मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दो दिनी दौरे पर दिल्ली पहुंचे, जीएसटी की क्षतिपूर्ति जारी रखने को करेंगे पैरवी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दो दिनी दौरे पर दिल्ली पहुंचे, जीएसटी की क्षतिपूर्ति जारी रखने को करेंगे पैरवी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दो दिनी दौरे पर दिल्ली पहुंचे

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दो दिनी दौरे पर दिल्ली पहुंचे, जीएसटी की क्षतिपूर्ति जारी रखने को करेंग

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दो दिनी दौरे पर बुधवार रात्रि दिल्ली पहुंच गए। प्रदेश को जीएसटी क्षतिपूर्ति जारी रखने के संबंध में वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्र सरकार के मंत्रियों के समक्ष पक्ष रख सकते हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी धामी बुधवार रात्रि दिल्ली पहुंच गए। उन्होंने गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल पहुंचकर वहां भर्ती कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। धामी गुरुवार और शुक्रवार को दिल्ली में ही रहेंगे। उनकी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात हो सकती है। यद्यपि मुलाकात का समय अभी तय नहीं हो पाया है।

उत्तराखंड के सामने जीएसटी क्षतिपूर्ति का संकट उत्पन्न होने जा रहा है। केंद्र से जीएसटी क्षतिपूर्ति की पांच साल की अवधि 30 जून को समाप्त हो रही है। जीएसटी लागू होने के बाद उत्तराखंड को करों से होने वाली आय में हानि उठानी पड़ रही है। क्षतिपूर्ति नहीं होने से राज्य को आर्थिक मोर्चे पर कठिनाई से जूझना पड़ेगा।

केंद्रीय वित्त मंत्री से कर सकते हैं मुलाकात

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रधानमंत्री के साथ ही भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी भेंट कर सकते हैं। इसके अलावा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण समेत केंद्र के अन्य मंत्रियों से मुलाकात कर जीएसटी पर सहयोग जारी रखने की पैरवी कर सकते हैं। इस माह के अंतिम सप्ताह में जीएसटी काउंसिल की बैठक भी होनी है। इसमें भी उत्तराखंड समेत अन्य राज्य जीएसटी क्षतिपूर्ति आगे भी जारी रखने पर बल देंगे। उम्मीद की जा रही है कि केंद्र सरकार इस संबंध में सकारात्मक निर्णय ले सकती है।

द्रोपदी मुर्मू के नामांकन के दौरान दिल्ली में रहेंगे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राष्ट्रपति पद को लेकर एनडीए की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू के 24 जून को नामांकन के दौरान दिल्ली में उपस्थित रहेंगे। राष्ट्रपति चुनाव के संबंध में उनकी केंद्रीय नेतृत्व के साथ चर्चा हो सकती है।