Chandigarh Air Show:  सुखना लेक पर चल रहे एयर शो के अभ्यास का खूब लुत्फ उठाया बच्चों और युवाओं ने, छत पर चढ़ कर लगभग डेढ़ घंटे तक अभ्यास देखते रहे               

Chandigarh Air Show:  सुखना लेक पर चल रहे एयर शो के अभ्यास का खूब लुत्फ उठाया बच्चों और युवाओं ने, छत पर चढ़ कर लगभग डेढ़ घंटे तक अभ्यास देखते रहे               

Kids enjoy Air Show

Kids enjoy sukhna lake air show on their home roof

अर्थ प्रकाश : करमजीत परवाना

मनीमाजरा: सुखना लेक पर पहली बार 8 अक्टूबर को वायुसेना दिवस पर एयर शो (Air Show) का आयोजन किया गया है। इस शो का लेकर लगभग एक सप्ताह पहले से वायुसेना ने अभ्यास शुरू कर दिया है। वायु सेना के हेलिकॉप्टरों और विमानों का अभ्यास आजकल मनीमाजरा के बच्चों और युवाओं के लिए काफी रोमांचिक रहा। रोजाना दोपहर को 4 बजते ही बच्चे और युवा अपने-अपने घर की छतों पर चढ़ जाते है और आते-जाते विमानों और हेलीकॉप्टरों का खेलों का लुत्फ उठाते है। जहां बच्चे और युवा इस अभ्यास से खुश हो रहे थे। तो वहीं कुछ बुजुर्ग विमानों और हेलीकॉप्टरों की तेज आवाज के कारण परेशान भी हुए, परंतु उन्होंने विरोध न कर बल्कि ऐसे और भी एयर शो कर आने वाली पीढ़ी को देश सेवा महत्व बताने की बात कही। बता दें कि हर वर्ष आठ अक्टूबर को गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर वायुसेना दिवस मनाया जाता लेकिन पहली बार वायुसेना गाजियाबाद के बाहर यह दिवस मनाएगी और इसके लिए चंडीगढ़ का चयन किया गया है। सुखना लेक (Sukhna Lake) आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और तीनों सेनाओं के प्रमुख समेत हजारों लोग शामिल होंगे।

देखे बच्चो की प्रतिक्रिया 
नवरूप ने बताया कि, 'मैंने जब पहली बार अपने घर के ऊपर से किसी फाइटर जेट के जाने की आवाज सुनी तो मैंने सोचा कि शायद कोई एक पायलट अपने जेट को लेकर जा रहा होगा। परंतु अलग ही कुछ मिनटों में उस जेट के बाद बड़े-बड़े वायुसेना के विमान और हेलीकॉप्टर घर के ऊपर से गुजरने लगे। तब मुझे पापा ने बताया कि यह वायुसेना अभ्यास कर रही है। मैं तुरंत छत पर गई और एयर शो के अभ्यास का पूरा लुत्फ उठाया।' 

सभ्य निझावन ने बताया कि ,' मैंने आज तक सभी विमानों और हेलीकॉप्टरों को अपनी किताबों में या फिर फिल्मों में ही देखा था। आज इन विमानों और हेलीकॉप्टरों को इतनी नजदीक से उठाते देख मन बहुत रोमांचित हो गया। देखते विमान आकाश धुंआ छोड़ आकृति बनते नजर आए। करीब आठ दस विमान एक ग्रुप में इकट्ठे चल रहे थे। उन्हें देख कर ऐसे लगता था जैसे उन्हें एक ही पायलट चला रहा हो। मेरे यह पहली अनुभव बहुत रोमांचक रहा'

अखिल ने बताया कि, 'मेरे दादा जी भारतीय सेना से रिटायर्ड है। मुझे वैसे भी भारतीय सेना से बहुत प्यार है जैसे ही मुझे पता चला कि 8 अक्टूबर को होने वाले एयर शो का अभ्यास शुरू हो गया है। मैं रोजाना अपनी छत पर जा कर बैठ जाता हूं और अभ्यास का पूरा लुत्फ उठाता हूं। एक ओर जहां विमान अपनी पुरी गति से आकाश को छू लेते दिखाई दिए तो वहीं सेना के हेलीकॉप्टर बहुत कम ऊंचाई में भी शहर के ऊपर चक्कर काटते नजर आए। अभ्यास देखने का अनुभव मेरे लिए बहुत खास रहा'