Opinion of traders, EDP should be increased

व्यापािरयों की राय, ईडीपी में हो बढ़ोतरी, लेबल का समय पर दिया जाए अप्रूवल, बीयर पर घटाया जाए टैक्स: एक्साइज पॉलिसी को लेकर लिए स्टेकहोल्डरों से सुझाव

Opinion of traders, EDP should be increased

Opinion of traders, EDP should be increased

Opinion of traders, EDP should be increased- चंडीगढ़ (साजन शर्मा)। चंडीगढ़ एक्साइज एवं टैक्सेशन विभाग ने 2024-25 की एक्साइज पॉलिसी बनाने के लिये अब विभिन्न स्टेकहोल्डरों से सुझाव मांगे। सुझाव मिलने के बाद शनिवार को इनके साथ चर्चा हुई ताकि वर्ष 2023-24 की एक्साइज पालिसी जैसी गलती न हो। स्टेकहोल्डरों के साथ बातचीत के दौरान जो सबसे महत्वपूर्ण सुझाव आया वो यह था कि एक्स डिस्टलरी प्राइस यानि ईडीपी में बढ़ोतरी की जाए। लेबल का समय पर अप्रूवल दे दिया जाए।

वेयरहाउसेज की कार्यप्रणाली के समय में इजाफा किया जाए। बीयर पर टैक्स घटा दिया जाए। लेबल अप्रूवल ज्यादा समय के लिये दिया जाए। होटल-बॉर इंडस्ट्री से जुड़े प्रतिनिधियों व अन्य एसोसिएशनों ने वर्तमान एक्साइज पॉलिसी की सराहना की। विभिन्न राज्यों की एक्साइज पॉलिसी को लेकर भी चर्चा हुई। इस चर्चा के दौरान रिटेलर, बॉंडिड वेयरहाऊस लाइसेंसी, होटल-बॉर ओनर्स एवं उनकी एसोसिएशनें शामिल हुई। इसमें एबीइनबेव, इंटरनेशनल स्पीरिट्स एंड वाइन एसोसिएशन ऑफ इंडिया एंड कान्फेडरेशन ऑफ इंडियन अल्कोहोल्कि बीवरेज कान्फेडरेशन के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।

स्टेकहोल्डरों के फीडबैक को सराहा

एक्साइज-टैक्सेशन कमिश्नर विनय प्रताप सिंह ने स्टेकहोल्डरों के फीडबैक को सराहा और कहा कि इससे अगले वर्ष की पालिसी बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि आपस में मिल बैठकर पालिसी बनाने से पालिसी का ज्यादा बेहतर स्वरूप सामने आएगा। विभाग ने स्टेकहोल्डरों से अपने सुझाव ईपॉलिसीसीएचडी2024ञ्चजीमेल.कॉम पर देने को कहा। इस संबंध में डीसी आफिस में 5 दिसंबर को दोपहर 12 बजे होने वाली मीटिंग के दौरान भी हार्ड कापी दी जा सकती है।

वर्ष 2023-24 की पॉलिसी हुई फेल, नहीं बिक पाये कई ठेके

यहां बता दें कि वर्ष 2023-24 की एक्साइज-टैक्सेशन विभाग की ओर से बनाई गई एक्साइज पालिसी पूरी तरह से फेल हो गई थी क्योंकि चंडीगढ़ में अपने ठेके बेचने के लिए विभाग को जबरदस्त मशक्कत करनी पड़ी। पंजाब की एक्साइज पालिसी ने चंडीगढ़ के आबकारी विभाग को धूल चटा दी। चंडीगढ़ के कई सारे ठेके बिकने से रह गए। खासतौर से पंजाब के साथ सटते इलाकों के ठेके बिक ही नहीं पाए। विभाग ने एक बार नहीं बल्कि कई बार इन्हें बेचने के लिए बोली लगाई लेकिन हर मर्तबा बोली फेल हो गई और कई सारे ठेके बिकने से रह गये। इसी के चलते इस मर्तबा एक्साइज टैक्सेशन विभाग ने 2024-25 की पालिसी तय करने के लिए स्टेकहोल्डरों से सुझाव मांगे थे और उन पर बाकायदा चर्चा भी शनिवार को की।