Decision will come today on the bail of directors of KC Overseas, there is a case of supplying fake raw material

नालागढ़ कोर्ट द्वारा आज केसी ओवरसीज के निदेशकों की जमानत पर सुनाया जाएगा फैसला

Decision will come today on the bail of directors of KC Overseas, there is a case of supplying fake raw material

Decision will come today on the bail of directors of KC Overseas, there is a case of supplying fake

बद्दी:पंचकूला में केसी ओवरसीज कंपनी के निदेशक अंकित सिंघला व अंकुश सिंघला की जमानत याचिका पर शुक्रवार को नालागढ़ कोर्ट में फैसला सुनाया जाएगा। जानकारी के अनुसार, मई 2023 में राज्य दवा निंयत्रक विभाग द्वारा दवाईयों के कच्चे माल की सप्लाई करने वाले कर्मचारी संजय व हरीश को पकड़ा था। यह दोनों कर्मचारी पुलिस हिरासत में हैं।

पूछताछ के दौरान इन कर्मचारियों ने बताया था कि वह केसी ओवरसीज कंपनी पंचकूला से कच्चा माल लेकर प्रदेश की फार्मा कंपनियों को सप्लाई करते हैं। पूछताछ के दौरान इस बात का भी खुलासा हुआ था कि लोकल कच्चे माल को जर्मनी की ब्रांडिड कंपनी के नाम से फार्मा कंपनियों में सप्लाई किया जा रहा है।

अंतरिम जमानत के लिए लगाई अर्जी

राज्य दवा नियंत्रक विभाग को इसके बाद केसी ओवरसीज कंपनी के मालिक अंकित सिंघला व अंकुश सिंघला की तलाश थी। दो दिन पहले इन दोनों भाईयों ने नालागढ़ कोर्ट में अंतरिम जमानत के लिए अर्जी लगाई थी। इस अर्जी की सुनवाई वीरवार को की गई।

राज्य दवा निंयत्रक विभाग ने इन दोनों भाइयों को कोर्ट से रिमांड मांगा है। ताकि इस बात का पता लग सके के केसी ओवरसीज कंपनी कौन कौन से दवा उद्योगों में सप्लाई दे रहा है तथा किस कंपनी का माल किस नाम से बेचा जा रहा है। कोर्ट ने अपने फैसले को सुरक्षित रखा है तथा शुक्रवार को नालागढ़ कोर्ट द्वारा फैसला दिया जाएगा कि केसी ओवरसीज के मालिक अंकित सिंघला व अंकुश सिंघला को जमानत दी जाए या नहीं।

अदालत ने सुरक्षित रखा था फैसला

सहायक राज्य औषधि नियंत्रक मुनीष कपूर ने बताया कि दो दिन पहले आरोपितों ने अंतरिम जमानत लगाई थी, जिस पर नालागढ़ अदालत ने शुक्रवार के लिए फैसला सुरक्षित रख लिया है। विभाग की तरफ से जांच में शामिल अधिकारियों ने आरोपी अंकित सिंगला व अंकुश सिंगला की अंतरिम जमानत का एक घंटे तक विरोध किया। विभाग ने कोर्ट में तर्क दिया है कि जब तक यह दोनों आरोपी जांच में सहयोगी नहीं करते हैं तब तक कोई भी कार्रवाही करना संभव नहीं है।

केसी ओवरसीज कंपनी का गठन वर्ष 2016 में हुआ था। यह कंपनी हिमाचल प्रदेश सहित देश भर में दवाईयों के कच्चे माल की सप्लाई करती है। कंपनी पर आरोप है कि ब्रांडिड कंपनी के कच्चे माल पर ब्रांडिड कंपनी का लेवल लगातार माल सप्लाई किया जा रहा है।