Chief Minister launches initiative to develop Punjab as a global tourism destination

मुख्यमंत्री द्वारा पंजाब को वैश्विक पर्यटन के स्थान के तौर पर विकसित करने की शुरुआत

Chief Minister launches initiative to develop Punjab as a global tourism destination

Chief Minister launches initiative to develop Punjab as a global tourism destination

Chief Minister launches initiative to develop Punjab as a global tourism destination- एसएएस नगर (मोहाली)। राज्य के लोगों की मिशनरी भावना के साथ सेवा करने की पंजाब सरकार की वचनबद्धता दोहराते हुये मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने राज्य को वैश्विक पर्यटन स्थान के तौर पर विकसित करने का ऐलान किया है।

यहाँ एमिटी यूनिवर्सिटी में पहले टूरिज्म सम्मेलन और ट्रैवल मार्ट के उद्घाटनी समारोह के दौरान इक्ट्ठ को संबोधन करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका मानना है कि सरकारें आती-जाती रहती हैं परन्तु लोगों की भलाई के लिए शुरू किये कामों को सबसे अधिक प्राथमिकता ज़रूर मिले जिससे आपको लोगों की दुआएं और शुभइच्छाएं मिलें। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह नौजवानों को रोज़गार मुहैया करवा के उनके हाथों में टिफ़िन ( रोटी वाले डिब्बे) देखना चाहते हैं जिससे वह नशों के टीकों से दूर हों। उन्होंने उम्मीद जताई कि पर्यटन को उत्साहित करना इस पवित्र कार्य के लिए एक प्रेरक के तौर पर काम करेगा क्योंकि इससे राज्य के नौजवानों के लिए रोज़गार के नये मौके खुलेंगे।

देश और विश्व भर से आईं प्रसिद्ध हस्तियों का स्वागत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कोई राजनैतिक समारोह नहीं है, बल्कि यह ऐसा समागम है, जो राज्य की रूह, मिट्टी और दिल से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि अपना कार्यकाल संभालने के पहले दिन से ही उनका स्वप्न गतिशील और गुरूओं के बसाये पंजाब के छिपे हुए पहलूओं से लोगों को अवगत करवाना है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इससे बड़ी संख्या में सैलानी राज्य की तरफ खिंचे आऐंगे। उन्होंने अफ़सोस ज़ाहिर किया कि पिछली किसी भी सरकार ने इस दिशा में काम करने का सोचा तक नहीं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भौगोलिक पक्ष से भी पंजाब वरदान प्राप्त धरती है और राज्य सरकार की इच्छा पर्यटन क्षेत्र को नयी ऊँचाई पर लेकर जाने की है। उन्होंने कहा कि अमृतसर में रोज़मर्रा के एक लाख श्रद्धालू दर्शनों के लिए आते हैं और अब राज्य सरकार का ध्यान पंजाब की अन्य स्थानों के विशेष पहलूओं को उजागर करने पर है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब के हरेक गाँव में शहीदों के स्मारक हैं, जिन्होंने आज़ादी से पहले और बाद में देश की ख़ातिर जानें कुर्बान की, जिसके बारे दुनिया को बताने की ज़रूरत है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब की धरती का हरेक इंच गुरूओं, पीरों- फकीरों, शहीदों और कवियों का चरण स्पर्श प्राप्त है। उन्होंने कहा कि पंजाबी ‘ग्लोबल सिटिजन’ हैं, जिन्होंने अपनी सख़्त मेहनत और समर्पण से विश्व भर में अपनी अलग पहचान स्थापित की है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबियों को सख़्त मेहनत और सहनशीलता की भावना बचपन में मिली है, जिस कारण उन्होंने दुनिया भर में अपने के लिए अलग स्थान स्थापित किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब की अमीर सांस्कृतिक विरासत है, जिस कारण पंजाबियों ने हरेक क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल हैं। उन्होंने कहा कि पंजाबी समाज सेवा में भी मशहूर हैं, जो हर संकट के समय लोगों की सेवा के लिए हमेशा तैयार होते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबियों के अमीर की गौरवमयी विरासत ने सदियों से लोगों को अपने तरफ खिंचा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर देश को नंबर एक बनाना है तो पंजाब को ज़रूर विश्व भर में अग्रणी राज्य बनाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब के पास अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा और सहूलतें हैं और राज्य सरकार इनका विस्तार कर रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य और इसके लोगों की तरक्की और ख़ुशहाली के उद्देश्य से इस महान कार्य में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी।

निवेशकों के साथ सीधा संवाद रचाते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बड़े गौरव की बात है कि सभी निवेशक और उद्यमी दूर-दराज इस समागम में शामिल होने के लिए पहुँचे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि पुरज़ोर कोशिशों से आने वाले दिनों में पर्यटन क्षेत्र को बड़ा बढ़ावा मिलेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब को विश्व पर्यटन स्थान के तौर पर उभारने में हमारी सरकार कोई कमी नहीं छोड़ेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की बेमिसाल कोशिशों के द्वारा पंजाब में 50840 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है। उन्होंने कहा कि टाटा स्टील ने जमशेदपुर के बाद सबसे बड़ा निवेश पंजाब में किया है। इसके इलावा जिन्दल स्टील, वरब्यो, कलास, टैफे, हिन्दोस्तान लीवर और अन्य कंपनियाँ भी पंजाब में निवेश कर रही हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस पहलकदमी से पंजाब के 2.25 लाख नौजवानों को रोज़गार मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने अमृतसर में 50 से 100 एकड़ ज़मीन में ‘सैलीब्रेशन डेस्टिनेशन’ की स्थापना का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि ख़ुशी के मौकों पर जश्न मनाने के लिए इस सैलीब्रेशन प्वाइंट पर बैंकुइट हालों का निर्माण किया जायेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अपनी तरह का यह पहला ‘ सैलीब्रेशन प्वाइंट’ राज्य में पर्यटन को उत्साहित करने के लिए सहायक साबित होगा।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में इको-टूरिज्म को प्रफुल्लित किया जा रहा है क्योंकि राज्य को कुदरती सौगातों का वरदान प्राप्त है। उन्होंने कहा कि चमरोड़ पत्तन जैसे स्थानों को भी विकसित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि फिल्मों की शूटिंग, पोस्ट- प्रोडक्शन और फिल्में रिलीज करने के लिए पंजाब में फ़िल्म सिटी विकसित की जायेगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबियों ने सरहदों से पार जाकर सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पर्यटन को उत्साहित करने के लिए कई नीतियाँ लागू की हैं और ज़रूरत पड़ने पर इंडस्ट्री के दिग्गज़ों के मुताबिक नीति में संशोधन भी किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में उद्योग अनुकूल माहौल है और उद्योगपतियों के लिए अब सही मायनों में सिंगल विंडो प्रणाली लागू हो चुकी है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि हमारी सरकार से पहले यह प्रणाली सिर्फ़ खानापूर्ति होती थी क्योंकि इसको सही भावना के साथ लागू ही नहीं किया गया, जिस कारण निवेशकों का शोषण होता था। उन्होंने कहा कि इससे पहले एम. ओ. यू. सत्ता वाले रसूख़दार परिवारों के साथ होते थे परन्तु अब यह समझौते पंजाब और पंजाब निवासियों के साथ किये जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत मान और संतोष की बात है कि राज्य सरकार ने अब तक अलग-अलग सरकारी विभागों में नौजवानों को 35848 नौकरियाँ दीं हैं। उन्होंने कहा कि यह अपने आप में रिकार्ड है कि अब तक किसी भी सरकार ने अपने कार्यकाल के पहले साल नौजवानों को इतनी नौकरियाँ नहीं दीं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि हमारी सरकार ने यह नौकरियाँ केवल मेरिट और पारदर्शिता के आधार पर दीं हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में पंजाब ही ऐसा राज्य है, जिसने कलर कोड वाले स्टैंप पेपरों की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि कोई भी उद्योगपति जो राज्य में औद्योगिक यूनिट स्थापित करना चाहता है, उसके लिए इनवैस्ट पंजाब के पोर्टल से विलक्षण रंग वाला स्टैंप पेपर प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उद्योगपतियों को यूनिट स्थापित करने के लिए अब स्टैंप पेपर खरीदने के मौके पर ही सी. एल. यू., वन, प्रदूषण, फायर ब्रिगेड और अन्य मंजूरियां हासिल करने के लिए अपेक्षित फीस देनी होगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि स्टैंप पेपर खरीदने के बाद उद्योगपति को यूनिट स्थापित करने के लिए कामकाज वाले 15 दिनों के अंदर सभी विभागों से ज़रूरी मंजूरियां हासिल हो जाएंगी।

उद्योगपतियों का स्नेहपूर्ण स्वागत करते हुये मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों को राज्य की अमन-कानून की बेहतर व्यवस्था, अव्वल दर्जे कस बुनियादी ढांचा, बिजली, हुनरमंद मानवीय साधन और काम सभ्याचार वाले सुखद माहौल का अधिक से अधिक लाभ उठाने का न्योता दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार औद्योगिक क्षेत्र को बुलन्दियों पर ले जाने के लिए नये विचारों और सुझावों के लिए हमेशा ही तैयार है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब राज्य देश के औद्योगिक केंद्र के तौर पर उभरेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में पंजाब की धरती सबसे अधिक उपजाऊ है और इस धरती पर नफ़रत के बीज से सिवा कुछ भी बीजा जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमारे महान सिख गुरू साहिबान ने पंजाबियों को सांप्रदायिक सदभावना, भाईचारक सांझ और अमन- शान्ति का रास्ता दिखाया, जिस कारण राज्य में आपसी सहयोग, प्यार और एकता बहुत मज़बूत है। भगवंत सिंह मान ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि राज्य में आपसी प्यार और सामाजिक जड़े मजबूत करने के लिए हरेक यत्न किये जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार सारागढ़ी यादगार मुकम्मल करेगी जिससे 21 बहादुर सैनिकों की तरफ से बलिदानों को हमेशा याद रखा जा सके, जिन्होंने सारागढ़ी की जंग में देश की प्रभुसत्ता की रक्षा करते हुये जानें न्योछावर कर दी थीं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह जंग बहादुरी की बेमिसाल गाथा है। उन्होंने कहा कि देश के बहादुर सैनिकों द्वारा दिये महान बलिदानों के ऋणी रहेंगे, जिन्होंने दुश्मन की अधीनता मानने की बजाय मौत को प्राथमिकता दी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि चाहे 36वीं सिखज़ के सैनिकों की मिसाली गाथा समाना रिज्ज (अब पाकिस्तान) में घटी है, जिन्होंने 12 सितम्बर, 1897 को 10,000 अफगानियों के हमले के खि़लाफ़ घमासान लड़ाई लड़ते हुये बलिदान दिये। उन्होंने कहा कि इसकी मिसाल दुनिया के इतिहास में नहीं मिलती परन्तु पिछली सरकारों ने इस ऐतिहासिक घटना को अनदेखा किया और यहाँ तक कि इस यादगार के लिए फंड नहीं जारी किये गए। उन्होंने कहा कि हमनें बकाया फंड जारी कर दिए हैं, जिस कारण अब इस यादगार को जल्दी से जल्दी मुकम्मल किया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य को देश में मैडीकल शिक्षा के केंद्र के तौर पर उभारा जायेगा। उन्होंने कहा कि मैडीकल कालेजों में मानक शिक्षा देने के साथ-साथ लोगों को इलाज और जांच की बेहतर सेवाएं भी दीं जाएंगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब को अब वह दिन नहीं देखने पड़ेंगे, जब यहाँ के विद्यार्थियों को मैडीकल शिक्षा हासिल करने के लिए युक्रेन जैसे मुल्कों में जाना पड़ेगा क्योंकि पंजाब जल्दी ही अपने विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा देगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रयास हमारे नौजवानों के विदेश जाने को रुझान को रोक पायेगा और इससे राज्य के डाक्टर यहीं काम करेंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब शिक्षा, प्रशिक्षण आदि का केंद्रीय बिंदु है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब राज्य मैडीकल शिक्षा के क्षेत्र में मार्गदर्शक साबित होगा।

इस मौके पर पर्यटन मंत्री अनमोल गगन मान ने अपने संबोधन में पर्यटन सम्मेलन में पहुँचे आदरणियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पहली बार पंजाब पर्यटन क्षेत्र में अपने दरवाज़े खोल रहा है। अनमोल गगन मान ने कहा कि धार्मिक पर्यटन के इलावा पर्यटन के बाकी क्षेत्रों को भी विकसित किया जायेगा।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि राज्य में पर्यटन को प्रफुल्लित करने के लिए नीतियाँ तैयार करके लागू कर दीं गई हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में छुट्टियाँ मनाने के लिए विशेष स्थान विकसित किये जा रहे हैं। अनमोल गगन मान ने कहा कि पंजाब में विकास हितैषी सरकार है, जो पर्यटन के क्षेत्र के विकास के लिए बड़े कदम उठा रही है।

इस मौके पर मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने मुख्यमंत्री और अन्य सख्शियतों का स्नेहपूर्ण स्वागत किया।

इस मौके पर कैबिनेट मंत्री हरपाल चीमा, अमन अरोड़ा, चेतन सिंह जौड़ेमाजरा, अनमोल गगन मान, गुरमीत सिंह मीत हेयर और डा. बलबीर सिंह, मुख्य सचिव अनुराग वर्मा और अन्य सख्शियतें उपस्थित थीं।

 

यह भी पढ़ें...

अमृतसर को विवाह के जश्नों के लिए पसन्दीदा स्थान के तौर पर विकसित करने की असीम संभावनाएं; पैनलिस्टों ने दिया सुझाव