Terror in UP: एटीएस को मिली आतंकी नदीम, सैफुल्ला और सबाउद्दीन की कस्टडी रिमांड

Terror in UP: एटीएस को मिली आतंकी नदीम, सैफुल्ला और सबाउद्दीन की कस्टडी रिमांड

Terror in UP

Terror in UP: एटीएस को मिली आतंकी नदीम, सैफुल्ला और सबाउद्दीन की कस्टडी रिमांड

लखनऊ. Terror in UP: सहारनपुर से गिरफ्तार मोहम्मद नदीम, कानपुर से गिरफ्तार हबीबुल इस्लाम उर्फ सैफुल्लाह और आजमगढ़ से गिरफ्तार सबाउद्दीन उर्फ सबाउद्दीन आजमी उर्फ सबाऊ उर्फ दिलावर उर्फ बैरम खां उर्फ आज़ार बुधवार 17 अगस्त से एटीएस की कस्टडी रिमांड(ATS custody remand) में रहेंगे. मोहम्मद नदीम और सैफुल्लाह 12 दिन के लिए और जिस खूंखार आतंकी(dreaded terrorist) को यूपी एटीएस ने पकड़ा, आखिर क्या थे उसके मंसूबे? टारगेट जान रह जाएंगे हैरान सबाउद्दीन 10 दिन के लिए एटीएस की कस्टडी रिमांड में रहेगा.

कस्टडी रिमांड के दौरान नदीम और सैफुल्लाह के गुजरात, महाराष्ट्र, झारखंड, कश्मीर के लोगों से संबंधों पर पूछताछ होगी. इन राज्यों में दोनों आरोपियों की निशानदेही पर यूपी एटीएस छापेमारी भी कर सकती है. माना जा रहा है कि सैफुल्लाह और मोहम्मद नदीम को आमने-सामने बिठाकर एटीएस पूछताछ करेगी. दोनों आरोपियों से बरामद मोबाइल का डाटा फॉरेंसिक लैब से हासिल कर उस डाटा के आधार पर पूछताछ और बरामदगी भी कस्टडी रिमांड के दौरान हो सकती है.

मोहम्मद नदीम के जैश-ए-मोहम्मद से संबंध

आपको बताते चलें यूपी एटीएस के मुताबिक मोहम्मद नदीम के जैश-ए-मोहम्मद और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान जैसे आतंकी संगठनों से संबंध है तो वहीं नदीम और सैफुल्लाह आपस में संदिग्ध संदेशों का आदान प्रदान करते थे. शुरुआती पूछताछ में यह बात भी सामने आई थी कि मोहम्मद नदीम और सैफुल्लाह मुस्लिम युवकों को जेहाद के लिए भड़का कर आतंकी संगठनों के लिए उनकी भर्ती की तैयारी कर रहे थे.

सबाउद्दीन के मोबाइल फोन का डाटा हासिल कर उससे पूछताछ होगी

मोहम्मद नदीम पाकिस्तान में जाकर आतंकी ट्रेनिंग लेने की तैयारी भी कर चुका था. वहीं आजमगढ़ से गिरफ्तार सबाउद्दीन आज़मी के मोबाइल फोन का डाटा हासिल कर उसके आधार पर उससे पूछताछ होगी. सबाउद्दीन के बैंक खातों पर उससे विस्तृत पूछताछ होगी. जम्मू कश्मीर और किशनगंज, बिहार से उसके कनेक्शन पर पूछताछ की जाएगी. एटीएस सबाउद्दीन से बरामद अवैध असलहे के सप्लायर के बिंदु पर भी पूछताछ करेगी. यूपी एटीएस कस्टडी रिमांड के दौरान तीनों संदिग्ध आतंकियों की निशानदेही पर सबूतों की बरामदगी और संदिग्धों की गिरफ्तारी की कोशिश करेगी.