'सामने सैलाब का बवंडर, जिंदा बचने के लिए भागते लोग'; पल में तिनके की तरह बहे, रोंगटे खड़े कर रहा उत्तरकाशी का ये नया वीडियो

Uttarkashi Dharali Flood Tragedy Cloud Burst Video

Uttarkashi Dharali Flood Tragedy Cloud Burst Video

Dharali Flood Tragedy Video: उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में प्रकृति ने जिस तरह से अपना विकराल रूप दिखाया और महातबाही मचाई। उसे देख हर कोई दहल उठा। मन में सिहरन दौड़ गई। रोंगटे खड़े हो गए। ऐसा लग रहा था कि जैसे प्रलय आ गई हो और अब ये रुकने वाली नहीं है। पहाड़ों के बीच से तेज तूफान की तरह आगे बढ़ता सैलाब का बवंडर मानो सब कुछ अपने साथ समेटने पर आमादा था।

सैलाब के इस तांडव के रास्ते आए पेड़-पौधे, कंक्रीट के होटल, लॉज, रेस्टोरेंट, घर, दुकानें सब ताश के पत्तों की तरह गिरते और बिखरते चले गए। आपदा से पहले जहां रंग-बिरंगे इमारती ढांचों की रौनक देखी जा रही थी। लोग घूम-फिर और हंस-खेल रहे थे। वहां अब सिर्फ बाढ़ का पानी, मलबा और दलदल दिख रहा है। सब कुछ जमींदोज हो चुका है। जो घर-मकान और होटल, लॉज बचे हैं, वे मलबे और मोटे-बड़े पत्थरों से ढक चुके हैं।

पल में तिनके की तरह बहे लोग

सैलाब के इस बवंडर में जहां माली नुकसान बड़े पैमाने पर हुआ है तो वहीं अभी तक वास्तविक रूप से कितने लोग इस विनाश में मारे गए, कितने लापता हैं। अभी इसका कोई स्पष्ट आकलन नहीं किया जा सका है। 5 अगस्त दोपहर से लगातार SDRF, NDRF, ITBP और यहां तक की सेना द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। साथ ही पुलिस और अन्य आपदा कर्मी भी रेस्क्यू ऑपरेशन में उतरे हुए हैं। वहीं इस बीच उत्तरकाशी से तबाही का एक नया वीडियो भी सामने आया है।

जिसमें यह साफ दिख रहा है कि सामने से आते सैलाब के रूप में मौत के भयानक बवंडर को देख लोग कैसे इधर-उधर भाग रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ सैलाब तेजी से उनकी ओर बढ़ता चला आ रहा है, लोग प्रकृति के इस विकराल रूप के सामने लाचार और बेबस हो रखे हैं। आखिर में कुछ पल में ही सैलाब का बवंडर भाग रहे लोगों पर बाज के पंजो की तरह झपट पड़ा और उन्हें तिनके की तरह बहा ले गया। इस तांडव में लोगों का क्या ही हुआ होगा। ये मंजर कभी किसी के हिस्से ना आए।

वीडियो (विचलित हो सकते हैं आप)

सैलाब में सेना के जवान भी लापता

धराली गांव के साथ-साथ आपदा ने वहां से कुछ दूर ही स्थित हर्षिल में भी भारी तबाही मचाई है। हर्षिल में सेना के बेस कैंप और हैलीपैड को काफी नुकसान पहुंचा है और साथ ही 8-10 भारतीय सेना के जवान लापता बताए जा रहे हैं। भारतीय सेना ने आधिकारिक तौर से इसकी जानकारी दी है। सेना ने बताया कि, निचले हर्षिल क्षेत्र में एक शिविर से 8-10 भारतीय सेना के जवान लापता हैं। इस आपदा में घटना में अपने ही लोगों के लापता होने के बावजूद, भारतीय सेना के जवान लोगों को बचाने के लिए राहत कार्य में लगे हुए हैं।

हर्षिल में तबाही का मंजर

अब तक 150 लोगों को रेस्क्यू किया

बताया जा रहा है कि, रेस्क्यू ऑपरेशन में अब तक 150 के आसपास लोगों को रेस्क्यू किया गया है। ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान बचाई जा सके। यही कोशिश की जा रही है। वहीं अब तक 5 लोगों की मौत की जानकारी दी गई है। कितने लापता हैं और कहां हैं अभी कुछ पता नहीं है। आने वाले समय में सारी तस्वीर साफ हो पाएगी। वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी इस आपदा को लेकर बेहद सक्रिय हो रखे हैं। उन्होंने आपदा के बाद ही पल-पल की जानकारी ली और साथ ही अधिकारियों को फौरन राहत-बचाव कार्य के लिए निर्देशित किया।

इसके साथ ही आज सुबह सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी का हवाई सर्वेक्षण भी किया है। इस दौरान धामी ने उस जगह का पूरा जायजा लिया, जहां सैलाब का बवंडर आया। वहीं धामी के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी इस आपदा को लेकर लगातार अपडेट ले रहे हैं। पीएम मोदी ने आज सुबह दूसरी बार सीएम पुष्कर सिंह धामी से बातचीत भी की है। सीएम धामी ने कहा कि, सभी सरकारी एजेंसियां, विभाग और सेना आपसी समन्वय से राहत एवं बचाव कार्य में लगे हुए हैं।

धामी ने कहा कि, सड़कें और कुछ पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण घटनास्थल तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। देहरादून स्थित आपदा संचालन केंद्र हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए 24 घंटे काम कर रहा है। उत्तरकाशी में नदी के बढ़े जल स्तर व आस-पास के क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है। बंद रास्तों को खोला जा रहा है और प्रभावितों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। हम सभी को सुरक्षित निकालने के लिए प्रयासरत हैं। मैं हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं।