दिव्यांग जन एवं निराश्रित बच्चों हेतु 3 दिवसीय "एक पहल" शिविर का आयोजन पंचायत भवन में

दिव्यांग जन एवं निराश्रित बच्चों हेतु 3 दिवसीय "एक पहल" शिविर का आयोजन पंचायत भवन में

दिव्यांग जन एवं निराश्रित बच्चों हेतु 3 दिवसीय

दिव्यांग जन एवं निराश्रित बच्चों हेतु 3 दिवसीय "एक पहल" शिविर का आयोजन पंचायत भवन में

अम्बाला, 22 जून(राकेश मक्कड़):- उपायुक्त विक्रम सिंह ने बुधवार को दिव्यांगजनों के लिए पुराना सिविल अस्पताल अम्बाला शहर में तथा निराश्रित, बेसहारा बच्चों व अन्य के लिए पंचायत भवन अम्बाला शहर के सभागार में लगाए गये शिविर का अवलोकन करते हुए यहां पर किए जा रहे कार्यों का जायजा लिया। इस मौके पर उनके साथ एसडीएम अम्बाला शहर हितेश कुमार भी मौजूद रहे।
उपायुक्त विक्रम सिंह ने सबसे पहले दिव्यांगजनों के लिए पुराना सिविल अस्पताल अम्बाला शहर में मैडिकल बोर्ड की टीम द्वारा दिव्यांगजनों के लिए किए जा रहे कार्यों का अवलोकन किया। उन्होंने इस मौके पर उपस्थित लोगों से उन्हें अपने दिव्यांग सबंधी मैडिकल करवाने में किसी प्रकार की कोई परेशानी तो नहीं आ रही है, इस बारे जानकारी ली, वहीं मौके पर उपस्थित डाक्टरों से भी मैडिकल से सम्बन्धित प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी ली। इस मौके पर सिविल सर्जन डा0 कुलदीप सिंह ने उपायुक्त को अवगत करवाते हुए बताया कि हर बुधवार को दिव्यांगजनों के मैडिकल से सम्बन्धित कार्य किया जाता है। आज यहां पर लगभग 110 दिव्यांगजनों ने अपने फार्म मैडिकल से सम्बन्धित प्रस्तुत किए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि आगामी बुधवार को छावनी नागरिक अस्पताल में भी दिव्यांगजनों का मैडिकल संबधी कार्य किया जायेगा। उन्होंने बताया कि यहां पर अम्बाला छावनी के साथ-साथ नजदीक लगते क्षेत्रों के दिव्यांगजनों का मैडिकल संबधी कार्य किया जायेगा। उन्होंने यह भी बताया कि सम्बन्धित दिव्यांगजन को मैडिकल से सम्बन्धित कार्य के लिए ऑनलाईन पोर्टल पर आवेदन करना होता है, इसके बाद यहां पर मैडिकल बोर्ड द्वारा सम्बन्धित दिव्यांगजन का मैडिकल किया जाता है।
उपायुक्त ने यहां पर निरीक्षण के दौरान डाक्टरों को कहा कि जो भी दिव्यांगजन यहां पर मैडिकल संबधी कार्य के लिए आ रहा है उसका मार्गदर्शन करते हुए सभी औपचारिकताएं पूरी करते हुए सम्बन्धित का मैडिकल करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा कि जिन दिव्यांगजनो ने अभी तक अपना यू.डी.आई.डी कार्ड नही बनवाया है, वे जल्द से जल्द अपना कार्ड बनवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि कार्ड में सम्बन्धित दिव्यांग की सभी आवश्यक सूचनाएं उपलब्ध होंगी। ऐसे में कार्ड बनवाने के उपरांत दिव्यांगजनों को विभिन्न प्रकार के दस्तावेजों को साथ लेकर चलने की आवश्यकता नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि भविष्य में यू.डी.आई.डी कार्ड एकमात्र ऐसा दस्तावेज होगा जिससे दिव्यांगजन की दिव्यांगता की पहचान करते हुए उन्हें दिव्यांग से संबंधित सभी योजनाओं का लाभ दिया जा सकेगा। वहीं कार्ड की सहायता से सभी दिव्यांगजनों की शारीरिक व वित्तीय प्रगति पर भी गांव, ब्लॉक, जिला, राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर नजर रखी जा सकती है।
उन्होंने कहा कि यू.डी.आई.डी कार्ड बनवाने के लिए दिव्यांगजन डिसेबिलिटी रजिस्ट्रेशन फॉर्म पर स्वयं ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि यू.डी.आई.डी कार्ड फार्म भरने के लिए आवेदक के पास फोटो, जाति प्रमाण पत्र, दिव्यांग प्रमाण पत्र, रिहायशी प्रमाण पत्र व पहचान हेतु  ड्राइविंग लाइसेंस अथवा राशन कार्ड, वोटर कार्ड, डोमिसाइल व आधार कार्ड आदि दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा यदि कोई आवेदक स्वयं ऑनलाइन आवेदन नहीं कर सकता तो वह किसी भी कार्यदिवस पर अपना आवेदन फार्म भरकर जिला समाज कल्याण अधिकारी अम्बाला के कार्यालय में जमा करवा सकता है।
इसके उपरांत उपायुक्त ने पंचायत भवन अम्बाला शहर के सभागार में निराश्रित, बेसहारा, भिक्षावृति व बाल श्रम जैसी परिस्थितियों में रह रहे बच्चों को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए यहां पर लगाए गये शिविर का जायजा लिया। उन्होंने यहां पर आए लोगों से बातचीत करते हुए शिविर में जो सुविधाएं दी जा रही हैं उसकी भी जानकारी ली और सम्बन्धित अधिकारियों को कहा कि जो भी यहां पर पहुंच रहा है उनका आधार कार्ड, परिवार पहचान पत्र, आयुष्मान कार्ड, निवास प्रमाण पत्र के साथ-साथ जो भी अन्य कार्य करने हैं वे उन्हें करना सुनिश्चित करें ताकि सम्बन्धित को सरकार द्वारा क्रियान्वित योजनाओं का लाभ दिलवाकर समाज की मुख्य धारा में लाने का काम किया जा सके। इससे पहले एसडीएम हितेष कुमार ने भी सुबह शिविर का अवलोकन करते हुए यहां पर किए जा रहे कार्यों का जायजा लिया।
इस मौके पर सिविल सर्जन डा0 कुलदीप सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी विशाल सैनी, डा0 जयंती, डा0 हर्ष, डा0 संजीव सिंगला, डा0 सुनील हरि, डा0 विजय बंसल, मनोज सैनी, सक्षम से अध्यक्ष कृष्ण गुलाटी, सचिव श्रीकृष्ण सैनी, नरेन्द्र बत्रा के साथ-साथ सम्बन्धित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।