In Dharamshala, at the behest of a big gang, tickets are being sold to educational institutions-shopkeepers-youth by making them sales persons

IPL टिकटें ब्लैक करने का बड़ा खेल, शिक्षण संस्थानों-दुकानदारों-युवाओं को सेल्स पर्सन बनाकर बेची जा रही टिकटें

In Dharamshala , at the behest of a big gang, tickets are being sold to educational institutions-shopkeepers-youth by making them sales persons

In Dharamshala, at the behest of a big gang, tickets are being sold to educational institutions-shop

इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में आईपीएल मैचों में टिकटों को ब्लैक करने का बड़ा जाल बुना गया है। बड़े गिरोह के इशारों पर धर्मशाला के बाजार के साथ-साथ शिक्षण संस्थानों को भी टारगेट किया गया है, जिसमें कुछ पैसा कमाने के चक्कर में छात्रों, बाजार के दुकानदारों और अन्य लोगों के पास भी टिकटें थमाई गई हैं। धर्मशाला स्टेडियम में एचपीसीए के लांउड्री में ही कर्मचारियों के टिकटों को ब्लैक में बेचे जाने पर अब प्रबंधन पर भी कई बड़े सवाल उठाए जा रहे हैं।

टिकटों को ब्लैक करते हुए पकडऩे वाले सीआईडी जवान को ही शातिरों ने मारपीट करते हुए बाजू में फ्रैक्चर कर दिया है। इतना ही नहीं, जवान को और भी कई चोटें आई हैं। गौरतलब है कि स्टेडियम के कांउटर के साथ स्थित हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन एचपीसीए की लाउंड्री में ही संघ के लांउड्रीमैन संग चार आरोपियों से सीआईडी की टीम ने रंगें हाथों 10 टिकट व पैसों के लेन-देन का मामला पकड़ा था, जिसमें आरोपियों ने भागने की फिराक में दो जवानों के साथ खूब हाथापाई करते हुए मारपीट भी की, जिसमें एक जवान को गंभीर चोटें आई हैं, और उनके बाजू में फ्रैक्चर आया है।

टिकटों को ब्लैक करते हुए पकड़े गए आरोपियों में मोहम्मद मुस्ताक पुत्र मोहम्मद हरुण निवासी गांव परबाला, डाकघर लक्कबाला, तहसील नगिना व पीएस कोतवाली सिटी जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश, द्वितीय आरोपी मोहम्मद हरुण पुत्र मुनेई, अरशद बागले निवासी महाराष्ट्र व सत्यम निवासी पठानकोट पंजाब को रंगें हाथों टिकटों के साथ गिरफ्त में लिया गया है।

पुलिस थाना धर्मशाला में आईपीसी की धारा 353, 332 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। उधर, एसएचओ धर्मशाला सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि चार आरोपियों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। इनसे टिकटों के संबंध में पूरी जांच-पड़ताल की जा रही है। उन्होंने बताया कि गिरोह के पीछे कौन-कौन हैं और कितने टिकट इन्होंने ब्लैक किए हैं, इस संबंध में जांच-पड़ताल की जा रही है।

संदेह के घेरे में टिकट बेचने वाली कंपनी

टिकट ब्लैकियों के हौसले किसी बड़ी शय पर पूरी तरह से बुलंद दिख रहे हैं। कंपनी का काउंटर भी लाउंड्री के पास ही लगता है, ऐसे में टिकटें बेचने वाली कंपनी भी संदेह के घेरे में है। पुलिस ने मैच के दिन बुधवार को चार लोगों को पकड़ा है, जिनसे पूछताछ भी की जा रही है। इसमें पुलिस की ओर से भी टिकटें ब्लैक करने वाले लोगों के सुराग खोजे जा रहे हैं, जिसमें बाजार व शिक्षण संस्थानों में टिकटें ब्लैक करने वालों को भी खोजा जा रहा है। धर्मशाला पुलिस के जांच अधिकारियों व सीआईडी की ओर से जांच तेज़ कर दी गई है और पहलु को खंगाला जा रहा है।