Hari Hara Veera Mallu Review: एक शानदार आइडिया, लेकिन कमजोर क्रियान्वयन!
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hari hara veera mallu movie review: Hari Hara Veera Mallu जैसी फिल्म से दर्शकों को बड़ी उम्मीदें थीं—एक पीरियड ड्रामा जिसमें एक महानायक, जबरदस्त एक्शन और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि देखने को मिलती। खासकर जब पवन कल्याण जैसे सुपरस्टार इस तरह के किरदार में हों, तो फैन्स की बेसब्री और बढ़ जाती है। लेकिन अफसोस, यह फिल्म उम्मीदों पर पूरी तरह खरी नहीं उतर पाती।
कहानी में दम है, पर ट्रीटमेंट है कमजोर
फिल्म की कहानी एक रॉबिनहुड जैसे क्रांतिकारी वीर युवक Veera Mallu की है, जो मुगल शासन के खिलाफ लड़ाई लड़ता है। उसकी मंशा गरीबों की मदद करना और अत्याचारियों से टकराना है। लेकिन कहानी को जिस तरह से पर्दे पर उतारा गया है, वह बेहद सतही और जल्दबाज़ी भरा लगता है। स्क्रिप्ट में गहराई की कमी है और इमोशनल कनेक्ट लगभग गायब है।
बस एक-दो ‘एलीवेशन सीन’, बाक़ी सब निराशाजनक
फिल्म में कुछ एक्शन सीन ऐसे हैं जहां पवन कल्याण का दबदबा नजर आता है, खासकर उनका इंट्रोडक्शन सीन और एक प्रमुख युद्ध दृश्य। लेकिन पूरी फिल्म इन्हीं कुछ ‘एलीवेशन सीन’ पर टिकी हुई लगती है। बाकी की कहानी, स्क्रीनप्ले और डायलॉग्स न तो रौंगटे खड़े करते हैं और न ही दर्शकों को बांध पाते हैं। फिल्म का फ्लो बिखरा हुआ और असंतुलित सा लगता है।फिल्म का प्रोडक्शन डिज़ाइन, कॉस्ट्यूम्स, और कैमरावर्क तारीफ के काबिल है। लोकेशंस भव्य हैं और पीरियड सेटअप में मेहनत साफ झलकती है। लेकिन जब तक कहानी और स्क्रिप्ट मजबूत न हो, तब तक तकनीकी खूबसूरती भी फिल्म को संभाल नहीं पाती।
पवन कल्याण की परफॉर्मेंस दमदार
पवन कल्याण अपने रोल में पूरी तरह ढले हुए नजर आते हैं। उनका लुक, बॉडी लैंग्वेज और करिश्मा ज़बरदस्त है। लेकिन उनके अलावा फिल्म में कोई दूसरा किरदार खास छाप नहीं छोड़ता। सपोर्टिंग कास्ट को ढंग से विकसित नहीं किया गया, जिससे वो सिर्फ पर्दे पर भराव बनकर रह जाते हैं।सबसे बड़ी कमी है फिल्म की भावनात्मक गहराई और कहानी में कसावट। फिल्म न ही ‘Chhaava’ जैसी इमोशनल गहराई देती है, और न ही कोई ऐसा मोड़ जहां दर्शक पूरी तरह जुड़ जाएं। फिल्म एक हाई बजट एलीवेशन ड्रामा बनकर रह जाती है, जिसमें बहुत कुछ कहने की कोशिश की गई, लेकिन ढंग से कहा नहीं गया।Hari Hara Veera Mallu सिर्फ पवन कल्याण के डाई-हार्ड फैंस के लिए एक विजुअल ट्रीट हो सकती है, लेकिन आम दर्शकों के लिए यह फिल्म अधूरी और खिंची हुई लग सकती है। फिल्म एक शानदार अवसर था इतिहास और हीरोइज़्म को जोड़ने का, लेकिन यह मौके को पूरी तरह कैश नहीं कर पाई।