Kedarnath Dham Glacier Breaks: केदारनाथ धाम में फिर टूटा ग्लेशियर, यात्रियों को सावधानी बरतने के निर्देश

केदारनाथ धाम में ग्लेशियर टूटा, VIDEO; बर्फ के सैलाब से आई आफत, यात्रा मार्ग बंद

Kedarnath Dham Glacier Breaks

Kedarnath Dham Glacier Breaks

Kedarnath Dham Glacier Breaks: उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में इस बार कहीं भारी बर्फबारी यात्रा में खलल पैदा कर रही है तो कहीं बर्फ का सैलाब ही रास्ते की रुकावट बन जा रहा है। दरअसल, केदारनाथ धाम में ग्लेशियर टूटने की खबर है। ग्लेशियर टूटने के बाद बर्फ के सैलाब ने केदारनाथ के पैदल यात्रा मार्ग पर आफत पैदा कर दी है। आसपास के लोग दहशत में चीखते-चिल्लाते नजर आ रहे हैं।

न्यूज एजेंसी एएनआई ने एक वीडियो जारी करने के साथ जानकारी देते हुए बताया है कि ग्लेशियर टूटने के बाद केदारनाथ धाम पैदल यात्रा मार्ग को आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। प्रशासन के द्वारा यात्रियों से सावधानी बरतने को कहा गया है। फिलहाल, ग्लेशियर टूटने से किसी यात्री को नुकसान पहुंचने की खबर नहीं है।

 

बतादें कि, इससे पहले बीते बुधवार को मौसम बेहद ज्यादा खराब और तेज बर्फबारी होने के चलते केदारनाथ यात्रा को पूरी तरह से रोक दी गई थी। नए यात्रियों को गौरीकुंड, ऋषिकेश एवं श्रीनगर से आगे नहीं जाने दिया जा रहा था। इसके अलावा जो लोग धाम पहुंच चुके थे और जो रास्ते में थे। उनकी सुरक्षा की व्यवस्था की जा रही थी।

25 अप्रैल को खुले हैं केदारनाथ के कपाट

केदारनाथ धाम के कपाट बीते 25 अप्रैल को ही खुले हैं। क्विंटलों फूलों की सजावट के साथ पूरे विधि-विधान से पूजा और मंत्रोचारण के साथ केदारनाथ के कपाट सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर खोले गए। इस दौरान स्थाननीय पड़ितों और पुरोहितों के साथ बाबा के दर्शन के लिए पहुंचे अनेक श्रद्धालु भी पहुंचे हुए थे. कपाट खोले जाने के दौरान भी धाम में भारी बर्फबारी हो रही थी। केदारनाथ में हो रही भारी बर्फबारी के बावजूद भक्त बाबा के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।

केदारनाथ की कहानी क्या है?

बतादें कि, भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में एक केदारनाथ धाम है। यहां भगवान भोलेनाथ 5वें ज्योतिर्लिंग के रूप में विराजमान हैं। ऐसी मान्यता है कि यहीं पर भगवान शिव ने पांडवों को बैल के रूप में दर्शन दिए थे। वहीं 8वीं और 9वीं सदी में जगतगुरु आदि शंकराचार्य ने इस भव्य मंदिर का निर्माण कराया था।