Ankita Bhandari Murder Case: अंकिता भंडारी हत्याकांड में कोर्ट का फैसला; 3 दोषियों को आजीवन कारावास की सजा

अंकिता भंडारी हत्याकांड में कोर्ट का फैसला; 3 दोषियों को आजीवन कारावास की सजा, देह व्यापार करवाने के चलते हत्या की गई थी

Uttarakhand Ankita Bhandari Murder Case Court Life imprisonment To 3 Culprits

Uttarakhand Ankita Bhandari Murder Case Court Life imprisonment To 3 Culprits

Ankita Bhandari Murder Case: उत्तराखंड के करीब 3 साल पुराने बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में सजा का ऐलान हो गया है। कोटद्वार कोर्ट ने हत्या के तीनों आरोपियों (पुलकित आर्य, सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता) को IPC की धारा 302 (हत्या), 201 (साक्ष्य नष्ट करना), 120 बी (षडयंत्र), 354 ए और अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम के तहत दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुना दी है। सजा सुनाये जाने के दौरान कोर्ट परिसर और आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।

दरअसल, अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर हजारों लोगों में आक्रोश था। आज सजा के ऐलान से पहले लोग जुटना शुरू हो गए थे। अंकिता के हत्यारों के लिए फांसी की सजा की मांग की जा रही थी। वहीं अंकिता के परिवार ने भी हत्यारों के लिए फांसी की सजा मांगी थी। अंकिता की मां ने रोते-बिलखते हुए कहा था कि, न्याय के लिए हत्यारों को फांसी की ही सजा दी जाये। तभी अंकिता की आत्मा को शांति मिलेगी। हालांकि, कोर्ट ने हत्या के तीनों दोषियों को फांसी की सजा नहीं सुनाई। इसकी जगह आजीवन कारावास की सजा सुनाई।

Ankita Bhandari Murder Case

18 सितंबर 2022 को ऋषिकेश में अंकिता की हत्या

19 साल की अंकिता भंडारी ऋषिकेश में लक्ष्मण झूला के नजदीक एक रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थी। रोज की तरह वह 18 सितंबर 2022 को भी रिजॉर्ट में काम पर गई लेकिन इसके बाद उसका यहां से घर जाना नहीं हो पाया। जब अंकिता घर नहीं लौटी तो उसके लापता होने की शिकायत परिवार द्वारा पुलिस को दी गई। शिकायत के बाद जब पुलिस ने तहकीकात की तो पता चला की अंकिता की हत्या कर दी गई है। पुलिस ने अंकिता की लाश 23 सितंबर को एक नहर से बरामद की।

देह व्यापार करवाने के चलते अंकिता की हत्या

बताया जाता है कि, मुख्य दोषी पुलकित आर्य (रिजॉर्ट मालिक) ने अपनी अय्याशियों को छिपाने के लिए अपने दोनों साथियों के साथ मिलकर अंकिता भंडारी की हत्या की। पुलकित आर्या रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी से रिजॉर्ट में आने वाले लोगों के साथ वेश्यावृत्ति कराना चाहता था। वह इसके लिए अंकिता भंडारी पर दवाब बना रहा था। लेकिन जब अंकिता भंडारी ने ऐसा करने से साफ इंकार कर दिया तो खुंदक में पुलकित आर्य ने अपने दोनों साथियों के साथ मिलकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी और लाश नजदीक एक नहर में फेंक दी।

अंकिता भंडारी की हत्या से ऋषिकेश में आ गया था उबाल

अंकिता भंडारी की हत्या (Rishikesh Ankita Bhandari Murder) से जहां एक तरफ पूरा परिवार मातम में था तो वहीं दूसरी ओर ऋषिकेश के लोगों में भयंकर रोष और आक्रोश उमड़ पड़ा था। लोग इस मामले को लेकर सड़कों पर उतरे हुए थे और प्रदर्शन कर रहे थे। खासकर महिलाओं में बेहद ज्यादा आक्रोश और गुस्सा देखा गया। उस समय महिलाओं ने पुलिस की उस गाड़ी को भी घेर लिया था। जिसे गाड़ी में पुलिस पुलकित आर्य और उसके दोनों साथियों को ले जा रही थी। लोगों ने पुलकित आर्य के रिजॉर्ट में आग भी लगा दी थी।