियर ब्रांच अफसर मार्कफैड, राजपुरा, खरीद ख़ान, निगरान (कस्टोडियन), एमआरएम कंपलैक्स और दलेर सिंह, सेलजमैन को इस गबन के लिए जिम्मेदार पाया गया। इस मामले की जांच के दौरान अश्वनी कुमार (Ashwani Kumar) फील्ड अफसर, ओपन पलिंथ (गोदाम), गांव ढींडसा, राजपुरा को भी बाद में नामजद किया गया।

गबन करने के लिए जिम्मेदार पाये गए (found responsible for embezzlement)

उन्होंने आगे बताया कि यह मामला एमआरएम कंपलैक्स राजपुरा (MRM Complex Rajpura) में ख़ाद्य और सिवल सप्लाई विभाग (civil supply department) के अधिकारियों के साथ मार्कफैड के भंडारण गोदामों (storage warehouse) और ढींडसा में खुले पलिंथ की अचानक चैकिंग (checking) करने के उपरांत दर्ज किया गया है। इस चैकिंग के दौरान विजीलैंस ब्यूरो  (Vigilance Bureau) की टीम को पता लगा है कि मार्कफैड (Markfed) के उक्त मुलाजिमों ने साल 2013-2014, 2014-2015 और 2015-2016 के दौरान 6097 क्विंटल वजनी गेहूं की 12194 बोरियों का गबन (embezzlement of 12194 sacks) करने के लिए जिम्मेदार (Responsible) पाये गए थे। इस तरह उक्त दोषियों ने इस गेहूं के स्टाक का दुरुपयोग करके सरकारी खजाने को 1,24,61,658 रुपए का नुकसान पहुंचाया है। इस सम्बन्धी आगे जांच जारी है।

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