Gujarat Election: अमित शाह गुजरात चुनाव में राजनीतिक फायदा उठाने के लिए पंजाब को कर रहे हैं बदनाम : मीत हेयर

Gujarat Election: अमित शाह गुजरात चुनाव में राजनीतिक फायदा उठाने के लिए पंजाब को कर रहे हैं बदनाम : मीत हेयर

Gujarat Assembly Election 2022

Gujarat Assembly Election 2022

-भाजपा शासित राज्य हरियाणा में पंजाब के मुकाबले 6 गुना ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हो रहे - हेयर

-कहा, कानून व्यवस्था को लेकर पंजाब की छवि खराब करने की भाजपा की कोशिश कभी नही होगी सफल: मीत हेयर

-गुजरात चुनाव में हार से घबराई बीजेपी अपना रही है घटिया हथकंडे: हेयर

-पंजाब की कानून-व्यवस्था बीजेपी शासित राज्यों से बेहतर: मीत हेयर

 चंडीगढ़, 16 नवंबर: Gujarat Assembly Election 2022: आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने पंजाब में कानून व्यवस्था(Law and order) पर केंद्रीय मंत्री अमित शाह के बयान की निंदा की और कहा कि भाजपा गुजरात में सियासी फायदा उठाने के लिए पंजाब की छवि खराब करने की कोशिश(trying to tarnish) कर रही है। लेकिन भाजपा अपने घटिया मंसूबे में कभी कामयाब नही होगी।

बुधवार को पंजाब भवन में संवाददाता सम्मेलन(press conference) को संबोधित करते हुए मंत्री मीत हेयर ने कहा कि गुजरात में आप की बढ़ती लोकप्रियता से भाजपा बौखला गई है। इसलिए वह गुजरात चुनाव में हार से बचने के लिए इस प्रकार के घटिया हथकंडे अपना रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश समेत अन्य भाजपा शासित राज्यों(BJP ruled states) की तुलना में पंजाब में अपराध दर बेहद कम है।

कानून व्यवस्था की स्थिति

शाह के बयान को सिरे से खारिज करते हुए मंत्री ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बिल्कुल ठीक है। मुख्यमंत्री भगवंत मान के कुशल नेतृत्व में राज्य सरकार माफिया और गैंगस्टर-संस्कृति को जड़ से खत्म करने के लिए गंभरीता से काम कर रही है। जबकि पिछली सरकारों ने इन्हें बढ़ावा दिया और आगे बढ़ाया। आप की सरकार बनने के बाद अब तक 402 गैंगस्टरों को गिरफ्तार किया जा चुका है और 363 हथियार बरामद किये गए हैं।

उन्होंने भाजपा और कांग्रेस नेताओं को पंजाब में आप सरकार को बदनाम न करने की चेतावनी दी और कहा कि 2018 से 2021 तक देश में हिंसा के मामलों से संबंधित एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार बंदूक हिंसा के मामलों की संख्या में पंजाब 15वें स्थान पर है। जबकि विस्फोटक संबंधी हिंसा में पंजाब हरियाणा और राजस्थान से काफी पीछे है।

बंदूक हिंसा के मामलों वाले शीर्ष

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान देश के सबसे ज्यादा बंदूक हिंसा के मामलों वाले शीर्ष तीन राज्य हैं।  2018 से 2021 तक, उत्तर प्रदेश में बंदूक हिंसा के 134958, मध्य प्रदेश में 57653 और राजस्थान में 27193 मामले दर्ज किए गए।  जबकि इसी अवधि में हरियाणा में बंदूक हिंसा के 8759 मामलों के मुकाबले पंजाब में बंदूक हिंसा के केवल 1820 मामले दर्ज किए गए। यहां तक ​​कि भाजपा राज्यों में महिलाओं के खिलाफ भी अपराध बढ़ रहे हैं।

पिछले चार सालों में हरियाणा में बंदूक से हिंसा के मामले पंजाब के मुकाबले 5 गुना तेजी से बढ़ रहे हैं। हेयर ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि कई हरियाणवी गानों में गायक बंदूक और पिस्तौल का इस्तेमाल करते हैं लेकिन फिर भी पंजाब को बंदूक संस्कृति फैलाने के लिए दोषी ठहराया जाता है और केंद्रीय मंत्री ने हरियाणा के खिलाफ एक भी शब्द नहीं कहा।

हेयर ने कहा कि 2012 में जब पंजाब में अकाली- भाजपा ने दोबारा सरकार बनाई तो एक साल में 855 से ज्यादा हत्याएं हुईं।  बीजेपी के लोग 'आप' को बदनाम कर गुजरात की जनता को गुमराह कर रहे हैं और बेवकूफ बना रहे हैं।

यह पढ़ें:

यह पढ़ें: