Know how long the rain will stay in Himachal Pradesh.
BREAKING
PM मोदी के चुनाव लड़ने पर 6 साल का बैन नहीं; दिल्ली हाईकोर्ट ने खारिज कर दी याचिका, जस्टिस सचिन दत्ता ने की ये टिप्पणी पंजाब में कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट; प्रदेश अध्यक्ष राजा वड़िंग को यहां से टिकट, 4 सीटों पर घोषित किए उम्मीदवार जेल से बाहर आएंगे केजरीवाल? गिरफ्तारी के खिलाफ आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, मामला सुनने 2 जजों की बेंच बैठेगी, फैसले पर सबकी नजर AAP सांसद राघव चड्ढा के खिलाफ फर्जी खबर चलाई; पंजाब में इस यूट्यूब चैनल पर FIR दर्ज, भगोड़े विजय माल्या से की तुलना मणिपुर में फिर हिंसा, कांगपोकपी में हमलावरों ने पहाड़ियों से बरसाईं गोलियां, एक की मौत

हिमाचल में आज और कल भी बारिश, जानिए कब तक ख़राब रहेगा मौसम…

Know how long the rain will stay in Himachal Pradesh.

Know how long the rain will stay in Himachal Pradesh.

शिमला: सूबे के कई क्षेत्रों में रविवार रात से बारिश हो रही है। इससे प्रदेशवासियों ने सूखे और गर्मी से राहत की सांस ली है। वहीं मार्च महीने में अब तक सामान्य से 73% कम बारिश हुई है। इसका किसानों-बागवानों की फसलों पर बुरा असर पड़ा है। पानी के स्रोतों में जल स्तर में भी गिरावट दर्ज की गई, लेकिन बीते 24 घंटे के दौरान प्रदेश के कई क्षेत्रों में हुई बारिश के बाद ड्राइ स्पेल टूटा है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की मानें तो आगामी 26 मार्च तक मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान है।

23 मार्च तक बारिश होने की संभावना 
आज भी प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में बारिश हो सकती है। कल व परसों कुछ क्षेत्रों में बारिश होगी। 23 मार्च को प्रदेश के अधिकांश इलाकों में बारिश हो सकती है। बीते 2 दिन से खराब मौसम और बारिश के बाद कुछ शहरों के तापमान में 5 से 8 डिग्री की कमी दर्ज की गई है।प्रदेश में 5 दिन पहले अधिकतम तापमान सामान्य से 5 से 10 डिग्री तक ज्यादा चल रहा था। आज यह सामान्य से भी नीचे गिर गया है। शिमला का अधिकतम तापमान सामान्य से 2.1 नीचे लुढ़कने के बाद 14.4 डिग्री दर्ज किया गया।

नाहन का तापमान सामान्य से 5.2 डिग्री नीचे गिरा
नाहन का अधिकतम तापमान सामान्य से 5.2 डिग्री की गिरावट के साथ 21.8 डिग्री दर्ज किया गया। सोलन का तापमान नॉर्मल से 4.8 डिग्री कमी के साथ 20.5 डिग्री तक गिर गया है। इसी तरह अन्य शहरों के तापमान में भी कमी आई है।

फलों की फ्लावरिंग पर संकट
बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं, लेकिन स्टोन फ्रूट और सेब बागवानों की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। बारिश-ओलावृष्टि के बाद तापमान में कमी से विभिन्न फलों की फ्लावरिंग पर संकट मंडरा रहा है।