हिमाचल: कार्यक्षेत्र में श्रेष्ठ काम करने के लिए इस अधिकारी को 'उत्कृष्ट पुरस्कार', देखिये

हिमाचल: कार्यक्षेत्र में श्रेष्ठ काम करने के लिए इस अधिकारी को 'उत्कृष्ट पुरस्कार', देखिये

Himachal News

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हिमाचल क्षेत्रीय अधिकारी (NHAI) अब्दुल बासित को वर्ष 2021 में COVID के दौरान पश्चिम यूपी  में किए गए उनके कार्यों के लिए “उत्कृष्ट अधिकारी पुरस्कार” दिया गया है। इस दौरान सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला मौजूद रहे|

कोरोना की विनाशकारी दूसरी लहर के दौरान रक्षा मंत्रालय ने डीआरडीओ के माध्यम से शिल्पग्राम लखनऊ में एक कोविड अस्पताल बनाने का फैसला किया और ऑक्सीजन प्लांट के निर्माण का काम एनएचएआई को 18 अप्रैल 2021 को दिया गया। 24 अप्रैल 2021 को रिकॉर्ड समय में काम पूरा किया गया।  एनएचएआई द्वारा पहले ऑक्सीजन प्लांट को समय पर क्रियान्वयन के बाद डीआरडीओ ने देश भर में स्थापित होने वाले अपने सभी ऑक्सीजन प्लांटों को एनएचएआई को सौंप दिया है। इसके बाद उन्होंने दी गई समय-सीमा मे पश्चिम यूपी में 46 ऑक्सीजन प्लांट्स का निष्पादन किया है।

यूपी में उनके कार्यकाल के दौरान, अप्रैल से जुलाई (पीक कंस्ट्रक्शन सीज़न) में कोरोना की दूसरी लहर के विनाशकारी होने के बावजूद, उनके विभिन्न कदमों के कारण, जैसे शिविरों में श्रमिकों के ठहरने की व्यवस्था, उनके लिए चिकित्सा सुविधा और एनएचएआई परियोजनाओं की “आवश्यक वस्तुओं/सुविधाओं की श्रेणी” में घोषणा के लिए अथक प्रयास किए गए ताकि निर्माण श्रमिकों के लिए कोरोना पास की आवश्यकता न हो।  21 मई, 2021 को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इस बारे में निर्देश जारी किए गए ताकि एनएचएआई के प्रोजेक्ट्स में बाधा न आए और प्रोजेक्ट्स समय पर पूरे हों|  इससे यूपी में अब तक का सर्वाधिक 306 किमी का रिकॉर्ड निर्माण, 245 किमी के लक्ष्य के मुकाबले, 2020-21 में हासिल किया गया, जो लक्ष्य से 25% अधिक था।

चूंकि हिमाचल प्रदेश में राजमार्ग निर्माण वांछित गति से आगे नहीं बढ़ रहा था और विभिन्न भूमि और वन मंजूरी के मुद्दे लंबित थे, इसलिए परियोजना निष्पादन, भूमि अधिग्रहण, वन मंजूरी आदि में यूपी के उनके विशाल अनुभव को ध्यान में रखते हुए, उन्हें भारत सरकार द्वारा विशेष रूप से सितंबर 2021 क्षेत्रीय अधिकारी, हिमाचल प्रदेश तैनात किया गया है|

हिमाचल प्रदेश में उनके शामिल होने के बाद, उनके शामिल होने के 6 महीने के भीतर निर्माण की गति 4 गुना तेज हो गई है और परियोजनाएं उच्च गति से आगे बढ़ रही हैं।  2021-22 में हिमाचल प्रदेश में 41.5 किमी का निर्माण किया गया है जो लक्ष्य से अधिक है।

हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गों का रखरखाव एक मुद्दा था, उनकी गहरी दिलचस्पी और कड़ी मेहनत के बाद रखरखाव लगभग पूरा हो चुका है और जनता और राज्य सरकार द्वारा इसकी सराहना की गई है। वह बी.टेक, एम.टेक, एमबीए हैं और उन्हें 60,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली राजमार्ग परियोजनाओं (2 लेन, 4 लेन, 6 लेन) का अनुभव है।