Ranaut's two sons wrote a new story of success in the same village of Bilaspur

बिलासपुर के एक ही गाँव वाह- रनौतां के दो बेटों ने लिख डाली सफलता की नई इबारत

Ranaut's two sons wrote a new story of success in the same village of Bilaspur.

Ranaut's two sons wrote a new story of success in the same village of Bilaspur.

बिलासपुर:बिलासपुर के एक ही गाँव वाह- रनौतां के दो बेटों ने लिख डाली सफलता की नई इबारत I धीरज रनौत व सुनीत सिंह रनौत ने लहराया सफलता का परचम I एक बना भौतिकी वैज्ञानिक और दूसरा सैन्य जज लेफ्टिनेंट I घुमारवीं I देशराज जिला बिलासपुर की घुमारवीं तहसील के अंतर्गत वाह- रनौतां गाँव के दो बेटों ने उत्कृष्टता की मिसाल पेश करते हुए सफलता की नई इबारत लिख दी है I जिससे जहां गाँव का नाम तो रोशन हुआ ही है वहीं गाँव में पढ़ाई के माहौल के साथ साथ संस्कारों की विरास्त का भी अंदाजा लगाया जा सकता है I

उल्लेखनीय है कि गाँव के 27 वर्षीय धीरज रनौत सपुत्र सोहन सिंह रनौत ने फिजिक्स क्वांटम मैगनेटिस्म में महज 3 साल में आईआईटी मंडी से पीएचडी की और अब तिरुवन्तपुरम के इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एंड एजुकेशन रिसर्च में पोस्ट डॉक्टरेट के लिए चयनित हुए हैं I जबकि सुनीत सिंह रनौत भारतीय फौज में ब्रांड न्यू जज एडवोकेट जनरल लेफ्टिनेंट बने हैं I अब वे उच्च सैन्य अधिकारी के रूप में भारतीय सेना में विधिक मामलों की संभाल करेंगे I बतादें कि सुनीत रनौत सपुत्र सोहन सिंह ने छोटी उम्र में भारतीय फ़ौज में बतौर ब्रांड न्यू जज एडवोकेट जनरल लेफ्टिनेंट के रूप में नियुक्ति प्राप्त की है I बच्चों की इस कामयाबी पर समूचे क्षेत्र में खुशी की लहर है I

दोनों परिवारों को बधाई देने वालों का ताँता लगा हुआ है I गाँव में जश्न का माहौल है I उल्लेखनीय है कि धीरज और सुनीत सिंह स्कूल, कॉलेज तथा यूनिवर्सिटी समय से ही उत्कृष्ट रहे हैं I दोनों की प्रारम्भिक शिक्षा सरकारी स्कूल से हुई है I धीरज आठवीं की परीक्षा में प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला में प्रथम रैंक पर रहा है I बारहवीं कक्षा से आगे इंस्पायर स्कालरशिप हासिल किया तथा पढ़ाई पर माँ बाप का कोई खर्चा नहीं करवाया I धीरज ने बीएससी एमएलएसएम कॉलेज सुन्दरनगर से करने के बाद एमएससी सेंट्रल यूनिवर्सिटी धर्मशाला से की तथा प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में दूसरे रैंक पर रहे I गेट की परीक्षा में ऑल इंडिया स्तर पर 150वां रैंक प्राप्त किया था I अपनी उत्कृष्टता के दम पर आईआईटी मंडी से मात्र तीन साल में पीएचडी करने के बाद अब आईआईएसईआर तिरुवंतपुरम में अपनी सेवाएं देंगे I धीरज के पिता शिक्षा विभाग में प्रवक्ता के पद पर सेवाएं दे रहे हैँ I तथा अपने समय के प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के मेरिट होल्डर हैं I माता गृहणी हैं I उधर भारतीय सेना में ब्रांड न्यू जज एडवोकेट जनरल लेफ्टिनेंट बने सुनीत सिंह 

 पुत्र सोहन सिंह ने भारतीय सेना में जज एडवोकेट जनरल लेफ्टिनेंट की परीक्षा उतीर्ण कर गाँव के साथ समूचे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। सुनीत सिंह इस उपलब्धि को हासिल करने वाले जिला से प्रथम युवा हैं। सैन्य पृष्ठभूमि से संबंधित संयुक्त परिवार में जन्में बचपन से होनहार विद्यार्थी रहे सुनीत सिंह ने अपनी चौथी कक्षा तक कि प्रारंभिक शिक्षा राजकीय माध्यमिक पाठशाला वाह रणौता से प्राप्त करने के बाद पांचवीं से सातवीं की शिक्षा हिम सर्वोदय स्कूल घुमारवीं से प्राप्त की है I उसके बाद डीएवी स्कूल मंडी सरस्वती विद्या मंदिर पाठशाला मंडी में आगे की पढ़ाई करने के बाद महावीर पब्लिक स्कूल सुंदरनगर से दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण की I

 जमा दो की परीक्षा गीता आदर्श पब्लिक स्कूल सोलन से प्राप्त करने के बाद बीएससी ऑनर्स (भौतिकी) प्रथम वर्ष द्वितीय वर्ष राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सोलन तथा फाइनल की परीक्षा विक्रम बत्रा महाविद्यालय पालमपुर से उतीर्ण की I इस दौरान उन्होंने एनसीसी सी सर्टिफिकेट भी हासिल किया। इसके उपरांत सुनीत ने कॉमन विधी प्रवेश (कलैट) परीक्षा उतीर्ण करने के उपरांत पंजाब विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री हासिल की I उसके बाद कानून में मास्टर डिग्री इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय दिल्ली से प्राप्त की । 

पिता सोहन सिंह जो अपने समय के राष्ट्रीय स्तर के उत्कृष्ट बास्केटबॉल खिलाड़ी रहे हैं ने पंजाब यूनिवर्सिटी की बॉस्केटबॉल टीम का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं I 

 सुनीत सिंह के दादा स्व० दया राम ने भारतीय सेना में हवलदार के पद पर रहते हुए वर्मा युद्ध में भाग लिया था I उनके पिता सोहन सिंह ने भारतीय वायु सेना से जूनियर वारंट ऑफिसर के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद घुमारवीं में वकालत की तथा उसके उपरांत लोक अभियोजक के तौर पर चयन के उपरांत विभिन्न स्थानों पर सेवा देने के बाद हाल ही में ऊना जिला से जिला न्यायवादी के पद से सेवानिवृति पाई है I तथा अब घुमारवीं में वकालत कर रहे हैं I सुनीत की माता कमलेश कुमारी गृहिणी है विवाहित बहन नेहा सिंह पंजाब यूनिवर्सिटी से पढ़ी लिखी हैं तथा जीजा विशाल चौहान लेफ्टिनेंट कमांडर के पद पर तैनात हैँ I जबकि चचेरा भाई हमनीश सपुत्र प्रधानाचार्य प्रताप सिंह रनौत भी एनडीए की परीक्षा उतीर्ण कर भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर सेवाएं दे रहा है I 

सुनीत सिंह ने बताया कि बचपन से ही उनका एकमात्र सपना भारतीय सेना में शामिल होकर देश सेवा करना था जिसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की I उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, दादी नाना तथा पूरे परिवार को देते हुए बताया कि बचपन में वह अपनी दादी प्रेम देवी से दादा के युद्ध में जीते हुए पदकों के बारे में पूछता था । दादी उसे दादा के वीरता के किस्से सुनाती तथा उसे भी सेना में सेवाएं देने के लिए प्रेरित करती थी I 

सुनीत ने कड़ी मेहनत कर जज एडवोकेट जनरल लेफ्टिनेंट की परीक्षा उत्तीर्ण कर अपनी दादी के साथ पूरे परिवार एवं क्षेत्र को गौरवान्वित किया हैI फोटो : क्वांटम फिजिक्स में पीएचडी के बाद आईआईएसईआर में सेवा देने के लिए चयनित वाह- रनौतां का धीरज रनौत व भारतीय फ़ौज में ब्रांड न्यू जज एडवोकेट जनरल लेफ्टिनेंट बने सुनीत सिंह रनौत Iimage widget