माता वैष्णो देवी धाम में बड़ी त्रासदी; अर्धकुंवारी लैंडस्लाइड में अब तक 30 लोगों की मौत, यात्रा पूरी तरह बंद, जम्मू-कश्मीर जाने वाली ट्रेनें रद्द

Jammu Katra Mata Vaishno Devi Dham Tragedy Ardhkunwari Landslide
Vaishno Devi Dham Tragedy: मानसून की भारी बारिश से अब उत्तर भारत के कई हिस्से त्राहिमाम-त्राहिमाम बोल रहे हैं। खासकर हिमाचल-पंजाब और जम्मू-कश्मीर के हालात बेहद ज्यादा बिगड़ चुके हैं। इस बीच जम्मू के कटरा स्थित माता वैष्णो देवी धाम में एक बड़ी त्रासदी हो गई है। बीते मंगलवार को भारी बारिश के दौरान अर्धकुंवारी के पास भीषण लैंडस्लाइड की घटना घट गई। इस घटना में जहां कल तक 5 लोगों की मौत और 14 लोगों के घायल होने की बात कही जा रही थी। वहीं अब यह संख्या भयानक हो गई है।
मरने वालों की संख्या 30 हुई
जानकारी दी जा रही है कि अर्धकुंवारी लैंडस्लाइड में मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 30 हो गई है। यानि 30 लोगों की जान चली गई है। वहीं अभी कई घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। आशंका जताई जा रही है कि मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। बताया जाता है कि, लैंडस्लाइड की चपेट में आकर जो लोग मरे हैं, वो सभी श्रद्धालु थे जो कि यात्रा मार्ग पर पैदल चलते हुए माता वैष्णो देवी भवन को जा रहे थे। इस बीच अचानक लैंडस्लाइड ने उनकी जान ले ली। जिसके बाद अफरा-तफरी मच गई।
तेजी से किया गया रेस्क्यू ऑपरेशन
लैंडस्लाइड की सूचना मिलते ही माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की आपदा प्रबंधन टीम तत्काल मौके पर पहुंच गई थी। जिसके बाद तेजी से राहत-बचाव कार्य किया गया। ताकि जल्द से जल्द स्थिति नियंत्रित और सामान्य की जा सके। लैंडस्लाइड के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना, पैरामिलिट्री फोर्स और स्थानीय पुलिस के जवान भी मदद के लिए तैनात रहे। हालांकि, भारी बारिश लगातार होने के चलते मलबे को हटाने में काफी समय लगा और कड़ी जद्दोजहद करनी पड़ी. रेस्क्यू ऑपरेशन में समय लगने के चलते भी कई लोगों की जान चली गई।
वैष्णो देवी यात्रा पूरी तरह बंद
इस बड़ी त्रासदी को देखते हुए वैष्णो देवी यात्रा फिलहाल अस्थाई रूप से पूरी तरह बंद कर दी गई है। बाणगंगा प्रवेश द्वार से किसी भी श्रद्धालु को आगे जाने के लिए प्रवेश नहीं मिल रहा है। श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए अगले आदेश तक माता वैष्णो देवी यात्रा रोकने का फैसला किया है। वहीं लैंडस्लाइड वाले मार्ग पर मलबे को हटाने काम काम तेजी से किया जा रहा है। जानी नुकसान के साथ माली नुकसान भी काफी ज्यादा हुआ है। इसके साथ ही धाम के सभी मार्गों पर लैंडस्लाइड को लेकर जांच भी की जा रही है।
वैष्णो देवी से वीडियो सामने आए
वैष्णो देवी धाम से लैंडस्लाइड के दो वीडियो भी सामने आए हैं। जिसमें लैंडस्लाइड की विकरालता देखी जा सकती है। धाम के अंदर मौजूद श्रद्धालुओं से श्राइन बोर्ड ने अपील की है कि वे सतर्क रहें और मार्ग की स्थिति को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ें। श्राइन बोर्ड ने कहा कि, श्रद्धालुओं को किसी भी तरह से घबराहट की स्थिति पैदा करने की जरूरत नहीं है। बता दें कि मौसम विभाग ने पहले ही जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की थी। आगे के लिए भी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
जम्मू-कश्मीर जाने वाली कई ट्रेनें रद्द
जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में भारी बारिश का दौर जारी है। जिसके चलते यहां चिनाब, तवी और सतलुज जैसी नदियां अपने पूरे उफान पर हैं। नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। कई इलाकों में हालात इस कदर बिगड़ रहे हैं कि बाढ़ का पानी लोगों के घरों में घुस रहा है। लैंडस्लाइड और बाढ़ की चपेट में रास्ते बंद पड़ गए हैं। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे और जम्मू-कटरा हाईवे भी बंद हो गया है। वहीं जम्मू के तवी पुल के धंसने के बाद उस पर आवागमन रोक दिया गया है। वहीं नॉर्दर्न रेलवे ने जम्मू-कश्मीर जाने वाली 22 ट्रेनों को रद्द कर दिया है, जबकि कई ट्रेनों को बीच रास्ते में ही रोक दिया गया है।
सेना के हेलीकॉप्टर से राहत-सहायता पहुंचाई जा रही
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने जानकारी दी है कि प्रधानमंत्री मोदी व्यक्तिगत रूप से जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर नज़र रख रहे हैं और अपडेट प्राप्त कर रहे हैं। बताया जाता है कि सेना के C130 और IL76 जैसे हेलीकॉप्टर से जम्मू-कश्मीर में राहत-सहायता पहुंचाई जा रही है। ये हेलीकॉप्टर राहत और बचाव सामग्री लेकर NDRF के साथ हिंडन से जम्मू के लिए शीघ्र ही उड़ान भर रहे हैं। चिनूक, एमआई-17 वी5 जैसे हेलीकॉप्टर सभी निकटवर्ती ठिकानों जैसे जम्मू, उधमपुर, श्रीनगर और पठानकोट पर सक्रिय स्टैंडबाय पर हैं। इस बीच, जम्मू-कश्मीर के प्रत्येक जिले के लिए क्रमशः हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं।