शिरोमणी अकाली दल ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने पर भगवंत मान के इस्तीफे की मांग की

शिरोमणी अकाली दल ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने पर भगवंत मान के इस्तीफे की मांग की

Demand for Resignation of Bhagwant Mann

Demand for Resignation of Bhagwant Mann

सरहाली थाने पर आर.पी.जी का हमला पुलिस बल का मनोबल गिराने और चुनौती देने का प्रयास: डॉ. चीमा

चंडीगढ़/10दिसंबर: Demand for Resignation of Bhagwant Mann: शिरोमणी अकाली दल ने आज भगवंत मान से मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की मांग(Demand for resignation from the post of Chief Minister) करते हुए कहा कि आप पार्टी की सरकार राज्य में कानून-व्यवस्था(Law and order) बनाए रखने में पूरी तरह विफल रही है, पार्टी ने सरहाली पुलिस स्टेशन पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड(rocket propelled grenade) (आरपीजी) के हमले को राज्य में पुलिस बल को हतोत्साहित करने और चुनौती देने का प्रयास करार दिया है।

यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि आज के हमले ने पंजाबियों को झकझोर कर रख दिया है। उन्होने कहा कि राज्य के इतिहास में पहली बार आरपीजी हमले हो रहे हैं। उन्होने कहा कि भगवंत मान सरकार प्रदेश में कानून व्यवस्था और शांति बनाए रखने में पूरी तरह विफल रही है।

डॉ. चीमा  ने कहा कि पिछले 8 महीनों के दौरान पंजाबियों ने गायक सिद्धू मूसेवाला सहित कई हाई प्रोफाइल हत्याएं देखी हैं । उन्होने कहा कि नकोदर की घटना इस बात का एक और ज्वलंत उदाहरण है, कि कैसे व्यापारियों और उद्योगपत्तियों के पास फिरौती के लिए फोन आ रहे हैं, और भुगतान न करने पर उनकी हत्या कर दी जाती है, जैसा कि नकोदर और तरनतारन के मामलों में किया गया है।

डॉ. चीमा ने कहा कि अकेले लुधियाना में पुलिस ने 55 मामले दर्ज किए हैं,जिनमें उद्योगपत्ति और व्यापारियों को फिरौती के फोन आए हैं। उन्होने कहा कि कोई भी आसानी से अनुमान लगा सकता हैकि यदि राज्य के सबसे बडे शहर में इतने अधिक मामले दर्ज किए गए हैं तो रिपोर्ट न किए गए मामलों की संख्या कितनी हो सकती है। उन्होने कहा कि व्यापारी और उद्योगपति सहित पंजाब में रहने वाले लोग डरे हुए हैं और वे केवल पंजाब में आंतक के माहौल के कारण राज्य से भाग रहे हैं।
अकाली नेता ने कहा कि भगवंत मान को लोगों को मुर्ख बनाने की कोशिश करने के बजाय तुरंत मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि वह राज्य को चलाने में पूरी तरह विफल रहे हैं और लोग अब आगे उनकी बातों पर विश्वास नही करेंगें।

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