Carmel Convent accident

कार्मल कान्वेंट की दुर्घटना: 125 दिन से ज्यादा गुजर गए, अभी तक रिपोर्ट नहीं

Carmel Convent accident

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पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट से रिटायर्ड जस्टिस जितेंद्र चौहान को सौंपी गई थी इंक्वायरी

Carmel Convent accident- चंडीगढ़, 14 नवंबर (साजन शर्मा) सेक्टर 9 के (Carmel Convent School) कार्मल कान्वेंट स्कूल में हुई दुर्घटना को 125 दिन से ज्यादा का वक्त गुजर चुका है लेकिन अभी तक इस मामले में बनाये गए कमीशन की रिपोर्ट तक सबमिट नहीं हो पाई है। इस (Accident) हादसे में न तो अभी तक किसी को दोषी ठहराया गया है और न ही किसी की जिम्मेदारी तय की गई है। (Punjab & Haryana Highcourt) पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट से रिटायर्ड जस्टिस जितेंद्र चौहान को मामले की इंक्वायरी सौंपी गई थी ताकि इस तरह के हादसे दोबारा न हों।

Carmel Convent accident- इसी साल 8 जुलाई को स्कूल में बरगद का एक बड़ा पेड़ गिरने से स्कूल की एक बच्ची की मौत हो गई थी और एक बच्ची की बाजू टूट गई थी। पेड़ के नीचे 18 बच्चे दब गए थे जिनमें से कुछ को हल्की चोटें आई थी। बच्चों को बचाने के चक्कर में (School Attendent) स्कूल की अटेंडेंट भी बुरी तरह घायल हो गई थी जिसे अचेत अवस्था में पीजीआई भर्ती कराया गया था। अटेंडेंट की जान मुश्किल से बच पाई क्योंकि उसे कई दिन (PGI Chandigarh) पीजीआई में वेंटीलेटर पर रखना पड़ा।

Carmel Convent accident- चूंकि स्कूल में जो पेड़ गिरा था, उसे प्रशासन ने (Heritage Tree) हेरीटेज ट्री घोषित कर रखा था। यह पेड़ 250 साल से भी पुराना बताया गया। मृतक लडक़ी के परिजनों को 20 लाख रुपये की रकम थमा दी गई। इसी तरह अटेंडेंट को भी उपचार के लिए अच्छी खासी राशि दी गई। घायल लडक़ी जिसकी एक बाजू काटनी पड़ी थी को भी कुछ रकम देकर हादसे के बाद (Administration) प्रशासन ने पैसों का मरहम लगाने की कोशिश की।  

Carmel Convent accident- हादसे के बाद (Chandigarh Administration) प्रशासन ने एसडीएम की अगुवाई में एक कमेटी का गठन किया जिसमें (Horticulture Department) हॉर्टीकल्चर सहित कई विभागों के अधिकारी थे। यह कमेटी अभी जांच कर ही रही थी कि जस्टिस चौहान की अगुवाई में एक कमीशन बना दिया गया जिसे हादसे में जिम्मेदारी फिक्स करने की ड्यूटी सौंपी गई। एसडीएम की अगुवाई में बनी कमेटी को भी इसमें मर्ज कर दिया गया। (Dehradoon Forest of India Team) देहरादून से फोरेस्ट रिजर्व ऑफ इंडिया की टीम को भी (Chandigarh) चंडीगढ़ बुलाया गया और उनसे पेड़ों के गिरने या उनकी जड़ें खोखली होने के कारण पूछे गए।

(Trees) पेड़ों की जड़ों में दीमक से पेड़ खोखला होना एक कारण बताया गया था। बीते 125 दिनों में कई तरह की जांच (Justice Jitender Chauhan) जस्टिस जितेंद्र चौहान ने पूरी टीम के साथ मिलकर करी। स्कूल में उस जगह का भी दौरा किया गया जहां पर बरगद का बड़ा पेड़ गिरा था लेकिन अभी तक इसकी रिपोर्ट नहीं सौंपी गई है। (School Administration) स्कूल ने प्रशासन पर यह कहकर जिम्मेदारी डाल दी कि उन्होंने तो पेड़ की हालत देखकर पहले ही प्रशासन को सूचित कर दिया था और इसे काटने को कहा था। वहीं दूसरी तरफ प्रशासन के अफसरों की दलील थी कि उन्हें इस संबंध में कोई सूचना नहीं मिली। (Advisor Dharampal) प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल ने इस हादसे के बाद शहर में सभी पेड़ों और खासकर ज्यादा पुराने पेड़ों का सर्वे करने का भी आदेश दिया था ताकि इस तरह की घटना की दोबारा पुनर्रावृति न हो।

Carmel Convent accident- जल्द मिल जाएगी रिपोर्ट:यादव

हादसे की रिपोर्ट पर (UT Home Secratary) यूटी के गृह सचिव नितिन यादव का कहना है कि रिपोर्ट जल्द ही मिल सकती है। यह अपने अंतिम चरण में है। किसी खास वजह से अभी तक यह सबमिट नहीं हो पाई। उम्मीद है कि उन्हें जल्द सबमिट कर दी जाएगी।