भारी बारिश से दक्षिण तमिलनाडु में फिर त्राहि-त्राहि, बाढ़ का पानी नदियों की तरह हर तरफ उफन रहाचार जिलों में रेड अलर्ट

भारी बारिश से दक्षिण तमिलनाडु में फिर त्राहि-त्राहि, बाढ़ का पानी नदियों की तरह हर तरफ उफन रहाचार जिलों में रेड अलर्ट

Heavy Rain in Tamil Nadu

Heavy Rain in Tamil Nadu

चेन्नई। Heavy Rain in Tamil Nadu: कन्याकुमारी, तिरुनेलवेल्ली, थूथुकुडी और तेनकासी सहित दक्षिणी तमिलनाडु के कई जिलों में हुई मूसलाधार बारिश ने एक बार फिर से भारी तबाही मचाई है। खेत, सड़कें, रिहायशी इलाके तथा पुल जलमग्न हो गए हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो बाढ़ का पानी नदियों की तरह हर तरफ उफना रहा है। पिछले दिनों भी चक्रवात मिचोंग की वजह से चेन्नई समेत राज्य के कई हिस्सों में भारी तबाही हुई थी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने सोमवार को कहा कि दक्षिणी तमिलनाडु के 39 क्षेत्रों में अत्यधिक भारी वर्षा हुई। 

थूथुकुडी जिले के कयालपट्टिनम में सर्वाधिक 95 सेमी बारिश दर्ज की गई। आइएमडी ने तेनकासी, थूथुकुडी, तिरुनेलवेल्ली और कन्याकुमारी जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि अगले 24 घंटों में यहां कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। इस बीच कन्याकुमारी जिले के ओझुगिनचेरी में बाढ़ के पानी का स्तर चार फुट से भी अधिक हो गया है।

बाढ़ का पानी घरों में घुसने के कारण तिरुनेलवेली जिले में लोग दो मंजिला घरों की छत पर शरण लिए हुए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इससे पहले उन्होंने ऐसे हालात नहीं देखे।उधर मुख्य सचिव शिव दास मीणा ने संवाददाताओं को बताया कि बारिश और बाढ़ की वजह से सेना, नौसेना और वायु सेना की मदद मांगी गई है। उन्होंने कहा कि बचाव और राहत अभियान के लिए 84 नौकाएं तैनात की गई हैं।

सरकार ने 18 दिसंबर को चारों जिलों में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। अधिकारी ने बताया कि थूथुकुडी जैसे क्षेत्रों के लिए अतिरिक्त नौकाएं तैनात की गई हैं। उन्होंने बताया कि कम से कम 7,500 लोगों को इलाके से सुरक्षित निकाला गया तथा उन्हें 84 राहत शिविरों में रखा गया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के कर्मियों, अग्निशमन विभाग तथा पुलिस टीमों ने भारी बाढ़ वाले इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकाला तथा उन्हें स्कूलों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर पहुंचाया।

उधर, दक्षिणी रेलवे ने कहा कि तिरुनेलवेल्ली-तिरुचेंदूर खंड में श्रीवैकुंटम और सेदुंगनल्लूर के बीच यातायात बद कर दिया है। यहां रेलवे ट्रैक पर पानी बह रहा है और कई जगह मिट्टी धंस गई है। दक्षिणी क्षेत्रों से संचालित होने वाली कई ट्रेनों को पूरी तरह से रद कर दिया गया है। कुछ ट्रेनों के मार्ग में बदलाव किया गया है। 

ये भी जानिये 

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर राज्य के दक्षिणी हिस्सों में बारिश और बाढ़ की स्थिति पर चर्चा करने के लिए 19 दिसंबर को उनसे मुलाकात का समय मांगा है। बाढ़ के कारण तमिलनाडु के थूथुकुडी जिले के श्रीवैकुंटम में लगभग 800 रेल यात्री फंसे हुए हैं। तिरुचेंदूर से चेन्नई जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन यहां लगभग 20 घंटे से फंसी है।

लगभग 500 यात्री श्रीवैकुंटम रेलवे स्टेशन पर और लगभग 300 नजदीकी स्कूल में ठहरे हैं। मुल्लापेरियार बांध का जल स्तर बढ़ने पर अधिकारियों ने अब वहां से अतिरिक्त पानी छोड़ने का निर्णय लिया है। 125 साल पुराने इस बांध की अधिकतम भंडारण सीमा 142 फुट है। इसके आसपास के इलाके खाली करने की चेतावनी अधिकारियों ने जारी की है। 

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