हार्दिक पांड्या ने मैच में फिफ्टी व 4 विकेट हॉल नाम कर लगाई रिकॉर्ड्स की झड़ी

हार्दिक पांड्या ने मैच में फिफ्टी व 4 विकेट हॉल नाम कर लगाई रिकॉर्ड्स की झड़ी

हार्दिक पांड्या ने मैच में फिफ्टी व 4 विकेट हॉल नाम कर लगाई रिकॉर्ड्स की झड़ी

हार्दिक पांड्या ने मैच में फिफ्टी व 4 विकेट हॉल नाम कर लगाई रिकॉर्ड्स की झड़ी

नई दिल्ली। रविवार की शाम इंग्लैंड के मैनचेस्टर में वो हुआ जिसकी उम्मीद 140 करोंड़ देशवासी कर रहे थे। हार्दिक ने इस मैच में न केवल 18 साल पुराने रिकार्ड को तोड़ा बल्कि पंत के साथ मिलकर एक ऐसी साझेदीरी की जिसने टीम इंडिया को 8 साल बाद इंग्लैंड में वनडे सीरीज जीतने का मौका दिया। पांड्या ने इस मैच में बल्ले और गेंद दोनों से कमाल किया। पहले उन्होंने इंग्लैंड को आलआउट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और बाद में जब टीम का टाप क्रम बिखरा तो बल्ले से 55 गेंदों पर 71 रन की पारी खेल टीम की नैय्या पार लगा दी। 

उन्होंने मैनचेस्टर में अपने आलराउंड प्रदर्शन से जहां भारतीय क्रिकेट फैंस का दिल जीत लिया तो वहीं भारतीय सेलेक्टर्स, टीम मैनेजमेंट व कप्तान रोहित शर्मा को भी बड़ी राहत पहुंचाई। हार्दिक पांड्या का इस तरह का प्रदर्शन टीम इंडिया के लिए काफी अच्छा संकेत है। तीसरे वनडे में भारत को 5 विकेट से जीत मिली इसमें हार्दिक पांड्या का गेंद व बल्ले से प्रदर्शन साथ ही रिषभ पंत की शतकीय पारी का बड़ा योगदान रहा। इस मैच में जीत के साथ टीम इंडिया ने वनडे सीरीज में 2-1 से जीत दर्ज की।

  • हार्दिक पांड्या बने प्लेयर आफ द सीरीज
  • तीसरे मैच में बनाए 71 रन लिए चार विकेट
  • रिषभ पंत के साथ की 133 रन की साझेदारी

इंग्लैंड में हार्दिक ने दोहराया युवराज का कमाल 

तीसरे वनडे में जब 72 रन पर भारत के चार विकेट गिर गए थे और रोहित शर्मा, शिखर धवन, विराट कोहली व सूर्यकुमार यादव पवेलियन लौट गए तब ऐसा लग रहा था कि मैच हाथ से निकल जाएगा। कुछ ऐसी ही स्थिति दूसरे वनडे में भी बनी थी और शायद ऐसा ही अहसास तीसरे वनडे में भी हुआ, लेकिन पंत और हार्दिक ने इससे भारत को उबार दिया। दोनों ने काफी संयम के साथ अपनी पारी को आगे बढ़ाते हुए पांचवें विकेट के लिए 133 रन की शतकीय साझेदारी करते हुए टीम को जीत की राह पर ला दिया। इसके बाद पंत ने नाबाद 125 रन बनाते हुए भारत को जीत दिला दी। 

हार्दिक पांड्या ने इस मैच में की पहली पारी में 4 विकेट लिए और फिर दूसरी पारी में 55 गेंदों पर 10 चौकों की मदद से 71 रन की पारी खेली। इंग्लैंड में साल 2008 यानी 18 साल के बाद किसी भारतीय खिलाड़ी ने किसी वनडे मैच में 50 रन और चार विकेट लेने का कमाल किया। हार्दिक पांड्या से पहले 2008 में युवराज सिंह ने ऐसा ही कमाल किया था और अब 18 वर्ष के बाद हार्दिक पांड्या ने ऐसा खेल दिखाकर युवी की बराबरी करते हुए उनकी याद भी दिला दी। हार्दिक पांड्या को प्लेयर आफ द सीरीज चुना गया तो वहीं रिषभ पंत प्लेयर आफ द मैच  बने।