राजा और सोनम के बाद हनीमून मनाने सिक्किम पहुंचा UP का कपल 12 दिन से लापता, पिता बोले- बिना खोज नहीं लौटेंगे

Mystery of Kaushalendra-Ankita's Honeymoon Tour

Mystery of Kaushalendra-Ankita's Honeymoon Tour

Mystery of Kaushalendra-Ankita's Honeymoon Tour: इस समय एमपी के इंदौर जिले का एक कपल चर्चा का विषय बना हुआ है, वो है राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी. दोनों मेघायल की राजधानी शिलांग घूमने गए थे. वहीं लापता हो गए. एक हफ्ते पहले राजा रघुवंशी की लाश शिलांग में मिली, जबकि सोनम शिलांग से 1162 किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में मिली. वहीं एक कपल और मिसिंग है, जो यूपी के प्रतापगढ़ जिले का रहने वाला है. ये कपल सिक्किम में हनीमून मनाने गया था, लेकिन वहां इनके साथ एक ऐसा हादसा हो गया कि अब तक इनका कुछ पता नहीं चल पाया है.

बता दें कि सिक्किम के मंगन जिले में पर्यटकों को ले जा रही टूरिस्ट बस तीस्ता नदी में गिर गई थी. इस बस में कुल 11 लोग सवार थे, जिसमें प्रतापगढ़ का नवविवाहित जोड़ा कौशलेंद्र सिंह (29) और अंकिता सिंह (26) भी थे. ये अपने घर से हनीमून मनाने के लिए सिक्किम गए थे. घटना की जानकारी होते ही दोनों परिवारों में कोहराम मच गया. दोनों के परिजन आनन-फानन में सिक्किम पहुंच गए.

1000 फीट नीचे नदी में गिरी बस

सांगीपुर इलाके के राहाटिकर गांव के शेर बहादुर सिंह के इकलौते बेटे कौशलेंद्र प्रताप सिंह और पट्टी कोतवाली के धनगढ़ सराय छिवलहा निवासी राजेश सिंह की बेटी अंकिता सिंह की शादी 5 मई को ही हुई थी. दोनों ने हनीमून ट्रिप के लिए पूर्वोत्तर के राज्य सिक्किम को चुना और 24 मई को हनीमून के लिए घर से निकल गए. मंगन जिले में भारी बारिश के चलते इनकी बस फिसलकर लगभग 1000 फीट गहरी तीस्ता नदी में गिर गई.

मौसम के चलते नहीं चल पा रहा सर्च ऑपरेशन

घटना के बाद सर्च ऑपरेशन शुरू तो हुआ, लेकिन मौसम दगा दे गया, जिसके चलते सर्च ऑपरेशन प्रभावित हो गया. हादसा उस समय हुआ, जब बीती 29 मई को यह लोग उत्तर सिक्किम के मंगन जिले से वापस गंगटोक स्थित होटल के लिए लौट रहे थे. मंगन से रवाना होने से पूर्व सुबह कौशलेंद्र की अपनी मां बेबी सिंह से आखिरी बार बात हुई थी.

मेदांता हॉस्पिटल में काम करती थी अंकिता

कौशलेंद्र के पिता शेर बहादुर और अंकिता के भाई व चाचा अभी भी सिक्किम में दोनों के मिलने की उम्मीद में जमे हुए हैं तो वहीं दो परिवारीजन रविवार को वापस आ गए. बताया जा रहा है कि अंकिता लखनऊ के मेदांता अस्पताल के मेडिसिन विभाग में काम करती थी. वहीं कौशलेंद्र अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था और दिल्ली में सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहा था.