ध्यान और एकाग्रता के बलबूते प्राप्त किया जा सकता है जीवन में सही मुकाम : बी.के प्रेम दीदी

The right place in Life can be Achieved
पावन विजन फाउंडेशन का उद्देश्य : भारत ही नहीं पूरे वर्ल्ड को स्वस्थ रखने का उद्देश्य : नेहा अरोड़ा
कहा : आध्यात्मिकता के साथ जुड़कर बच्चे ला सकते है अपने जीवन में बड़ा बदलाव
करनाल, 6 जुलाई : The right place in Life can be Achieved: ब्रह्माकुमारी आर्ट एंड कल्चर विंग एवं पावन विजन फाउंडेशन की ओर से विद्यार्थियों के लिए मास्टरिंग फोकस एंड कॉन्सन्ट्रेशन विषय पर एक सुन्दर कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्यातिथि के तौर पर पहुंचे डा. राजन लाम्बा व हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष चंडीगढ़ के पी.आर.ओ संदीप साहिल व एडवोकेट नरेश बराना ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। पावन विजन फाउंडेशन की प्रेजिडेंट नेहा अरोड़ा सभी सम्मानित अतिथियों का स्वागत किया और ऐसे सकारात्मक कार्यक्रमों से जुड़ने की अपील की। इस अवसर पर आर्ट एंड कल्चरल विंग सब जोन करनाल की नेशनल कोऑर्डिनेटर एवं राजयोगिनी बी.के प्रेम दीदी ने बच्चों का मार्गदर्शन किया और आज के दौर में तनाव से कैसे दूर रहा जा सकता है बारे मूलमंत्र दिए। उन्होंने कहा कि ध्यान और एकाग्रता के बलबूते ही हम जीवन में सही मुकाम हासिल कर सकते है। वहीं मुख्यातिथि डा. राजन लाम्बा ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों के लिए ऐसे मोटिवेशनल कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहने चाहिए। क्योंकि ऐसे कार्यक्रम से जहां बच्चों का माइंड डायवर्ट होता है वहीं बच्चों को पॉजिटिव वातावरण भी मिलता है। बच्चे मोबाइल से दूर रहे और अपनी जीवन शैली में परिवर्तन लाकर बच्चे अपने भविष्य को सुखद बना सकते है। इस मौके पर काउंसिल तथा वैलनेस कोच डा. शिखा त्यागी ने मुख्य वक्ता के रूप में बच्चों को बताया कि हमें अपने गोल पर फोकस करना चाहिए तथा समय पर उसे अचीव करना चाहिए। हम सभी को अपने कार्य को एप्रीशिएट करना चाहिए, कभी भी अपने डिमोटिवेट नहीं करना चाहिए कि हम काम को कैसे करें, ये तो हमसे हो ही नहीं सकता। यदि किसी भी कार्य को एक्रागता और ध्यानपूर्वक किया जाए तो कोई भी मुश्किल कार्य आसान लगने लग जाता है। इस मौके पर पावन विजन फाउंडेशन की प्रेजिडेंट नेहा अरोड़ा ने कहा कि ब्रह्माकुमारी एक वर्ल्ड ऑर्गनाइजेशन है। इसकी शाखाएं पूरे वर्ल्ड के 140 देशों में कार्य कर रही है। यहां का राजयोग मेडिटेशन व्यक्ति के जीवन में संस्कारों में बदलाव लाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। यदि किसी भी व्यक्ति के जीवन में कोई परेशानी आ रही है तो वह यहां आकर अपने जीवन को सुखद बना सकता है। इस मौके पर विभिन्न स्कूलों के लगभग 250 विद्यार्थी मौजूद रहे। कार्यक्रम में बच्चे किस तरह से ध्यान केन्द्रित कर सके इसके लिए भी एक्टिविटी करवाई गई। इस मौके पर बी.के आरती व शिविका ने सभी मंचासीन अतिथियों को बुके व मोमेंटो देकर स्वागत किया। इस अवसर पर एडवोकट नरेश बराना, ललित सरदाना, सुरेश मेहता, विकास गुप्ता, पावन विजन फाउंडेशन की टीम की सदस्य निधि, एडवोकेट कमल अरोड़ा, मुकेश ढींगड़ा सहित भारी संख्या में विद्यार्थी व गणमान्य लोग मौजूद रहे।
ऐसे कार्यक्रमों से होता है बच्चों के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार : कार्यक्रम में हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष चंडीगढ़ के पी.आर.ओ संदीप साहिल ने कहा कि बच्चों में अध्यात्मिक चेतना जगाने के लिए ब्रह्माकुमारी आश्रम व पावन विजन फाउंडेशन के लिए जो कार्यक्रम रखा गया है वह बेहद ही सराहनीय है। इस तरह के कार्यक्रम से बच्चों का जहां मानसिक विकास होता है वहीं बच्चों के बौद्धिक विकास और ज्ञान में भी वृद्धि होती है। उन्होंने कहा कि हमारे बच्चे हमारे घर की नींव है, आज के दौर में बच्चों में संस्कार किस तरह से दिए जाएं इसके लिए पावन विजन फाउंडेशन की प्रेसिडेंट नेहा अरोड़ा ने ब्रह्माकुमारी के सहयोग से जो आज का कार्यक्रम आयोजित किया गया है इस कार्यक्रम से निश्चित ही बच्चों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा।
अध्यात्किता के साथ जुड़कर बच्चे ला सकते है अपने जीवन में बड़ा बदलाव : बी.के प्रेम दीदी
आर्ट एंड कल्चर विंग की नेशनल कोऑर्डिनेटर एवं ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय सेक्टर-7 से राजयोगिनी बी.के प्रेम दीदी ने भी बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के दौर में बच्चों को आध्यात्मिकता से जुड़ना चाहिए। आध्यात्मिकता से ही ही जुड़कर बच्चे अपने जीवन में बड़ा बदलाव ला सकते है। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे बच्चे पौधे के समान है, उनके संस्कारों को साकारात्क दिशा इसी उम्र में दी जा सकती है।