Chandigarh Mayor Election| चंडीगढ़ मेयर चुनाव पर सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी; CJI चंद्रचूड़ ने कहा- यह लोकतंत्र की हत्या

चंडीगढ़ मेयर चुनाव पर सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी; CJI चंद्रचूड़ ने कहा- यह लोकतंत्र की हत्या, पीठासीन अधिकारी पर केस चलना चाहिए

Supreme Court CJI Chandrachud On Chandigarh Mayor Election 2024

Supreme Court CJI Chandrachud On Chandigarh Mayor Election 2024

Chandigarh Mayor Election: चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर आज सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी सामने आई है। CJI चंद्रचूड़ ने मेयर चुनाव में गड़बड़ी के संबंध में पेश वीडियो को देखते हुए कहा कि, पीठासीन अधिकारी ने जो किया है उसमें लोकतंत्र की हत्या की गई है। चुनावी प्रक्रिया का मजाक बनाया गया है। सीजेआई ने कहा कि, पीठासीन अधिकारी का यह कैसा व्यवहार है? वीडियो में साफ दिख रहा है कि पीठासीन अधिकारी कैमरे की तरफ बार-बार देख रहा है और बैलट पेपर ख़राब कर रहा है। क्या इसी तरह चुनाव करवाया जाता है?

CJI ने कहा कि वीडियो में पीठासीन अधिकारी का व्यवहार साफतौर पर संदिग्ध है। इस अधिकारी पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। हम इस तरह लोकतंत्र की हत्या की नहीं होने दे सकते। जो कुछ भी होता हुआ दिख रहा है उससे हम बेहद हैरान हैं। सीजेआई चंद्रचूड़ ने चंडीगढ़ मेयर के चुनाव से जुड़े सभी दस्तावेज और वीडियो रिकॉर्ड सुरक्षित करके आज 5 बजे तक हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को सौंपने का निर्देश दिया है। वहीं मामले की अगली सुनवाई सोमवार 12 फरवरी को तय की है। तब तक चंडीगढ़ नगर निगम की सभी बैठकों और फैसलों पर रोक लगा दी गई है।

चंडीगढ़ मेयर चुनाव दोबारा होगा?

चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर जिस तरह से सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है और जैसी टिप्पणी की है उसे देखकर तो लगता है कि दोबारा चुनाव कराने का आदेश जारी हो सकता है। वैसे भी सीजेआई ने कहा है कि, हम देख रहे हैं, अगर जरूरत पड़ी तो दोबारा चुनाव भी कराया जाएगा। फिलहाल, सुप्रीम कोर्ट में आज जो कुछ भी हुआ है उसके बाद से आप-कांग्रेस खेमे में तो खुशी की लहर देखी जा रही है लेकिन बीजेपी की हवाइयाँ उड़ीं होंगी।

चंडीगढ़ मेयर चुनाव पर टिप्पणी करते CJI का वीडियो

 

पीठासीन अधिकारी ने 8 वोट इनवैलिड कर दिए

दरअसल, पूरा मामला 8 वोट इनवैलिड किए जाने से जुड़ा हुआ है। 30 जनवरी को मेयर चुनाव के दौरान पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह ने आप-कांग्रेस गठबंधन के 8 वोट इनवैलिड कर दिए थे। जिसके बाद आप-कांग्रेस ने जमकर हंगामा काटा था और पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट का रुख किया था। लेकिन हाईकोर्ट ने फैसला देने में देरी की तो इसके बाद याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई। आप-कांग्रेस गठबंधन का आरोप है कि, पीठासीन अधिकारी ने बीजेपी को जिताने के लिए उसके 8 वोट अवैध तरीके से इनवैलिड किए हैं। क्योंकि बीजेपी को पता था कि गठबंधन के पास बहुमत है और जिसके चलते उसकी हार निश्चित है। आप-कांग्रेस गठबंधन ने एक वीडियो क्लिप भी जारी की है। जिसमें पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह पर आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होने खुद गठबंधन के वोटों पर पेन से निशान लगाए और वोट खराब किए। बता दें कि, मेयर चुनाव में पूरी वोटिंग प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई थी।

आप-कांग्रेस गठबंधन का कहना है कि, बीजेपी ने पीठासीन अधिकारी के सहयोग से मेयर चुनाव में मनमाने ढंग और धक्केशाही से अपनी जीत तय की है। आप-कांग्रेस गठबंधन की तरफ से याचिका में मांग की गई है कि मेयर चुनाव में बीजेपी और पीठासीन अधिकारी के फर्जीवाड़े के खिलाफ सख्त एक्शन हो और इस मेयर चुनाव को तत्काल अमान्य घोषित किया जाये। बता दें कि, इस समय चंडीगढ़ में आप-कांग्रेस का बीजेपी के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है। इस दौरान प्रदर्शनकरियों और पुलिस के बीच काफी धक्कामुककी भी हो रही है। इसके अलावा हाल ही में दिल्ली में भी चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर बड़ा प्रदर्शन हो चुका है। जिसमें अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान भी शामिल हुए थे।