अग्निवीरों को उत्तराखंड में हर क्षेत्र में नौकरी में मिलेगी प्राथमिकता : सीएम धामी

अग्निवीरों को उत्तराखंड में हर क्षेत्र में नौकरी में मिलेगी प्राथमिकता : सीएम धामी

अग्निवीरों को उत्तराखंड में हर क्षेत्र में नौकरी में मिलेगी प्राथमिकता : सीएम धामी

अग्निवीरों को उत्तराखंड में हर क्षेत्र में नौकरी में मिलेगी प्राथमिकता : सीएम धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अग्निपथ योजना से आने वाले समय में देश में क्रांतिकारी परिवर्तन होगा। देश की सेना के अदम्य साहस और वीरता का इतिहास रहा है। उत्तराखंड में अग्निवीरों के सेवानिवृत्त होने के बाद पुलिस, आपदा, चारधाम यात्रा सहित विभिन्न विभागों में प्राथमिकता के आधार पर उनकी सेवा लेने का काम करेंगे। निजी कंपनियां भी अनुशासित अग्निवीरों को प्राथमिकता के साथ रोजगार देगी।

शनिवार को बिगवाड़ा स्थित भाजपा जिला कार्यालय में आयोजित लोकतंत्र सेनानियों के सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 27 लोकतंत्र सेनानियों और उनके परिजनों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपातकाल के समय लोकतंत्र की रक्षा के लिए लोकतंत्र सेनानियों के संघर्ष, त्याग और बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता है।

आपातकाल के खिलाफ उनके लंबे संघर्ष के परिणाम स्वरूप आज देश में मजबूत लोकतंत्र स्थापित हुआ है। आपातकाल के दौरान जेल में बंद लोकतंत्र सेनानियों ने थानों में शीशा पिलाने और नाखून निकालने जैसी तमाम यातनाएं सहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार और संगठन देश प्रथम और संगठन द्वितीय के मूल मंत्र पर कार्य कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश को पारदर्शी व बेदाग सरकार मिली है। उन्होंने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं होगा और भ्रष्टाचारियों पर सख्त कार्रवाई होगी। यदि कोई कर्मचारी या अधिकारी घूस मांगता है तो उसकी शिकायत 1064 नंबर पर दर्ज कराएं।

शिकायत करने वालों का नाम गुप्त रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि कार्मिकों को प्रति कार्यदिवस में सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक अपने-अपने कार्यालयों में उपस्थित रहकर जन सुनवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। कार्यालयों में समय से शत प्रतिशत उपस्थिति के लिए बायोमेट्रिक व्यवस्था लागू कर दी गई है।

कार्यक्रम में जिला प्रभारी राजेंद्र बिष्ट, विधायक शिव अरोरा, गदरपुर विधायक अरविंद पांडेय, मेयर रामपाल सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष विवेक सक्सेना, पूर्व सांसद बलराज पासी, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, प्रेम सिंह राणा, मंडल अध्यक्ष राकेश सिंह, अध्यक्ष अनुसूचित जाति मुकेश कुमार, जिला महामंत्री हिमांशु बिष्ट, सुरेश परिहार, भारत भूषण चुघ, खिलेंद्र चौधरी, राधेश शर्मा, विकास शर्मा आदि मौजूद रहे। 

मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर जमकर साधा निशाना 

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस पार्टी ने लोकतंत्र को समाप्त करने का कार्य किया है और देश पर आपातकाल थोपा है, आज वही लोग सत्याग्रह की बात कर रहे हैं। वह सत्याग्रह की बात भी तब कर रहे हैं जब कानून अपना कार्य कर रहा है। कहा कि कांग्रेस के घोटाले गिनाने लगें तो कई घंटे लग जाएंगे। कहा कि राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू एक सामान्य परिवार से हैं। उन्होंने चंपावत चुनाव में 94 फीसदी मत मिलने पर कहा कि एक मिथक टूट गया है। कहा कि मंदिर माला मिशन में प्रदेश के सभी मंदिरों के लिए कार्य करने की योजना है। समान नागरिक संहिता कानून लाने के लिए उन्होंने कमेटी बना दी है जिसक ी रिपोर्ट के आधार पर सरकार ड्राफ्ट लागू करेगी। कहा कि रंजना प्रकाश देसाई के नेतृत्व में पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। 

सम्मानित किए गए लोकतंत्र सेनानी 

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान लोकतंत्र सेनानी सूरज प्रकाश गुलाटी, अशोक जायसवाल, योगराज पासी, डीएन मिश्रा, नरेश रस्तोगी, कृष्ण लाल अरोरा, दयाराम, सुभाष छाबड़ा, कस्तूरी लाल तागरा, श्याम आनंद, ओमप्रकाश ठुकराल, सुरेश पुंशी, तिलकराज घई, राजकुमार हुड़िया, गजेंद्र सिंह संधू, यशपाल घई, वेद ठुकराल, राजेंद्र राणा, गोपाल कोछाड़ आदि को सम्मानित किया। वहीं परिजनों में समीर चतुर्वेदी, हरीश जल्होत्रा, विकास आर्या, संदीप धीर, विकास मिगलानी, राजेंद्र बजरंगी, बलदेव राज खेड़ा, शैली गुप्ता प्रमुख रूप से शामिल हैं। 

छोटा पड़ गया हॉल

रुद्रपुर। भाजपा जिला कार्यालय में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान भीड़ ज्यादा बढ़ी तो सभागार छोटा पड़ गया। इस दौरान सीट नहीं मिलने से कई कार्यकर्ता नाराज भी दिखे। हालांकि जिला प्रभारी राजेंद्र बिष्ट ने पहले ही सभी को आगाह कर दिया था कि कार्यकर्ता यहां मेजबान हैं और वह अनुशासन में रहें। मुख्यमंत्री के साथ फोटो खिंचाने के लिए भी कार्यकर्ताओं में खूब होड़ दिखी। मुख्यमंत्री को नाश्ते के लिए ले जाते समय एसडीएम प्रत्यूष सिंह व एसपी सिटी मनोज कत्याल को खुद आगे आकर भीड़ को नियंत्रित करना पड़ा।