चीन ने लान्च किया तीसरा एयरक्राफ्ट कैरियर

चीन ने लान्च किया तीसरा एयरक्राफ्ट कैरियर

चीन ने लान्च किया तीसरा एयरक्राफ्ट कैरियर

चीन ने लान्च किया तीसरा एयरक्राफ्ट कैरियर

बीजिंग: दक्षिण चीन सागर से लेकर हिंद महासागर तक समुद्र पर राज करने के मंसूबे रखने वाले चीन ने अपना पहला स्‍वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर लॉन्‍च कर दिया है। टाइप-003 श्रेणी का यह एयरक्राफ्ट कैरियर अपने आकार में अमेरिका के एयरक्राफ्ट कैरियर फोर्ड और निमित्‍ज को टक्‍कर देता है। अमेरिका के बाद चीन ऐसा दूसरा देश है जिसने इतने विशाल और अत्‍याधुनिक एयरक्राफ्ट कैरियर को बनाने में सफलता हासिल की है। यह चीन का तीसरा एयरक्राफ्ट कैरियर है। भारतीय नौसेना के पास भी एयरक्राफ्ट कैरियर हैं लेकिन वे चीनी एयरक्राफ्ट कैरियर से बहुत छोटे हैं। बताया जा रहा है कि इस चीनी एयरक्राफ्ट कैरियर की विस्‍थापन क्षमता 85 हजार टन से लेकर 1 लाख टन के बीच है। यह करीब 300 मीटर लंबा है और 78 मीटर चौड़ा है।

यह चीन के वैश्विक सुपरपावर बनने के प्रयासों की दिशा में महत्‍वपूर्ण कदम है। चीन की सरकारी मीडिया ने टाइप-003 एयरक्राफ्ट कैरियर को लॉन्‍च किए जाने की पुष्टि की है। यह चीन का अब तक का सबसे बड़ा और सबसे ज्‍यादा ताकतवर एयरक्राफ्ट कैरियर है। इस कैरियर को चीन ने फूजिआन नाम दिया है और इसे 17 जून को शंघाई शहर में लॉन्‍च किया गया। करीब 10 साल पहले चीन की नौसेना में पहला एयरक्राफ्ट कैरियर शामिल हुआ था। अब फूजियान के शामिल होने के बाद चीनी ड्रैगन की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी। चीन की नौसेना ब्‍लू वॉटर नेवी बनना चाहता है ताकि वह प्रशांत महासागर से लेकर हिंद महासागर तक आसानी से आ जा सके।

अमेरिका की खास तकनीक से लैस है चीनी कैरियर
चीन की नौसेना दु‍निया में सबसे बड़ी है और यह एयरक्राफ्ट कैरियर चीन के सैन्‍य उद्योग के लिए एक महत्‍वपूर्ण मील का पत्‍थर बन गया है। सिंगापुर के रक्षा विशेषज्ञ र‍िजवान रहमत कहते हैं कि यह दिखाता है कि चीनी इंजीनियर अब घरेलू स्‍तर पर हर तरह के नौसैनिक युद्धपोत बनाने में सक्षम हैं। इसमें कोरवेत्‍ती, फ्रिगेट, डेस्‍ट्रायर, पानी और समुद्र में चलने वाले हमलावर जहाज और अब एयरक्राफ्ट कैरियर शामिल हैं। उन्‍होंने कहा कि इससे चीन के शिपबिल्डिंग उद्योग को बहुत फायदा होने जा रहा है।

इससे पहले चीन के पास मौजूद दो एयरक्राफ्ट कैरियर में से एक सोवियत संघ का बनाया हुआ था और दूसरा चीन में सोवियत डिजाइन पर बनाया गया था। ये दोनों ही लड़ाकू विमानों की स्‍की जंप की पुरानी तकनीक पर आधारित हैं। वहीं नया फूजियान एयरक्राफ्ट कैरियर अत्‍याधुनिक कैटापुल्‍ट इलेक्‍ट्रोमैग्‍नेटिक लॉन्‍च तकनीक से लैस है जिसे सबसे पहले अमेरिकी नौसेना ने विकसित किया था। इस नई तकनीक की मदद से एयरक्राफ्ट पर पहले के मुकाबले कम दबाव पड़ता है। इस तकनीक का एक और फायदा यह है कि इसकी मदद से एयरक्राफ्ट कैरियर से कई तरह के फाइटर विमानों को लॉन्‍च किया जा सकता है।