XE वैरिएंट 6 गुणा तेजी से फैलता है: डीएचएस चंडीगढ़ बोलीं- वैक्सीनेशन ही कोरोना से बचाव 

XE

चंडीगढ़। XE variant spreads 6 times faster: चंडीगढ़ प्रशासन कोरोना के नए एक्सई वैरिएंट के खतरे के बीच इन केसों को हल्के में नहीं ले रहा और कोरोना से निपटने के लिए रणनीति बना रहा है। हालांकि अभी तक नए वैरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन प्रशासन कोरोना सैंपलिंग भी कम नहीं कर रहा है। लगातार ओपीडी में आने वाले मरीजों के सैंपल ले रहा है।

पिछले 24 घंटों में चंडीगढ़ में कोरोना के 8 नए केस मिले। इनमें से 2 मरीज जीएमएसएच-16 में और 1 मरीज पीजीआई में भर्ती है। बाकी 57 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। पॉजिटिविटी रेट बुधवार आए नए केसों के बाद 9.62 प्रतिशत दर्ज किया गया। सप्ताहभर पॉजिटिविटी रेट 0.70 प्रतिशत रहा है।
 

चंडीगढ़ की डायरेक्टर हेल्थ सर्विसेस (डीएचएस) डॉ. सुमन सिंह का कहना है कि ज्यादा से ज्यादा बच्चे कोरोना वैक्सीनेशन करवाएं। इससे सुरक्षा मिलती है। स्वास्थ्य विभाग लोगों से अपील करता है कि बच्चों की वैक्सीनेशन करवाएं। जैसे कई तरह की वैक्सीन बच्चों को बीमारी से बचाती हैं, उसी तरह कोरोना वैक्सीन है और यह पूरी तरह सुरक्षित है। जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन लगवाई, उन्हें खतरा कम था। हॉस्पिटलाइजेशन की नौबत भी कम आई।

डॉ. सुमन ने कहा कि जिन वयस्कों की बूस्टर डोज ड्यू है, वह भी इसे लगवाएं। चंडीगढ़ में कोरोना केस बढऩे पर उन्होंने कहा कि यह वायरस लगातार अपने आप को बदल रहा है। हर बार इसका नया वैरिएंट आ जाता है और उसका अपना अलग व्यवहार होता है। अभी तक की जानकारी के मुताबिक, नया एक्सई वैरिएंट ओमिक्रॉन का उप वैरिएंट है और उससे 6 गुणा ज्यादा तेजी से फैलता है, लेकिन अभी यह शहर में नहीं आया है।

डीएचएस ने कहा कि सेहत विभाग की ओर जिनोम सिक्वेसिंग के लिए भेजे गए सैंपल्स में एक्सई वैरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है। उसमें ओमिक्रॉन ही आया है। हालांकि उन्होंने कहा कि शहर में कोरोना केस बढ़ रहे हैं। ऐसे में अब जल्द जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजे जाएंगे, लेकिन रिपोर्ट आने पर ही पता चल पाएगा कि नया वैरिएंट शहर में आया है या नहीं। जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए नियमित रुप से सैंपल भेजे जाते रहे हैं।

केसों के बढऩे की स्थिति की मॉनिटरिंग जारी

डॉ. सुमन सिंह ने बताया कि चंडीगढ़ में जिस प्रकार कोरोना केस बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए प्रशासन अभी से सतर्क हो गया है। स्वास्थ्य विभाग कोरोना की मौजूदा स्थिति की काफी गहराई से मॉनिटरिंग कर रहा है। हरियाणा में मुफ्त बूस्टर डोज पर उन्होंने कहा कि फिलहाल चंडीगढ़ में ऐसा करने का अभी कोई विचार नहीं है।
12 से 14 वर्ष की उम्र के 43.67 प्रतिशत बच्चे वैक्सीन की पहली डोज लगवा चुके हैं। इस आयु वर्ग में 45 हजार बच्चे कवर किए जाने हैं। 15 से 18 वर्ष के 93.54 प्रतिशत बच्चों को पहली डोज लग चुकी है। कुल 72 हजार बच्चों को डोज लगनी है।