भिवानी की बेटी मनीषा की हत्या से खस्ताहाल कानून व्यवस्था की खुली पोल: अनुराग ढांडा

भिवानी की बेटी मनीषा की हत्या से खस्ताहाल कानून व्यवस्था की खुली पोल: अनुराग ढांडा

Manisha Murder Case

Manisha Murder Case

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा ने खस्ताहाल कानून व्यवस्था पर बीजेपी सरकार को घेरा

भिवानी की बेटी मनीषा की हत्या से खस्ताहाल कानून व्यवस्था की खुली पोल: अनुराग ढांडा

केंद्रीय मंत्री खट्टर की कठपुतली बनकर रह गए सीएम नायब सिंह, खस्ताहाल कानून व्यवस्था पर सीएम बनें मूकदर्शक: अनुराग ढांडा

हरियाणा में विपक्ष की भूमिका निभाने में कांग्रेस हुई फेल: अनुराग ढांडा

जेल में बंद गैंगस्टर मांग रहे फिरौती,  लेकिन फिर भी सीएम मौन क्यों?: अनुराग ढांडा

चंडीगढ़, 17 अगस्त 2025: Manisha Murder Case: हरियाणा में कानून व्यवस्था की स्थिति अब पूरी तरह चरमरा चुकी है। इसी को लेकर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा रविवार को बयान जारी कर हरियाणा की बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज पूरे प्रदेश में आम आदमी असुरक्षित महसूस कर रहा है, अपराधी बेलगाम हैं और सरकार पूरी तरह नदारद नजर आती है। एक के बाद एक हत्या, फिरौती, फायरिंग, अपहरण और गैंगवार की घटनाएं सामने आ रही हैं। भिवानी की मासूम मनीषा की हत्या ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है, लेकिन सत्ता में बैठे लोगों की संवेदनाएं अब शायद मर चुकी हैं। यही कारण है कि ना कोई सख्त कार्रवाई होती है, ना ही कोई जिम्मेदारी तय होती है।

अनुराग ढांडा ने कहा कि हरियाणा पुलिस के ताज़ा आंकड़े बताते हैं कि 2025 की पहली छमाही में ही 4,100 से ज्यादा लोग लापता हो चुके हैं यानी हर दिन औसतन 45 लोग गायब हो रहे हैं। अपहरण के मामलों की संख्या हजार के पार है। नेशनल ह्यूमन राइट्स कमीशन ने खुद संज्ञान लेते हुए हरियाणा के डीजीपी से जवाब मांगा है। यही नहीं, पूरे हरियाणा में व्यापारियों और आम नागरिकों से फिरौती मांगे जाने, सरेआम फायरिंग और गैंगवार की खबरें लगातार आ रही हैं। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि सोशल मीडिया पर हथियार लहराने से भी नहीं डरते।

उन्होंने कहा कि आज प्रदेश की स्थिति और भी विचलित करती है जब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी महज एक दिखावटी चेहरा बनकर रह जाते हैं और असली सत्ता की चाभी पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के हाथों में बनी रहती है। हर प्रशासनिक फैसले के पीछे सुपर सीएम की छाया नजर आती है, जबकि मुख्यमंत्री की भूमिका केवल औपचारिक रह गई है। जनता यह सवाल कर रही है कि अगर नायब सैनी ही मुख्यमंत्री हैं, तो अपराध और प्रशासन पर उनकी कोई ठोस प्रतिक्रिया क्यों नहीं आती? क्या वे अपनी कुर्सी के लिए चुप्पी की कीमत चुका रहे हैं?

उन्होंने कहा कि प्रदेश के कई जिलों में हत्या और हिंसा का ऐसा तांडव मचा है कि लोग घरों से निकलने में डरने लगे हैं। जिंद जिले में एक ही महीने में 17 से ज्यादा हत्याएं हो चुकी हैं, वहीं हिसार और रोहतक जैसे शहरों में महिलाओं की हत्या और शव को काटने जैसे वीभत्स मामले सामने आए हैं। यह हालात किसी सामान्य अपराध दर का संकेत नहीं, बल्कि सरकार की नाकामी का जीवंत प्रमाण हैं।

उन्होंने कहा कि हरियाणा की बीजेपी की ग़लत नीतियों से तंग आ चुकी है, इसलिए वर्तमान सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए झूठे आंकड़ों का जाल बुन रही है।  अपराध का स्वरूप अब अधिक संगठित, डरावना और बेलगाम हो चुका है।

आम आदमी पार्टी मांग करती है कि मनीषा हत्या मामले में त्वरित गिरफ्तारी की जाए, अपहरण और लापता लोगों के मामलों में सार्वजनिक रिपोर्ट पेश की जाए, और पूरे प्रदेश में महिला सुरक्षा व कानून व्यवस्था को लेकर सीधी जिम्मेदारी तय की जाए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वे स्वतंत्र मुख्यमंत्री हैं या केंद्रीय मंत्री खट्टर की कठपुतली बनकर हरियाणा की जनता को भ्रमित करने का कार्य कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हरियाणा की जनता अब यह तमाशा और अधिक नहीं झेलेगी। आम आदमी पार्टी प्रदेश की सच्चाई को हर गांव, हर गली, हर मंच तक लेकर जाएगी और यह दिखाएगी कि जब तक प्रशासनिक जवाबदेही और ईमानदार राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं होगी, तब तक हरियाणा सुरक्षित नहीं हो सकता।