कर्नल सोफिया कुरैशी पर दिया शर्मनाक बयान; अब हाईकोर्ट ने मध्य प्रदेश के मंत्री को लपेट दिया, DGP को जारी कर दिया यह आदेश

MP Minister Controversial Statement on Colonel Sofia Qureshi Video
MP Minister Statement Viral: 'ऑपरेशन सिंदूर' का हिस्सा रहीं कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर आज पूरे देश को गर्व है। अपनी दोनों बेटियों पर देश नाज कर रहा है। लेकिन मध्य प्रदेश सरकार के एक मंत्री विजय शाह ने कर्नल सोफिया कुरैशी पर एक ऐसा बयान दे डाला है कि जिसके बाद बवाल मचा हुआ है। हर तरफ इस बयान को लेकर विरोध हो रहा है। यह बयान बेहद शर्मनाक और घटिया है। यह बयान यहां दोहराने लायक नहीं है।
इस अभद्र बयान की आंच मध्य प्रदेश हाईकोर्ट तक भी पहुंची है। हाईकोर्ट ने मंत्री के इस बयान का स्वत: संज्ञान लिया है और एमपी के डीजीपी को निर्देशित किया है कि, कर्नल सोफिया के संबंध में मंत्री द्वारा दिए गए बयान को लेकर गंभीर आपराधिक धाराओं में मामला दर्ज किया जाये और कार्रवाई की जाये। हाईकोर्ट ने इस बयान की कड़ी निंदा की और कहा कि, यह बयान बेहद ही अपमानजनक और घटिया है।
मंत्री की सफाई सामने आ रही
कर्नल सोफिया कुरैशी पर बेशर्मी भरे बयान के बाद अब जब विरोध हो रहा है और कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है तो मंत्री जी सफाई पेश कर रहे हैं। बता दें कि, मंत्री विजय शाह के इस्तीफे की मांग भी उठ रही है। सोशल मीडिया पर मंत्री के बयान का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। कर्नल सोफिया कुरैशी पर दिये बयान को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंत्री के आवास पर कालिख पोती है और धरना देकर नारेबाजी की है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जितेंद्र (जीतू) पटवारी ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुझे भारतीय सेना के पराक्रम और शौर्य पर फक्र है और देश के 140 करोड़ लोग इस संकट की घड़ी में सेना और सरकार के साथ खड़े हैं, यह बिल्कुल सही कहा है। लेकिन उनके मंत्री द्वारा एक वक्तव्य दिया गया था जो इन्होंने नहीं सुना। पटवारी ने पीएम मोदी को सेना के सम्मान में मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।''
वहीं राजस्थान कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा, "कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने सेना के ऑपरेशन की जानकारी देश को दी थी। हम सभी को उन दोनों पर गर्व है। जिस प्रकार मध्य प्रदेश के मंत्री ने अपशब्द का इस्तेमाल कर्नल सोफिया कुरैशी के लिए किया। उस पर मुझे लगता है कि उनको सरकार में रहने का अधिकार नहीं है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को माफी मांगनी चाहिए। जिनकी तीसरी पीढ़ी फौज में काम कर रही है उनके प्रति इन्होंने अनादर दिखाया है। ये अस्वीकार्य है।"