बेटियों ने हाथ-पैर पकड़े, लिव-इन पार्टनर ने गला काटा: लखनऊ में इंजीनियर की सोते वक्त हत्या की, छटपटाया तो दबोचकर बैठीं
Surya Pratap Murder Case
Surya Pratap Murder Case: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुए इंजीनियर सूर्य प्रताप सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस जांच में सामने आया है कि सूर्य प्रताप की हत्या उनकी लिव-इन पार्टनर रत्ना और उसकी दोनों बेटियों ने मिलकर की थी. पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की है. करीब 20 घंटे तक चली इस पूछताछ में कई खुलासे हुए है. जिसके आधार पर पुलिस ने मामले में आगे की जांच में जुट गई है.
इंजीनियर सूर्य प्रताप सिंह (40) लखनऊ के जानकीपुरम सेक्टर-जी में अपनी लिव-इन पार्टनर रत्ना के साथ रहते थे. 8 दिसंबर की सुबह रत्ना और उसकी दोनों बेटियों ने मिलकर सूर्य प्रताप को मौत के घाट उतार दिया. प्लानिंग के तहत, बेटियों ने इंजीनियर के हाथ-पैर पकड़े और रत्ना ने उसका चाकू से गला रेत दिया. इसके बाद रत्ना ने ही पुलिस को फोन कर घटना की जानकारी दी थी.
पूछताछ में हुआ खुलासा
मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. साथ ही मां-बेटियों को हिरासत में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है. तीन लोगों से करीब 20 घंटे तक चली पुलिस की पूछताछ में उन्होंने अपना जुर्म कबूल लिया है. तीनों ने एक ही बयान दिया है. रत्ना ने पूछताछ में खुलासा किया कि सूर्य प्रताप सिंह आए दिन उसकी दोनों बेटियों के साथ मारपीट करता था. वह तीनों के घर में कैद करके रखता था.
रत्ना ने मृतक इंजीनियर पर लगाए गंभीर आरोप
उन्हें बाहर नहीं जाने देता था. रत्ना का आरोप है कि सूर्य उसकी बड़ी बेटी को गलत नियत से देखता था. साथ ही उसे बैड टच भी किया करता था. वहीं, जब इस बात का विरोध करते थे, तो वह मारपीट करता था. आगे की पूछताछ में सामने आया कि 7 दिसंबर को जब सूर्य प्रताप घर लौटा तो उसने रत्ना की बड़ी बेटी को मोबाइल चेक किया, जिसमें एक लड़के के साथ बड़ी बेटी की फोटो देखकर वह आग बबूला हो गया.
जानें कैसे किया मर्डर
सूर्य फोटो में दिखे युवक को बेटी का बॉयफ्रेंड बताते मारपीट करने लगा. करीब रात 11 बजे तक उसने बड़ी बेटी के साथ मारपीट जारी रखी. इस बात से गुस्साई से मां-बेटियों ने रातभर जाकर सूर्य प्रताप को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया. प्लान के तहत, 8 दिसंबर की सुबह 5 बजे सूर्य प्रताप सो रहा था, इस दौरान मां-बेटियां उसे कमरे में घुस आईं. इसके बाद दोनों बेटियों ने मजबूती से उसके हाथ-पैर पकड़े, जबकि मां रत्ना ने चाकू से उसका गला रेत दिया था. सूर्य काफी देर तक छटपटाता रहा, लेकिन तीनों उसे दबोच रहे. इसके बाद इंजीनियर ने दम तोड़ दिया था.