नशे के लिए लगाया इंजेक्शन का ओवरडोज, हॉस्पिटल के चेंजिंग रूम में मिली लाश

Murder or Suicide
Murder or suicide: उत्तर प्रदेश के कानपुर के नौबस्ता स्थित द रॉयल चिल्ड्रन हॉस्पिटल की ओटी में काम करने वाले युवक ने ओटी के अंदर दवा का ओवरडोज लेकर सुसाइड कर लिया. घटना में मिली जानकारी के अनुसार चकेरी थाना क्षेत्र के शिव कतरा का रहने वाला संतोष नौबस्ता के चिल्ड्रन हॉस्पिटल में ओटी स्टाफ में काम करता था. संतोष का शव मिलने के बाद परिजनों को सूचना दी गई, जहां परिजन हॉस्पिटल पहुंचे. परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
पिता राधे लाल और संतोष के मामा के बेटे ने बताया कि संतोष शनिवार को हॉस्पिटल में नाइट ड्यूटी करने गए थे. इसके बाद उन्हें यह जानकारी दी गई कि संतोष का शव चेंजिंग रूप में मिला है. उसके हाथ में मरीजों की सर्जरी में दी जाने वाली शुकाल नाम की दवा थी. वहीं बगल में इंजेक्शन पड़ा हुआ था. लोगों ने अंदाजा लगाया कि दवा का ओवरडोज लेकर संतोष ने आत्महत्या कर ली है. लेकिन परिजनों का आरोप था कि आत्महत्या करने के पीछे कोई भी ऐसा कारण नहीं है जिसके चलते संतोष ऐसा करते.
सीसीटीवी फुटेज मांग रहा परिवार
अस्पताल प्रशासन पर परिजनों ने संतोष की हत्या का आरोप लगाते हुए ओटी व चेंजिंग रूम के सीसीटीवी फुटेज की मांग की है. परिजनों ने मौके पर हंगामा कर दिया. पुलिस मौके पर पहुंची. फॉरेंसिक टीम ने सबूत इकट्ठा किए. परिजनों ने बातचीत में पुलिस ने बताया कि संतोष के पास खुदकुशी करने की कोई वजह नहीं थी. ऐसे में मामले की पूरी जांच पड़ताल की जाए. मृतक की कॉल डिटेल का डेटा निकाला जाए. परिजनों ने कहा कि अगर यह खुदकुशी है तो इसके पीछे की वजह सामने लाई जाए.
पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी
पूरे मामले में डीसीपी साउथ दीपेंद्र चौधरी ने बताया कि मौके से ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं जिससे किसी पर शक जाए. प्रथम दृष्टया दवा के ओवरडोज से मौत होना प्रतीत हो रहा है. घटना में मृतक के पास खाली पड़ी मिली दवा की शीशी सिरिंज के साथ मिली. मोबाइल को पुलिस ने कब्जे में लेकर जांच शुरू की है. लेकिन मृतक के पिता राधेलाल ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी है. पुलिस ने फिलहाल मामले की पड़ताल शुरू कर दी है.