Aditya L1 ISRO's First Solar Mission Launch

Aditya L1 ISRO's First Solar Mission Launch : सूर्य की ओर आज चंद घड़ियों में रवाना होगा आदित्य एल-1, पंजाब के 23 छात्र आज देखेंगे Live Launching 

Aditya L1 ISRO First Solar Mission Launch

Aditya L1 ISRO's First Solar Mission Launch

Aditya L1 ISRO's First Solar Mission Launch :  चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर इतिहास रचने के बाद इसरो अब सूर्य की ओर बढ़ रहा है। भारत 'चंद्रयान 3' के जरिए चांद पर कदम रख चुका है और इसरो ने सूरज को छूने की भी तैयारी कर ली है। इसरो अपने सूर्य मिशन 'आदित्य एल1' को 2 सितंबर 2023 यानी शनिवार को सुबह 11:50 बजे श्रीहरिकोटा से लॉन्च करने जा रहा है। भारत के पहले सौर मिशन 'आदित्य-एल1' (Aditya L1 इसरो का पहला सौर मिशन) के लॉन्च की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। खास बात यह है कि इसरो ने 'आदित्य एल1' को चंद्रयान-3 से भी कम बजट में तैयार किया है, जबकि नासा ने अपने सूर्य मिशन के लिए चंद्रयान-3 के बजट से 30 गुना ज्यादा पैसा खर्च किया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने कहा कि इसे (आदित्य एल1 लॉन्च) शनिवार (2 सितंबर) को सुबह 11.50 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से पीएसएलवी से लॉन्च किया जाएगा।

पंजाब के 23 छात्र आज देखेंगे Live Launching 
पंजाब के सरकारी स्कूलों के छात्र आज मिशन सूरज यानी आदित्य एल1 लॉन्च का लाइव प्रसारण देखेंगे। इसके लिए स्कूल ऑफ एमिनेंस के 23 छात्र श्रीहरिकोटा गए हैं। शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह ने कहा कि छात्रों के लिए यह बिल्कुल नया अनुभव होगा। वे जिन चीज़ों के बारे में किताबों, मीडिया या इंटरनेट पर पढ़ेंगे, वे उन्हें करीब से देखेंगे।

बैंस ने कहा कि भविष्य में भी इसरो द्वारा जो भी लॉन्च किया जाएगा, उसमें प्रदेश के स्कूलों के छात्र भाग लेंगे। राज्य सरकार ने सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का माहौल पूरी तरह से बदल दिया है। अब स्कूलों में छात्रों को सिर्फ पढ़ाया ही नहीं जाता बल्कि चीजों का व्यवहारिक ज्ञान भी दिया जाता है। विद्यार्थियों के लिए शैक्षिक एवं औद्योगिक भ्रमण आयोजित किये जाते हैं।

इसी कड़ी में स्कूल ऑफ एमिनेंस के 23 छात्रों को इसरो मुख्यालय श्रीहरिकोटा भेजा जा रहा है. इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से इसरो के साथ समझौता किया गया है। यह भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा और पंजाब के सरकारी स्कूलों के 23 छात्र इस इतिहास को अपनी आंखों से देखने के लिए कल श्रीहरिकोटा जाएंगे।

उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार नियमित रूप से अपने सरकारी स्कूल के छात्रों को सभी लॉन्च के लिए इसरो भेज रही है। बता दें कि चंद्रयान 3 23 अगस्त 2023 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतरा था और ऐसा करने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया।

इस मिशन से क्या फायदा होगा?
1. इसरो के अनुसार सूर्य हमारे सबसे निकट का तारा है। यह तारों के अध्ययन में हमारी सबसे अधिक सहायता कर सकता है। इससे प्राप्त जानकारी से अन्य तारों, हमारी आकाशगंगा और खगोल विज्ञान के कई रहस्यों और नियमों को समझने में मदद मिलेगी।
2. सूर्य हमारी पृथ्वी से लगभग 150 मिलियन किमी दूर है। हालाँकि आदित्य L1 इस दूरी का केवल एक प्रतिशत ही तय कर रहा है, लेकिन इतनी दूरी तय करने के बाद भी यह हमें सूर्य के बारे में बहुत सी जानकारी देगा, जो पृथ्वी से जानना संभव नहीं है।