वोटर लिस्ट से कट सकते हैं 2.91 करोड़ नाम, SIR की समय-सीमा 14 दिन बढ़ाने की मांग

Electoral Officer Navdeep Rinwa

Electoral Officer Navdeep Rinwa

लखनऊ: Electoral Officer Navdeep Rinwa: उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि प्रदेश में चल रही विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित ढंग से पूरा करने और शुद्ध मतदाता सूची तैयार करने के उद्देश्य से भारत निर्वाचन आयोग से दो सप्ताह का अतिरिक्त समय मांगा गया है. यह समय जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा मृतक, स्थायी रूप से स्थानान्तरित तथा अनुपस्थित मतदाताओं के पुनः सत्यापन के लिए आवश्यक बताया गया है.

डिजिटाइजेशन काम 99.24 प्रतिशत पूरा: मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार, प्रदेश में अब तक 99.24 प्रतिशत गणना प्रपत्रों का डिजिटाइजेशन कार्य पूर्ण कर लिया गया है. इनमें से 18.85 प्रतिशत गणना प्रपत्र असंग्रहीत श्रेणी में पाए गए हैं, जिनमें मृतक, स्थायी रूप से स्थानान्तरित, अनुपस्थित तथा दोहरी प्रविष्टि वाले मतदाता शामिल हैं. वहीं, 80.29 प्रतिशत गणना प्रपत्र मतदाताओं या उनके परिवार के सदस्यों के हस्ताक्षर के साथ वापस प्राप्त हो चुके हैं.

मतदाताओं के सत्यापन में सहयोग की अपील: उन्होंने बताया कि असंग्रहीत श्रेणी में आए 18.85 प्रतिशत, लगभग 2.91 करोड़ मतदाता शामिल हैं. इनमें सबसे अधिक 8.22 प्रतिशत (करीब 1.27 करोड़) मतदाता स्थायी रूप से अपने निवास स्थान से शिफ्टेड पाए गए हैं. इसके अलावा 2.98 प्रतिशत (लगभग 45.95 लाख) मृतक मतदाता, 1.50 प्रतिशत (लगभग 23.69 लाख) दोहरी प्रविष्टि वाले मतदाता, 0.62 प्रतिशत (लगभग 9.58 लाख) ऐसे मतदाता जिन्होंने गणना प्रपत्र लेकर अब तक वापस नहीं किया, तथा 5.49 प्रतिशत (करीब 84.73 लाख) मतदाता अनुपस्थित पाए गए हैं.

मतदाता सूची से मैपिंग 76 फीसदी हुई: अब तक प्राप्त गणना प्रपत्रों की वर्ष 2003 की मतदाता सूची से मैपिंग का कार्य 76 प्रतिशत से अधिक पूर्ण किया जा चुका है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिया है कि इस काम में और तेजी लाते हुए इसे शीघ्र पूरा किया जाए. उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन मतदाताओं का नाम वर्ष 2025 की मतदाता सूची में न होने के कारण उन्हें गणना प्रपत्र प्राप्त नहीं हुआ है, उनसे फॉर्म-6 भरवाया जाए. इसके साथ ही 01 जनवरी 2026 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले युवाओं से भी फॉर्म-6 भरवाकर उन्हें मतदाता सूची में शामिल करने के निर्देश दिए गए हैं.

गणना प्रपत्रों के डिजिटाइजेशन का काम पूरा: रिणवा ने बताया कि प्रदेश के 14 जनपदों, 132 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों और 1,43,509 मतदेय स्थलों में गणना प्रपत्रों के डिजिटाइजेशन का कार्य पूर्ण हो चुका है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों से मृतक, स्थायी रूप से स्थानान्तरित, अनुपस्थित तथा दोहरी प्रविष्टि वाले मतदाताओं के सत्यापन में सहयोग की अपील की है.

12 दिसंबर तक मतदाता सूची उपलब्ध कराएंगे: उन्होंने कहा कि सभी बूथ लेवल अधिकारी अपने-अपने बूथ के बूथ लेवल एजेंट को आगामी 12 दिसंबर 2025 तक संग्रहीत मतदाताओं की सूची उपलब्ध कराएंगे. यह सूची मुख्य निर्वाचन अधिकारी तथा संबंधित जिला निर्वाचन अधिकारी की वेबसाइट पर भी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध रहेगी.