जन्मदिन पर मानवसेवा की नई मिसाल बनेंगे मनोहर लाल

Manohar Lal will set a New Example

Manohar Lal will set a New Example

71वें जन्मदिन पर प्रदेशभर में आयोजित होंगे रक्तदान शिविर 

आज हर विधानसभा क्षेत्र में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री के जन्मदिन पर भाजपा लगाएगी रक्तदान शिविर  

चंडीगढ़, 04 मई। Manohar Lal will set a New Example: पारदर्शिता, अंत्योदय उत्थान और सुशासन की नजीर मनोहर लाल का 71वां जन्मदिन मानव सेवा की नई मिसाल के रूप में जाना जाएगा। केंद्रीय ऊर्जा, आवासन एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल के जन्मदिन पर प्रदेशभर में रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जाएगा। भाजपा की ओर से हर विधानसभा क्षेत्र में रक्तदान शिविर आयोजित होंगे, जिसकी पूरी रूप रेखा तैयार कर ली गई है। 

सोमवार को केंद्रीय ऊर्जा, आवासन एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल अपना 71वां जन्मदिन मनाएंगे। अमूमन, मनोहर लाल साधारण तौर पर ही अपना जन्मदिन मनाते हैं। गोमाता की सेवा और साधु-संतों के आशीर्वाद के साथ ही मनोहर लाल जन्मदिन के दिन अपनी दिनचर्या शुरू करते हैं, उसके बाद शुभचिंतकों की बधाई और सम्मान स्वीकार करते हैं। 

केंद्रीय ऊर्जा, आवासन एवं शहरी विकास मंत्री के मुख्य मीडिया सलाहकार सुदेश कटारिया का कहना है कि साढ़े 9 साल बतौर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सुशासन और पारदर्शिता की मिसाल पेश की, जिसके बूते भाजपा तीसरी बार हरियाणा में सत्ता में काबिज हुई। मिशन मेरिट और अंत्योदय उत्थान के जरिये मनोहर लाल समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाया। मिशन मेरिट के जरिये न केवल गरीब वर्ग के युवाओं का नौकरी लगने का सपना पूरा, बल्कि पोर्टल के जरिये उन लोगों के घर द्वार योजनाएं पहुंची, जोकि दफ्तरों के चक्कर काट-काटकर थक चुके थे। अब मनोहर लाल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टीम में ऊर्जा, आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय संभाल रहे हैं। मंत्रालय के प्रभार का जिम्मा संभाले तकरीबन एक वर्ष होने वाला है। मनोहर लाल ने हरियाणा के बाद देश को बिजली में आत्मनिर्भर बनाने और हर घर जगमग करने का रोडमैप तैयार किया है। 

सुदेश कटारिया का कहना है कि जनसेवक मनोहर लाल के 71वें जन्मदिन पर रक्तदान मिसाल बनेगा। खास बात यह है कि अंत्योदय परिवारों में भी मनोहर लाल के जन्मदिन को लेकर खासा उत्साह है। मनोहर लाल की कार्यशैली और विजन काबिलेतारीफ है

परमाणु बिजली उत्पादन पर फोकस 

केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल का सौर ऊर्जा और जल विद्युत उत्पादन के साथ परमाणु बिजली उत्पादन पर फोकस है। वर्ष 2047 तक 100 गीगावाट उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।  देशभर में सात स्थानों पर 25 परमाणु संयंत्र संचालित हैं, जिनकी कुल स्थापित क्षमता 8,880 मेगावाट है, जो देश के बिजली उत्पादन में लगभग 3 प्रतिशत का योगदान देता है। 6,600 मेगावाट क्षमता वाले आठ रिएक्टर निर्माणाधीन हैं, और 7,000 मेगावाट क्षमता वाले अन्य दस रिएक्टर परियोजना-पूर्व चरणों में हैं। इसके साथ ही पड़ोसी देशों के साथ ही बिजली समझौतों की ओर कदम बढ़ाया जा रहा है। अब भारत की ओर से नेपाल, म्यमार, श्रीलंका, भूटान सहित कई देशों को बिजली निर्यात की जा रही है और नेपाल के साथ जल विद्युत परियोजनाओं को गति दी जा रही है।