Wall Street: फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका से अमेरिकी शेयर बाजारों में गिरावट

फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका से अमेरिकी शेयर बाजारों में गिरावट

Wall Street: फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका से अमेरिकी शेयर बाजारों में गिरावट

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अमेरिकी बाजारों में कल 2 साल में सबसे बड़ी गिरावट देखी गई और इसका असर आज एशियाई बाजारों सहित भारतीय बाजार पर आने की पूरी आशंका है. अमेरिकी बाजारों में तीनों प्रमुख इंडेक्स में साल 2020 के बाद की एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. इसकी वजह रही अमेरिका में कल आए कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) के आंकड़े जिनमें अगस्त में महंगाई दर 6.3 फीसदी पर आ गई है. जुलाई में ये 5.9 फीसदी रही थी.

अमेरिकी बाजारों में रही कितनी गिरावट

अमेरिका में डाओ जोंस इंडस्ट्रियल एवरेड कल 1276 पॉइंट यानी 3.94 फीसदी की बड़ी गिरावट के साथ 31,104.97 पर बंद हुआ. एसएंडपी 500 में 177 .72 अंकों यानी 4.32 फीसदी की गिरावट के साथ 3,932.69 पर कारोबार बंद हुआ और नैस्डेक कंपोजिट में 632.84 अंक यानी 5.16 फीसदी की गिरावट के साथ 11,633.57 पर ट्रेड देखा गया. 

SGX Nifty में 1.5 फीसदी की गिरावट, भारतीय और एशियाई बाजार के लिए निगेटिव संकेत

कल के अमेरिकी बाजारों के गिरने का असर आज SGX Nifty सहित सभी एशियाई बाजारों पर देखा जा रहा है और ये बड़ी गिरावट के साथ लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं. आज सुबह SGX Nifty 258 अंक या 1.58 फीसदी की कमजोरी के साथ 17807 के लेवल पर आ गया है जिससे साफ दिख रहा है कि बाजार में सेंटीमेंट खराब है और भारतीय बाजार इसके असर से गैप डाउन ओपनिंग दिखाएंगे. वहीं सिंगापुर का स्ट्रेट टाइम्स 1.25 फीसदी, जापान का निक्केई 2.09 फीसदी, हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग 0.18 फीसदी, कोरिया का कोस्पी 1.70 फीसदी और ताइवान के बाजार करीब 2 फीसदी टूटकर कारोबार कर रहे हैं. 

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कल कैसा बंद हुआ था भारतीय शेयर बाजार

कल भारतीय शेयर बाजार के कारोबार में बीएसई का सेंसेक्स 451 अंकों की तेजी के साथ 60,566 अंकों पर तो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 130 अंकों की तेजी के साथ 18,070 अंकों पर बंद हुआ था. हालांकि आज एसजीएक्स निफ्टी की गिरावट दिखा रही है कि ये लाल निशान में खुलने की तैयारी कर रहे हैं. 

अमेरिका में महंगाई दर बढ़ने से फेडरल रिजर्व के दरें बढ़ाने की आशंका गहराई

अमेरिका में CPI आधारित महंगाई दर बढ़ने से ये डर और गहरा गया है कि फेडरल रिजर्व आगे चलकर अपनी ब्याज दरों में और बढ़ोतरी करेगा जिसका असर ग्लोबल बाजारों पर देखा जाएगा. इसके अलावा इस बात की भी चिंता जताई जा रही है कि फेडरल रिजर्व द्वारा पॉलिसी को कड़े करने का दौर लंबे समय तक चल सकता है जिसके असर से अर्थव्यवस्था में मंदी गहरा सकती है.

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क्रिप्टोकरेंसी में भी देखी जा रही गिरावट

क्रिप्टोकरेंसी बाजार में भी अमेरिकी बाजारों की गिरावट का असर देखा जा रहा है और प्रमुख क्रिप्टो में कमजोरी के साथ ट्रेड चल रहा है. बिटकॉइन में 8.72 फीसदी की गिरावट के बाद 20,300 पर ट्रेड देखा जा रहा है. इथेरियम में 6.69 फीसदी की गिरावट है और ये 1581.78 पर चल रही है. टीथर में भी लाल निशान छाया हुआ है. BNB में 4.20 फीसदी और XRP में 5.99 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा रही है.