Himachal's government schools dominated in 12th, proved to be laggards in 10th

12वीं में छाए, 10वीं में फिसड्डी साबित हुए हिमाचल के सरकारी स्कूल

Himachal's government schools dominated in 12th, proved to be laggards in 10th

Himachal's government schools dominated in 12th, proved to be laggards in 10th

धर्मशाला:हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित 10वीं कक्षा के नतीजों में निजी स्कूलों ने सरकार स्कूलों को पछाड़ दिया है। हालांकि 12वीं कक्षा के परिणाम में सरकारी स्कूलों का दबदबा रहा, लेकिन 10वीं कक्षा के परिणाम में सरकारी स्कूल पिछड़ गए। टॉप-10 79 विद्यार्थियों में से सरकारी स्कूलों के मात्र 22 छात्र हैं। इनमें से तीन छात्र, जबकि 19 छात्राएं शामिल हैं। 10वीं कक्षा में कुल 91,440 विद्यार्थी परीक्षा हाल में बैठे थे। इनमें से सरकारी स्कूलों के 70,414 विद्यार्थी, जिनमें से 34,872 छात्राएं और 35,542 छात्र थे। वहीं, निजी स्कूलों के कुल 21,026 विद्यार्थियों ने परीक्षाएं दी थीं, जिनमें से 9,194 छात्राएं और 11,832 छात्र शामिल थे। परीक्षा में कुल 47,374 लड़कें और 44,066 लड़कियां शामिल हुईं थी।

2.2 फीसदी ज्यादा रहा परिणाम

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से घोषित किया गया 10वीं कक्षा परीक्षा परिणाम गत वर्ष की अपेक्षा इस मर्तबा 2.2 फीसदी अधिक रहा है। शैक्षणिक सत्र 2022-23 का परीक्षा परिणाम 89.7 फीसदी रहा है, जबकि गत वर्ष परीक्षा परिणाम 87.5 फीसदी था। वहीं, पिछले चार वर्षों के परीक्षा परिणाम पर नजर दौड़ाएं तो 2021 के बाद यह सबसे बेहतर रिजल्ट रहा है। 2020 में 68.11, 2021 में 99.7, 2022 में 87.5 और 2023 में 89.7 फीसदी परीक्षा परिणाम दर्ज किया गया है।

किस जिला का कितना फीसदी रहा रिजल्ट

जिला प्रतिशतता

हमीरपुर 96.35

कांगड़ा 94.36

मंडी 93.11

बिलासपुर 92.77

शिमला 90.29

ऊना 90.08

सोलन 87.99

लाहुल 87.01

कुल्लू 85.51

किन्नौर 84.32

चंबा 82.28

सिरमौर 79.19