यूक्रेन के न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हमला, भड़के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने रूस को बताया ‘आतंकवादी देश’

यूक्रेन के न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हमला, भड़के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने रूस को बताया ‘आतंकवादी देश’

यूक्रेन के न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हमला

यूक्रेन के न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हमला, भड़के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने रूस को बताया ‘आतंकवादी देश

रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। रूसी सेना ने देश में स्थित यूरोप के सबसे बड़े न्यूक्लियर प्लांट पर हमला किया और इस संयंत्र पर रूसी बलों ने कब्जा कर लिया है। इस हमले के बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने एक बार फिर रूस के खिलाफ जुबानी हमला बोला है और दुनिया से रूस पर सख्त प्रतिबंध लगाने की मांग की है। यह जानकारी समाचार एजेंसी एएफपी ने दी है। 

इसके अलावा ज़ेलेंस्की ने एक वीडियो जारी कर रूस पर 'परमाणु आतंक' का आरोप लगाया और कहा कि मॉस्को चेर्नोबिल आपदा को "दोहराना" चाहता है। 

यूक्रेन के सरकारी परमाणु नियामक ने कहा कि एनेर्होदार शहर में स्थित जपोरिजिया संयंत्र में विकिरण के स्तर मे अब तक कोई बदलाव नहीं आया है। संयंत्र के कर्मचारी इसका निरीक्षण कर रिएक्टर संख्या-1 के कंपार्टमेंट को हुए नुकसान का पता लगा रहे हैं।

वहीं, इस घटना के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की की अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और दूसरे देशों के नेताओं से फोन पर बात हुई है। अमेरिका के ऊर्जा विभाग ने ऐहतियात के तौर पर अपनी परमाणु घटना प्रतिक्रिया टीम को सतर्क रहने के लिये कहा है ।

इससे पहले, परमाणु संयंत्र के प्रवक्ता एंड्री तुज़ ने यूक्रेनी टेलीविजन को बताया कि गोले सीधे संयंत्र पर गिरे और इसके छह रिएक्टरों में से एक में आग लग गई। उन्होंने कहा कि रिएक्टर का  नवीकरण चल रहा है और यह काम नहीं कर रहा। जपोरिजिया के क्षेत्रीय सैन्य प्रशासन ने कहा कि शुक्रवार सुबह 7 बजे किये गए संयंत्र के निरीक्षण के दौरान पता चला है कि  क्षेत्र में विकिरण के स्तर में कोई बदलाव नहीं आया है और इससे लोगों की जान और स्वास्थ्य को खतरा नहीं है।

एनेर्होदार के मेयर दिमित्रो ओरलोव ने शुक्रवार सुबह टेलीग्राम चैनल पर कहा, "संयंत्र में लगी आग को बुझा लिया गया है।" इस बीच, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर रूस के हमले को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने का अनुरोध किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी।