How To Control Kids Mobile Screen Time?

Parenting Tips: बच्चों में बढ़ रहे मोबाइल एडिक्शन को कैसे कर सकते है कंट्रोल, यहां पढ़े सारी ख़बर 

How To Control Kids Mobile Screen Time?

How To Control Kids Mobile Screen Time?

Parenting Tips: आजकल बच्चे ज्यादा ही मोबाइल स्क्रीन देखने लग गए है, और अगर उन्हें रोका जाता है तो ज्यादा तर उनके बहाने जैसे की, मैं बोर हो रहा हूं, मुझे नींद नहीं आ रही है, मुझे कहानियां सुननी है ये वो कह कर बच्चे किसी तरीके से फ़ोन की डिस्प्ले पर ज्यादा वक्त बिताते रहते है। जो की उनकी सेहत के लिए ठीक नहीं है। आज की तारीख में ये चुनौती पेरेंट्स के लिए सबसे बड़ी बन चुकी है। वे न तो इस आदत को एकदम से खत्म कर पा रहे हैं और न ही वे खुल कर बच्चों को मोबाइल दे कर इस चुनौती को स्वीकार कर सकते हैं। जिसमें जबतक बच्चे के हाथ में मोबाइल रहता है, तब तक एक तनाव भरी स्थिति बनी रहती है। एक लगातार चिंता बनी रहती है कि वे क्या देख रहे हैं, कितनी देर तक देखेंगे और बच्चों से कुछ गलत लिंक न क्लिक हो जाए, ऐसे ख्याल मां-बाप कॉम बार-बार सताते रहते है। 

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लेकिन एक पैरेंट के तौर पर आपकी ये जिम्मेदारी बनती है कि आप अपने बच्चे के स्क्रीन टाइम पर नज़र रखें। आप ध्यान दें कि बच्चा क्या देख रहा है और कितनी देर तक देख रहा है। तो कैसे निकालें इस कठिन से दिखने वाले काम के समाधान का आसान तरीका, आइए जानते है इसके बारे में:

1. सबसे पहले तो अपने मोबाइल में पासवर्ड लगाएं और पैटर्न लगाएं जिसकी जानकारी बच्चे को न दें।
2. छोटे बच्चों को कभी भी यूट्यूब खोल कर न दें। वे एक वीडियो से दूसरे वीडियो पर क्लिक करते जाते हैं और बिना किसी जानकारी के वे किसी भी प्रकार के वीडियो तक जा सकते हैं। इसलिए अपनी गाइडेंस में ही यूट्यूब दें अन्यथा न दें।
3. बच्चों को यूट्यूब किड्स या अमेजन किड्स जैसे एप दिखा सकते हैं, जो अलग से बच्चों के हिसाब से फिल्टर करके बनाए जाते हैं।

4.. लेकिन किसी एप में भी मूवी या कार्टून के लिए एज लिमिट यानी उम्र का सेक्शन चेक करें। अपने बच्चे की उम्र के हिसाब से ही मूवी या कार्टून का चयन करें। बच्चों को चुनने का मौका दें, लेकिन आप अपने हिसाब से बैकग्राउंड चेक करके ही देखने की सहमति दें।
5.. जासूस बन कर बच्चों की जासूसी न करें। इससे वे आप से बच कर गलतियां करेंगे और आप से शेयर भी नहीं करेंगे। सामने से खुल कर बात करें, उन्हें प्यार से समझाएं और जागरूक करें।
6. बार-बार बोलने पर भी अगर वे न समझें तो बच्चों की सुरक्षा के लिए मोबाइल के इस्तेमाल के प्रति आप कड़े नियम बना सकते हैं।
7. अधिक मोबाइल के इस्तेमाल से होने वाले खतरों से बच्चों को अवगत कराएं। उन्हें समझाएं कि कैसे अधिक मोबाइल के इस्तेमाल से उनको ही नुकसान पहुंचेगा, जैसे:

-आंखों पर बुरा असर पड़ सकता है।
-उनकी नींद प्रभावित हो सकती है।
-उनका फोकस कम होता है।
-मोबाइल का एडिक्शन हो सकता है, जिसके न मिलने पर घबराहट और चिंता होने लगती है और व्यवहार में बदलाव होने लगता है।
-वे साइबर बुलीइंग का शिकार हो सकते हैं।
-वे असल समाज से कट जाते हैं।
-एकेडमिक परफॉर्मेंस पर नकारात्मक असर पड़ता है।
-गलत वेबसाइट्स पर क्लिक हो सकता है, जो उम्र के हिसाब से उनके लिए खतरनाक हो सकती हैं।
-मोबाइल पकड़े-पकड़े उनके हाथ और गर्दन में अकड़न और दर्द हो सकता है।