Irregularities in recruitment of 182 nursing officers in GMCH 32

जीएमसीएच 32 में 182 नर्सिंग अफसरों की भर्ती में सामने आई गड़बड़ी-मामले में ऐसा कड़ा एक्शन लिया जाएगा जो दूसरों के लिए एक सबक बनेगा: सलाहकार धर्मपाल

Irregularities in recruitment of 182 nursing officers in GMCH 32

Irregularities in recruitment of 182 nursing officers in GMCH 32

Irregularities in recruitment of 182 nursing officers in GMCH 32- चंडीगढ़ (साजन शर्मा)। गवर्नमेंट मेडिकल कालेज व अस्पताल सेक्टर 32 में नर्सों की भर्ती में गड़बड़ी सामने आने के बाद अस्पताल प्रशासन ने मामला पुलिस के सुपुर्द कर दिया है और पुलिस को अपने स्तर पर जांच करने को कहा गया है। पुलिस ने संपूर्ण भर्ती मामले में जांच शुरू कर दी है और जल्द ही किसी नतीजे पर पहुंचने की संभावना है।

उधर, प्रशासक के सलाहकार डॉ. धर्मपाल ने जीएमसीएच-३२ में नर्सिंग अफसर की भर्ती प्रक्रिया में पेपर किसी और उम्मीदवार और ज्वाइनिंग किसी और द्वारा दिए जाने का कड़ा नोटिस लिया है।  उन्होंने कहा है कि इस मामले में ऐसा कड़ा एक्शन लिया जाएगा जो दूसरों के लिए एक सबक बनेगा ताकि भविष्य में कोई इस तरह की कोशिश न करे। नर्सिंग अफसर की इस परीक्षा में क्या क्या गड़बड़ी हुई और किन प्रार्थियों की जगह लिखित परीक्षा देने दूसरे कैंडीडेट उतरे, इसका जल्द खुलासा हो जाएगा। अस्पताल प्रशासन को आशंका है कि इंपरसोनेशन के सहारे कुछ कैंडीडेट ने नर्सिंग अफसर की नौकरी हासिल करने की कोशिश की। हायर अथॉरटी के नोटिस में भी संपूर्ण मामला ला दिया गया जिसके बाद इसे पुलिस को दे दिया गया। अधिकारियों का कहना है कि पुलिस को मामले में पूरी तहकीकात कर उचित कानूनी कार्रवाई करने को कहा जाए।

फैसला यह भी हुआ कि बायो मीट्रिक आधार कार्ड से इन चयनित उममीदवारों की एक बार और वेरीफिकेशन की जाए। स्क्रूटनी के बाद दोबारा नये सिरे से फ्रैश ज्वाइनिंग ली जाए और आधार पर बायोमीट्रिक डाटा वेरीफिकेशन हो।

यहां बता दें कि जीएमसीएच 32 ने दिसंबर 2021 में 182 नर्सिंग अफसर की पोस्टों के लिए विज्ञापन निकाला था। लिखित परीक्षा में मेरिट के आधार पर यह चयन होना था। इंटरव्यू का कोई प्रोविजन नहीं था। एक जानी मानी एक्टर्नल एजेंसी को आवेदन लेने व लिखित परीक्षा आयोजित करने का जिम्मा सौंपा गया था। 28 अगस्त 2022 को चंडीगढ़ के 39 सेंटरों पर 10,594 कैंडीडेट परीक्षा देने पहुंचे। सभी कैंडीडेट की आईडेंटिटी चैक की गई। उनकी वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी, थंब इंप्रेशन व दस्तखत भी लिये गए। लिखित परीक्षा में पास होने वाले प्रार्थियोंको मैरिट के अनुसार डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन के लिए तीन फेज में हुई काऊंसलिंग के लिए बुलाया गया। इसके बाद उन्हें नियुक्ति पत्र दिये गए और उन्हें मेडिकल के लिए बुलाया गया। इस दौरान जीएमसीएच के अधिकारियों को एक प्रार्थी के कागजातों व फोटोग्राफ और दस्तखतों में गड़बड़ दिखी। जिस अभ्यार्थी की गड़बड़ पकड़ी गई वह भाग गया। 

अस्पताल प्रशासन ने छह सदस्यीय स्क्रूटनी कमेटी का गठन किया था जो सभी नर्सिंग अफसर के लिए सिलेक्ट उम्मीदवारों की दसों उंगलियों के प्रिंट, दस्तखत, फ्रेश फोटोग्राफ, आधार कार्ड्र डिटेल व अन्य डेमोग्राफिक डिटेल हासिल कर रहे हैं। कमेटी के सीनियर प्रोफेसर अध्यक्ष हैं और इसमें नर्सिंग डिपार्टमेंट, रेक्रूटमेंट ब्रांच व आईटी डिपार्टमेंट के सदस्य होंगे। कमेटी के समक्ष ही इन चयनित उममीदवारों के फिंगल प्रिंट व दस्तखत लिये गए। टेस्ट के समय जो फोटोग्राफ और दस्तखत लिये गए थे उनका प्रार्थी के चेहरे व दस्तखत के साथ मिलान किया जाएगा। इस प्रक्रिया के दौरान कमेटी के समक्ष पांच चयनित नर्सिंग अफसर पेश नहीं हुए और मेडिकल लीव दे दी। इसके बाद 24 घंटे में उन्होंने इस्तीफा दे दिया। एक ऐसा मामला भी कमेटी के सामने आया जहां फेशियल फीचर में बदलाव थे। जब कमेटी ने टेस्ट के समय लिये गए दस्तखतों व फोटोग्राफ से मिलान किया तो यह सही नहीं पाया गया। यह कैंडीडेट भी लीव लेकर चला गया और बाद में इसने इस्तीफा दे दिया। ऐसा ही एक अन्य मामला और सामने आया जिसमें दस्तखत और फोटोग्राफ का मिलान नहीं हुआ। इस मामले की जांच की जा रही है।