ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर के 53 प्रतिशत से अधिक पद खाली

ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर के 53 प्रतिशत से अधिक पद खाली
खुद सीएम के गृह ब्लॉक करनाल में भी बीईओ नहीं, शिक्षा पर पड़ रहा असर
प्रदेश में बीईओ के कुल 119 पद स्वीकृत, 64 पद लम्बे समय से खाली
चंडीगढ़, 13 मार्च। हरियाणा के सरकारी स्कूलों में मुखिया व शिक्षकों की ही नहीं, राज्य में ब्लाक शिक्षा अधिकारियों (बीईओ) के भी 53 प्रतिशत से अधिक पद खाली हैं। स्थिति यह है कि सरकार ने इन पदों को भरने के लिए प्राचायों को ही बीईओ का एडिशनल चार्ज दिया हुआ है।
दो जिले-पंचकूला व फरीदाबाद ऐसे हैं, जहां किसी भी ब्लॉक में खंड शिक्षा अधिकारी कार्यरत नहीं है। राज्य में बीईओ के कुल 119 स्वीकृत पद हैं। इनमें से 64 खाली हैं।
अग्रवाल वैश्य समाज की छात्र इकाई के प्रदेशाध्यक्ष दीपांशु बंसल ने आरटीआई के तहत यह जानकारी जुटाई है। सरकार ने अपने जवाब में खाली पदों के बारे में स्वीकार किया है। दीपांशु का कहना है कि अधिकतर जगह खानापूर्ति के लिए प्रिंसिपलों को बीईओ का एडिशनल चार्ज दिया हुआ है। ऐसे में प्रिंसिपल न तो स्कूल का काम ढंग से कर पाते हैं और न ही बीईओ का काम सही से कर पाते है। प्रदेश सरकार नई शिक्षा नीति को लागू करने की बात करती है, लेकिन धरातल पर ही शैक्षणिक व्यव्यस्था डगमगाई हुई है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के निर्वाचन क्षेत्र करनाल में ही खंड शिक्षा अधिकारी नीहं है। शैक्षणिक व्यवस्था में खंड शिक्षा अधिकारी महत्वपूर्ण पद है। चूंकि बीईओ को अपने ब्लॉक के विद्यालयों का प्रशासन, पर्यवेक्षण, निरीक्षण, नियंत्रण और मार्गदर्शन करना होता है। साथ ही, अपने ब्लॉक के विद्यालयों में शैक्षिक सामग्री और शिक्षण सहायता प्रदान करना भी एक कार्य रहता है।
वही जिला शिक्षा अधिकारी के अधीनस्थ के रूप में काम कर रिपोर्ट करना और खंड के अंतर्गत स्कूलों के गुणात्मक विकास के लिए कार्य करना भी एक प्रमुख जिम्मेदारी रहती है।
प्राइवेट स्कूलों में किए जाने वाले शिक्षा से संबंधित कार्यों पर कंट्रोल करने का काम भी बीईओ का है। आरटीआई में मिली जानकारी के अनुसार, करनाल जिला में बीईओ के 6 पद स्वीकृत हैं और इनमें से 4 खाली हैं। पंचकूला में कुल 4 पद हैं और चारों ही रिक्त पड़े हैं।
फरीदाबाद में भी दोनों स्वीकृत पद पर बीईओ नहीं हैं। अंबाला में 6 स्वीकृत पदों में से 4, भिवानी में 7 स्वीकृत पदों में से 2 खाली, चरखी दादरी में 3 स्वीकृत पदों में से 1 तथा फतेहाबाद में 6 स्वीकृत पदों में से 5 खाली हैं। इसी तरह से गुरुग्राम में 4 स्वीकृत पदों में से 3, हिसार में 9 पदों में से 3, जींद में 7 पदों में से 5, कैथल में 6 पदों में से 5, कुरुक्षेत्र में 5 पदों में से 3, महेंद्रगढ़ में 5 पदों में से 2, नूंह में 5 पदों में से 4, पलवल में 4 पदों में से 2, पानीपत में 5 पदों में से 2, रेवाड़ी में 5 पदों में से 3, रोहतक में 5 पदों में से 2, सिरसा में 7 पदों में से 6, सोनीपत में 7 पदों में से 2 तथा प्रदेश के शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर के गृह जिला यमुनानगर में 6 स्वीकृत पदों में से 3 खाली हैं। पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल के झज्जर जिला में सभी पांच पद भरे हुए हैं।