अफगानिस्तान के तालिबानी विदेश मंत्री आ रहे भारत; देश पर कब्जे के बाद किसी अफगानी मंत्री का पहला दौरा, जयशंकर ने बात की थी
Afghanistan Taliban Foreign Minister Amir Khan Muttaqi To Visit India
Afghan Minister Visit India: तालिबान शासित अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी के भारत दौरे की खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की ओर से अफगानी विदेश मंत्री को भारत यात्रा की मंजूरी दे दी गई है क्योंकि वे अभी भी UNSC नियम 1988, यानी तालिबान प्रतिबंध लिस्ट के अंतर्गत हैं। इस लिस्ट में शामिल होने के कारण उन पर यात्रा प्रतिबंध लगा हुआ है। ऐसे में UNSC की इजाजत से ही अफगानी विदेश मंत्री का भारत आना हो रहा है।
कब भारत आएंगे आमिर खान मुत्ताकी?
सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट्स के अनुसार अफगानी तालिबानी विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी के 9 अक्टूबर को नई दिल्ली आने की उम्मीद है। 2021 में तालिबान के अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जे के बाद किसी तालिबानी अफगानी मंत्री की यह पहली आधिकारिक भारत यात्रा होगी। इससे पहले भारत और अफगानिस्तान के अधिकारियों के बीच बातचीत होती रही है। भारत तालिबान में कई विकास परियोनाओं का काम कर रहा है। तालिबान लगातार भारत के साथ अपने रिश्ते मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है।
पाकिस्तान और चीन के लिए क्या बनेंगे समीकरण?
तालिबानी विदेश मंत्री के इस भारत दौरे को लेकर कई मायने निकाले जा रहे हैं। खासतौर से पाकिस्तान और चीन को लेकर विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी का यह दौरा अहम माना जा रहा है। पाकिस्तान के के साथ बदलते अफगान समीकरण का फायदा भारत को होता दिख रहा है। अफगानिस्तान पर भारत की कूटनीति मजबूत और सफल होती जा रही है, जिससे पाकिस्तान और चीन भी हैरान हैं और अब उन्हें और झटका लग सकता है।
भारत लगातार कर रहा अफगानिस्तान की मदद
तालिबान शासित अफगानिस्तान की मदद भारत लगातार कर रहा है। भारत की तरफ से अफगानिस्तान को खाने के लिए अनाज और जरूरी दवाइयों की मदद पहुंचाई जा रही है। वहीं अफगानिस्तान भी भारत की इस मदद को लेकर कृतज्ञता व्यक्त कर रहा है। भारत की मदद एक बड़ा कारण है कि, अफगानिस्तान के साथ हमारी स्थिति सही बनी है और वहां की तालिबान सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ भारत को सपोर्ट किया है।
विदेश मंत्री जयशंकर ने की थी बात
बता दें कि तालिबान ने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की थी। इसके साथ ही आमिर खान मुत्ताकी और भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 1 सितंबर 2025 को फोन पर बात की थी। अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान के कब्जे के बाद भारत के विदेश मंत्री और तालिबानी विदेश मंत्री के बीच पहली बार ये सीधे बातचीत हुई थी। वहीं हाल ही में भारत ने अफगानिस्तान में आए भूकंप के बाद राहत सामग्री भेजी थी।
2021 में अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा
तालिबान एक कट्टरपंथी इस्लामी समूह है जिसने साल 2021 में तख्तापलट करते हुए उस समय की सत्ता को उखाड़ फेंका और जबरन अफगानिस्तान पर कब्जा जमा लिया। उस समय अफगानिस्तान के राष्ट्रपति को अपनी जान बचाकर वहां से भागना पड़ा। अफगानिस्तान में तैनात अमेरिकी सैनिकों को भी अमेरिका ने वापस बुला लिया। वहीं बड़ी संख्या में अमेरिकी हथियारों पर भी तालिबान के लड़ाकों ने कब्जा कर लिया। ज्ञात रहे कि इससे पहले भी अफगानिस्तान में तालिबान का शासन रह चुका है। ये एक तरह से अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता वापसी हुई थी।